उत्तराखंड के कुमाऊँ पहाड़ियों की तलहटी में स्थित नैनीताल (Nainital) अपने हरी-भरी वादियों व शांत वातावरण के लिए पर्यटकों के बीच काफी फेमस है और यही वजह है कि सालों भर यहाँ पर्यटक आते जाते रहते है। चाहे एक से बढ़कर एक झीलों में बोटिंग का आनंद लेना हो या बर्फ से ढके पहाड़ों का दीदार करना हो, नैनीताल (Nainital) कभी किसी पर्यटक को निराश नहीं करती है।
ऐसा माना जाता है कि एक वक्त पर नैनीताल जिले में 60 से अधिक झीलें थीं, हालाँकि यह संख्या वास्वतिक में आज के वक्त में इतनी नहीं है लेकिन जितनी भी है कम नहीं है। तो आइये आज के इस पोस्ट में हम जानते है कि अगर आप भी नैनीताल जाने की सोच रहे है तो आपको जिन जगहों को बिलकुल भी नहीं मिस करना चाहिए। सीधे सीधे जानते है नैनीताल में घूमने की जगह कौन-कौन सी है?
नैनीताल में घूमने की जगह। Places to visit in Nainital
#1 नैनी झील (Naini Lake Nainital)
हमारे लिस्ट में पहला स्थान वह है जिसकी वजह से इस शहर का नाम जुड़ा है। नैनी झील या नैनीताल झील जो नैनीताल का सबसे प्रमुख आकर्षण है। यह एक सुंदर प्राकृतिक झील है जो अर्धचंद्राकार आकृति में है।
इस जगह पर सनराइज और सनसेट का अद्भुद नजारा देखने को मिलता है। इसके साथ ही यहां के शंकुधारी पेड़ यहां की सुंदरता को और भी ज्यादा बढ़ाते हैं। नैनी झील में आप नौकायन का आनंद लेना बिलकुल भी न भूलें।
#2 नैना देवी मंदिर (Naina Devi Temple Nainital)
आप अपने नैनीताल ट्रिप की शुरुआत नैना देवी मंदिर में दर्शन के साथ कर सकते है, झील के उत्तरी भाग पर स्थित नैना देवी मंदिर स्थानीय देवी नैना को समर्पित है। यह मंदिर शक्तिपीठों में से एक है।
मंदिर के गर्भगृह में तीन देवता हैं – बाईं ओर देवी काली, दाईं ओर भगवान गणेश और केंद्र में नैना देवी का प्रतिनिधित्व करते हुए दो आंखें। पौराणिक मान्यता है कि सती की आंखें उस स्थान पर जाकर गिरीं, जहां अब यह मंदिर खड़ा है। चूंकि मंदिर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है, इसलिए यहां से आसपास के क्षेत्रों का व्यापक दृश्य देखे जा सकते हैं।
इसके एक बड़े आंगन में बाईं ओर एक पवित्र पीपल का पेड़ है और दाईं ओर भगवान गणेश और हनुमान की मूर्तियां हैं। मंदिर का प्रवेश द्वार बहुत अद्भुत है और वहां शेर की दो प्रतिमाएं लगी हैं। मंदिर में नंद अष्टमी के उत्सव के दौरान विशेष रूप से भीड़ रहती है।
नैना देवी मंदिर का गूगल मैप लोकेशन
#3 मॉल रोड (Mall Road Nainital)
नैनीझील के एक तरफ बनी हुई माल रोड को अब पं गोविंद बल्लभ मार्ग के नाम से जाना जाता है। गर्मियों के महीनों विशेषकर मई एवं जून के महीनों में पर्यटक इस सडक पर टहलना पसंद करते हैं और यह नैनीताल का मुख्य आकर्षण का केंद्र भी है।
शहर के अधिकांश होटल और रेस्त्रा इसी सड़क पर बने हैं ऐसे में टूरिस्ट के लिए यह रोड एक शॉपिंग वाक की तरह है।
#4 स्नो व्यू पॉइंट (Snow View Point Nainital)
दूध जैसी बर्फ से ढका हिमालय किसी के भी मन को लुभाने के लिए पर्याप्त है तभी को नैनीताल में स्थित स्नो व्यू की चोटी पर हजारों लोगों का जमावड़ा लगा रहता है, नैनीताल शहर से मात्र 2.5 किलोमीटर दूर स्थित स्नो व्यू से आप हिमालय के दर्शन कर सकते हैं।
इस व्यू पॉइंट पर दूरबीन भी लगाई गई जिसकी मदद से आप हिमालय की सुन्दर पर्वत श्रृंखलाओं का शानदार नजारा देख सकते है, यहाँ से त्रिशूल चोटी और नंदा देवी को देखने का अलग ही मजा है।
समुद्र तल से 2270 मीटर ऊँचा यह बिंदु यात्रियों के बीच बेहद लोकप्रिय स्थान है। आप इस स्थान तक केबल कार या रोपवे के माध्यम से पहुंच सकते हैं, और सुरम्य दृश्यों को देखते हुए उनको सराह सकते हैं। इस व्यू पॉइंट पर एक छोटा मंदिर है जिसमें भगवान राम, देवी सीता और हनुमान की मूर्तियां हैं।
