जब भी हमें किसी किसी ट्रिप पर जाना होता है या खासतौर से किसी हिल स्टेशन पर जाना होता है तो हमारे दिमाग में शिमला मनाली और नैनीताल जैसे जगह सबसे पहले आते है। कई बार तो हम इन जगहों पर जा जा कर बोर भी हो चुके होते है।
लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि बिहार में भी कुछ ऐसी जगहें है जहाँ जाकर आपको बिलकुल अलग अनुभव होने वाला है।
बुद्ध के राज्य बिहार में भी कुछ खूबसूरत हिल स्टेशन मौजूद है जिन्हें आपको बिलकुल भी नहीं मिस करना चाहिए। तो चलिए जानते है विस्तार से –
रामशिला पहाड़ी – Ramshila Hill
गया के प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिरों से लगभग कुछ किलोमीटर की दूरी पर मौजूद रामशिला पहाड़ी अपने अनोखे मंदिरों की उपस्थिति के लिए जाना जाता है।
कुदरत से सजी इस पहाड़ी का असली महत्व वो लोग जानते हैं, जो हर वीकेंड ऐसी पहाड़ियों पर उछल कूद करते हुए ऊपर चोटी तक चढ़ जाते हैं और फिर मस्ती करते हुए नीचे उतर आते हैं।
कहा जाता है, भगवान राम ने यहां पिंडदान किया था, इसलिए यहां कई श्रद्धालु पिंडदान करते हुए भी देखते हैं। यहां भगवान राम, सीता मां और हनुमान को समर्पित मंदिर भी है।
गुरपा की चोटी – Gurpa Peak
गया के गुरपा गांव में बसे इस हिल स्टेशन को स्थानीय लोग कुक्कुटपदगिरि भी कहते हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं, भगवान बुद्ध का एक मठ बिहार के सारनाथ में स्थित है, उनकी महिमा से मानों पूरा बिहार जगमगा जाता है।
बिहार का यह हिल स्टेशन खूबसूरत हिंदू मंदिरों और बौद्ध अवशेषों से घिरा हुआ है। ध्यान करने के लिए और मन को शांत करने के लिए गुरपा शिखर बेहद ही अच्छी जगह है।
प्रागबोधि हिल स्टेशन – Prag Bodhi
किरियामा गांव के काफी पास गया में मौजूद एक और हिल स्टेशन है, जिसे प्राग्बोधि हिल स्टेशन के नाम से जाना जाता है। इस पहाड़ी जगह को धुंगेश्वर भी कहते हैं।
प्राग्बोधि को ज्ञान प्राप्ति के लिए भी जाना जाता है, कहते हैं भगवान बुद्ध ने जब तक ज्ञान की प्राप्ति नहीं की थी, उनके कुछ पहले वो खुद यहां ठहरे थे। यहां एक गुफा में उन्होंने साधना की थी। यहां एक मंदिर है, साथ ही ढेर सारे स्तूप भी हैं, जहां भगवान बुद्ध की प्रतिकृति देखी जाती है।
प्रेतशिला हिल – Pretshila Hill
रामशिला हिल से केवल 10 किमी दूर और गया से केवल 12 किमी दूर एक और पहाड़ी जगह प्रेतशिला हिल्स है। घुमक्कड़ों के लिहाज से ये एक जगह है, जो न बिहार के वासियों बल्कि बाहर से आने वाले पर्यटकों को भी काफी पसंद आती है।
इस पहाड़ी के नीचे ब्रह्म कुण्ड झील बहती है, जहां आप पिंडदान कर सकते हैं। इस पहाड़ी की चोटी पर अहिल्या बाई मंदिर भी है, जिसकी सुंदरता की वजह से लोग यहां रोज दर्शन करने आते हैं।