गुजरात जाने का है प्लान तो जरूर करें भुज की यात्रा, ये है घूमने की शानदार जगहें

कुछ दिन तो गुजारिए गुजारत में। जी हाँ सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की आवाज में अपने यह लाइन कितनी ही बार टीवी पर सुना होगा, शायद आपने गुजरात के कुछ जगहों की यात्रा भी की हो लेकिन आज हम जिस जगह के बारे में बात करने वाले है वह जगह भारत की ऐतिहासिक जगहों में से एक है।

गुजरात के कच्छ में स्थित भुज भारत की ऐतिहासिक जगहों में से एक, यहां के मंदिर और यहां की ऐतिहासिक इमारतें इस शहर की पहचान हैं। राजाओं के साम्राज्यों से लेकर सुल्तानों और अंग्रेजी हुकूमत तक इस शहर का अलग इतिहास है साथ ही भुज एक टेक्सटाइल टूरिज्म डेस्टिनेशन के तौर पर भी जाना जाता है।

तो आइए जानते है की साल 1510 में राव हमीरजी द्वारा निर्माण किए गए इस शहर की वो कौन सी खास जगहें है जहाँ आपको जरूर जाना चाहिए अगर आप गुजरात की यात्रा प्लान कर रहे है तो –

भुजिया हिल हाइकिंग

भुजिया हिल ऐतिहासिक और धार्मिक दोनों तरीके से भुज में बेहद अहम स्थान रखती है. ये आपके लिए लाइफ लॉन्ग एक्सपीरियंस रहने वाला है। भुजिया हिल के ऊपर बने महल से पूरा शहर साफ साफ दिखाई देता है. भुजिया हिल की चढ़ाई थोड़ी सी मुश्किल जरूर है लेकिन ये ट्रैकिंग आपके लिए एक शानदार अनुभव रह सकती है।

श्री स्वामीनारायण मंदिर

श्री स्वामीनारायण मंदिर का निर्माण सन 1822 में करवाया गया था, लेकिन साल 2001 के भूकंप की वजह से इस मंदिर का अधिकतर हिस्सा नष्ट हो गया। उस हादसे के बाद इस मंदिर के सभी देवताओं की मूर्तियों को उठाकर नई जगह स्थानांतरित किया गया और इस मंदिर का निर्माण पुनः कराया गया. यह मंदिर पूरी तरह से सफेद रंग का है जो आपको आकर्षित कर सकता है।

वंदे मातरम् मेमोरियल

वंदे मातरम् मेमोरियल भुज शहर से तकरीबन 10 किलोमीटर दूर है लेकिन, अगर आप भुज गए हैं तो आपको यहां जाना चाहिए। यह स्मारक तकरीबन 12 एकड़ में फैला हुआ है. यहां पर 1857 की क्रांति से लेकर 1947 पर के दौरान जो कुछ हुआ उसकी याद मिल जाएगी. इसका आकार भारतीय संसद भवन की तरह नजर आता है।

कच्छ मांडवी बीच

इस बीच को गुजरात के सबसे आकर्षक बीचों में एक माना जाता है। यह बीच भुज से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां आकर पयर्टकों को रेत पर टलहने में और दूर-दूर फैले नीले पानी को देखने में बहुत ही आनंद आता है। यहां सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा भी देखने योग्य होता है। इसके अलावा आप यहां अनेक प्रकार के जलपक्षियों को भी देख सकते है।

हमीरसर झील

हमीरसर झील भुज शहर का दिल है और कच्छ, गुजरात के पश्चिमी छोर में स्थित है। राजाओं ने प्राचीन काल में भुज के लोगों की घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए झील का निर्माण किया था। हमीरसर झील एक चैनल और सुरंगों के साथ अच्छी तरह से विकसित थी जो शहर के जलाशयों को भरने के लिए तीन नदियों से पानी ले जाती थी।

भुज कैसे पहुँचें

वायु मार्ग

कच्छ जिले के दो महत्वपूर्ण एयरपोर्ट कांदला विमान क्षेत्र और भुज विमान क्षेत्र है। साथ ही मुंबई से यहां के लिए नियमित फ्लाइट्स भी उपलब्ध हैं।

रेल मार्ग

यहां का रेलवे स्टेशन गांधीधाम और भुज में जिले के पास में ही स्थित हैं। जो कि रेलवे स्टेशन से कच्छ को देश के अन्य राज्यो और शहरों से जोड़ते हैं।

सड़क मार्ग

सड़क मार्ग द्वारा कच्छ शहर और भी अन्य पड़ोसी राज्यों के बहुत से शहरों से जुड़ा हुआ मार्ग है। इसके अलावा प्राईवेट डीलक्स बसें और राज्य परिवहन की बसें गुजरात के कई शहरों से कच्छ के लिए चलती रहती हैं।