स्नो व्यू पॉइंट का गूगल मैप लोकेशन
#5 गोविंद बल्लभ पंत हाई एल्टीट्यूड चिड़ियाघर (Nainital Zoo)
वैसे तो चिड़ियाघर (Zoo) लगभग हर बड़े शहरों में होता है लेकिन नैनीताल में स्थित गोविंद बल्लभ पंत हाई एल्टीट्यूड चिड़ियाघर (Nainital Zoo) कई कारणों से बेहद ही खास है और आपको अपने ट्रिप के दौरान यहाँ जरूर जाना चाहिए।
यह चिड़ियाघर समुद्र तल से 2100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह अपनी तरह का दूसरा चिड़ियाघर है कुछ इसी तरह का एक और चिड़ियाघर दार्जिलिंग में भी स्थित है। यह उन जानवरों का घर है जो केवल उच्च ऊंचाई पर रहते हैं, जिनमें साइबेरियाई बाघ, सेराओ, बकरी, मृग और हिम तेंदुए शामिल हैं।
इसमें विभिन्न पक्षी भी हैं जैसे गोल्डन तीतर, गुलाब की अंगूठी वाला तोता, कलिज तीतर, पहाड़ी तीतर, सफेद मोर, खिले हुए सिर वाले तोते और लाल जंगल का पक्षी। चिड़ियाघर शेर का डंडा पहाड़ी पर नैनीताल बस स्टैंड से 1.8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
#6 नैनी चोटी
यहां से चाइना पीक की दूरी नैनीताल से लगभग 6 किलोमीटर है। इस चोटी से हिमालय की ऊँची चोटियाँ दिखाई देती हैं। नैनीताल की सात चोटियों में 2611 मीटर ऊंची नैनी चोटी (चाइना पीक) सबसे ऊंची चोटी है। नैनीताल झील और शहर के खूबसूरत दृश्य भी देखने को मिलते हैं।
#7 टिफिन टॉप
यह अयारपट्टा चोटी पर स्थित है, यह स्थान समुद्र तल से लगभग 7520 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। टिफिन टॉप एक बहुत ही सुंदर पिकनिक स्पॉट है, जिसे ‘डोरोथी की सीट’ के रूप में भी जाना जाता है। इस स्थान का विकास डोरोथी शैले जो कि अंग्रेजी कलाकार है के पति द्वारा विमान दुर्घटना में उनकी मृत्यु के बाद किया गया था। टिफिन टॉप एक अद्भुत स्थल है, जिसे ‘डोरोथी की सीट’ के रूप में भी जाना जाता है।
#8 इको गुफा गार्डन
यह नैनीताल का एक लोकप्रिय आकर्षक पर्यटक स्थल है। इस गुफा गार्डन को इको गुफा गार्डन के नाम से भी जाना जाता है। यहां छह भूमिगत पिंजरे हैं जो पेट्रोमैक्स लैंप द्वारा प्रकाशित किए जाते हैं और एक संगीत वाद्ययंत्र की ताल पर चलने वाला एक फव्वारा भी है जिसे पहली बार नैनीताल में स्थापित किया गया था। ये सभी गुफाएँ प्राकृतिक हैं और स्थानीय प्रशासन द्वारा प्रबंधित भी हैं।
नैनीताल के मौसम की जानकारी
गर्मियों में नैनीताल की सुंदरता और ठंडा मौसम पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है। नैनीताल का तापमान 27.06 डिग्री सेल्सियस से 8.06 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। हालांकि, नैनीताल किसी भी मौसम में जा सकते हैं। दूसरी ओर, सर्दियों में बर्फबारी और शीतकालीन खेल नैनीताल पर्यटकों के लिए स्वर्ग बन जाते हैं।
नैनीताल कैसे पहुंचे ?
वायुमार्ग
नैनीताल का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट पंत नगर है, हालाँकि इस एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी बड़े शहरों से ही है। ऐसे में आप दिल्ली से यहाँ की कनेक्टिंग फ्लाइट ले सकते है।
रेलमार्ग
नैनीताल का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम है। काठगोदाम (KGM) के लिए हावड़ा, लखनऊ, दिल्ली अदि अन्य शहरों के लिए सीधी ट्रेन चलती है।
सड़कमार्ग
सड़क सभी सुविधाओं से सुसज्जित है। दिल्ली से नैनीताल की दूरी लगभग देवी 300 किमी है, रास्ते में बहुत सारे होटल हैं, जिन पर आराम किया जा सकता है।
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