अहमदनगर में घूमने की जगह। Places to visit in Ahamadnagar

यह शहर सिना नदी के तट पर बसा हुआ है। इसके चारों तरफ नासिक, बीड़ और उसमानाबाद जैसे शहर स्थित है। महाराष्ट्र राज्य में अहमदनगर जिला है जिसके अंतर्गत कई छोटे क्षेत्र आते है। मुगल शासक औरंगजेब ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष  इसी शहर में गुजारे थे। जाता है कि निजामों ने इस शहर में 150 साल से भी ज्‍यादा राज्‍य  किया था।

अहमदनगर में घूमने की जगह। Places to visit in Ahamadnagar


मुल्ला बांध

यह बांध अहमदनगर के राहुरी तालुका क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इस बांध के पानी का इस्‍तेमाल कई अन्‍य कामों  जैसे खेती आदि में किया जाता है। मुल्‍ला नदी के किनारे पर स्थित इस बांध को दयानेश्‍वर बांध के नाम से जाना जाता है।

मुल्ला बांध

अहमदनगर किला

जवाहर लाल नेहरू ने अपनी किताब डिस्‍कवरी ऑफ इंडिया में भी इस जगह का उल्‍लेख किया है। 18 मी. ऊंचे इस किले का निर्माण 15 वीं और 16 वीं शताब्‍दी में अहमद निजाम शाह ने करवाया था।

अहमदनगर किला

ऐतिहासिक संग्रहालय और रिसर्च सेंटर, अहमदनगर

इस संग्रहालय को महाराष्‍ट्र दिवस के दिन 1960 में स्‍थापित किया गया था। यहां 12,000 लिपियां और 8000 पुराने सिक्‍के रखे है। इस संग्रहालय को अहमदनगर पालिका के संरक्षण में विकसित किया गया है। वर्तमान समय में इस संग्रहालय को दूसरी जगह बना दिश गया है जहां ज्‍यादा स्‍पेस है।

ऐतिहासिक संग्रहालय और रिसर्च सेंटर, अहमदनगर

 

फारिया बाग पैलेस, अहमदनगर

यह बाग  अष्‍टकोणीय रूप में बना हुआ है। इस जगह को बुरहान शाह की याद में बनवाया गया था जोकि निजाम शाह का पुत्र  था। यहां के गुंबद के आकार का बड़ा सा हॉल है। इस पैलेस में पुराने जमाने की कला और संस्‍कृति की झलक साफ दिखाई देती है।

फारिया बाग पैलेस, अहमदनगर

 

सालाबत खान का मकबरा, अहमदनगर

इस मकबरे को सालाबत खान ने स्‍वंय अपने लिए बनवाया था। इस जगह में सालाबत खान के अलावा उसकी दो बेगमों और बेटों की कब्र भी बनी हुई है। शाह ड़ोंगार नाम की पहाड़ी पर स्थित इस मकबरे को चांद बीबी के महल के रूप में भी जाना जाता है।

सालाबत खान का मकबरा, अहमदनगर

 

आनंद धाम

अहमदनगर में महाराज जी द्वारा कई शिक्षा संस्‍थान खोले गए है जो छात्रों और आम जनता को साधारण और धार्मिक शिक्षा यहां दी जाती हैं। आनंद धाम को श्री आनंद की स्‍मृति में बनाया गया है। कहा जाता है कि श्री आनंद महाराज वह छोटी उम्र में ही आध्‍यात्मिक ज्ञान से भर गए थे और शिक्षा देने लगे थे।

आनंद धाम

कलसुबाई हरिशचंद्रगढ़ वन्यजीव अभयारण्य, अहमदनगर

सहयाद्री हिल्‍स में कई तरह के जानवर इस सेंचुरी में है जो आपको देखने में नए और अनोखे लगेगें। इस क्षेत्र में पास में ही कोशुल बाई चोटी भी  पाई जाती है जो 1,650 मीटर ऊंची है और साथ ही इसे जिसे पश्चिमी घाट की सबसे ऊंची चोटी का दर्जा प्राप्‍त है। कई तरह के जानवर इस सेंचुरी में है जो आपको देखने में नए और अनोखे लगेगें।

कलसुबाई हरिशचंद्रगढ़ वन्यजीव अभयारण्य, अहमदनगर

 

टैंक संग्रहालय

इस संग्रहालय का उद्घाटन र्स्‍वगीय  बी सी जोशी ने 1994 में किया था। कई शासकों के काल के दौरान इस्‍तेमाल होने वाली गोला बारूद और हथियार आदि यहां रखें हुए है। टैंक संग्रहालय में अंग्रेजों के जमाने के तोप और गोले रखे है।

टैंक संग्रहालय

कोट बाग निजाम, अहमदनगर

इस गार्डन का निर्माण 1499 में अहमद निजाम शाह ने करवाया था, जब वह बहमनी राजा पर विजय पाकर लौटे थे। यह किला सिना नदी के तट पर बसा हुआ है। अहमदनगर के प्रमुख पर्यटन स्‍थलों में से एक कोट बाग निजाम है जिसे विजय गार्डन के नाम से भी जाना जाता है।

कोट बाग निजाम, अहमदनगर

बाग राउजा, अहमदनगर

यह स्‍थल किसी जमाने में अहमद निजाम शाह का ग्रेव हाउस हुआ करता था। यह पूरा स्‍थल काले  पत्‍थर से बना हुआ है जो दिल्‍ली गेट के काफी नजदीक है। काले पत्‍थरों से बना यह ऐतिहासिक स्‍मारक अहमद निजाम शाह का घर था जिसे मंदिर के गार्डन के नाम से भी जाना जाता है।

बाग राउजा, अहमदनगर

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