राजस्थान में छिपा है ये अद्भुत मंदिर, यहाँ जाने वाले रहस्यमयी रास्तों में दिखेगी कश्मीर जैसी खूबसूरती

राजस्थान के लिए सही कहा गया है…. जाने क्या दिख जाए !! आज हम आपको राजस्थान की एक ऐसी ही अनोखी विरासत के बारे में बताने वाले हैं। एक भोलेनाथ का बेहद प्राचीन मंदिर जहाँ आप भोलेनाथ के दिव्य दर्शन तो कर ही सकते हैं लेकिन साथ में इस मंदिर की अनोखी व अद्भुत बनावट आपको मंत्रमुग्ध कर देगी।
धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के साथ साथ ये मंदिर वास्तुकला प्रेमियों और यहाँ तक की हर तरह के पर्यटकों को सच में बेहद खुशी प्रदान करेगा। और तो और जब आप यहाँ पहुंचेंगे तो यहाँ आने से पहले जिन रहस्यमयी रास्तों से आप गुजरेंगे उन राहों की खूबसूरती आपको कश्मीर में होने का एहसास भी करा ही देगी।
जी हाँ हम बात कर रहे हैं राजस्थान के डूंगरपुर जिले में स्थित देव सोमनाथ मंदिर की। तो चलिए ले चलते हैं आपको हमारी देव सोमनाथ की यात्रा पर…
तो हम बांसवाड़ा यात्रा पर थे और बारिश का सुहाना मौसम चल रहा था। बांसवाड़ा से डूंगरपुर का पूरा रास्ता घनी हरियाली से भरा हुआ था। हम गूगल मैप और वहां कुछ लोगों से पूछते हुए देव सोमनाथ मंदिर की ओर जा रहे थे और बांसवाड़ा-डूंगरपुर रोड से जब हम देव सोमनाथ मंदिर की ओर मुड़ते हैं तो थोड़ी देर बाद ही हमें ऊपर दी गयी तस्वीर जैसे रास्ते दिखने लगे।
सच में बेहद आश्चर्यजनक था क्योंकि जो राजस्थान अपनी रेगिस्तानी छवि के लिए जाना जाता हैं वहां इतनी बेशुमार हरियाली देखकर हमें अपनी आँखों पर विश्वास नहीं हो रहा था लेकिन एक राजस्थानी होने के नाते बेहद खुशी भी हो रही थी।
कुछ दूर और आगे चलने के बाद हमें एक झील दिखी और रहस्यमयी झील को देखकर हम चौंक गए क्योंकि जहाँ ये पूरा रास्ता अच्छे से हरियाली से भरा था वहां इस झील के चारों ओर वैसी हरियाली नहीं थी और इस झील में एक अलग ही खूबसूरती दिख रही थी जिसे शब्दों में बताना संभव नहीं है और न ही नीचे दी हुई फोटो उस दृश्य को वैसा दिखा पा रही है। पीछे कुछ पहाड़ दिखाई दे रहे थे और साथ में कुछ उड़ते हुए सफ़ेद पंछी…. सच में नज़ारा बेहद खूबसूरत था।
फिर कुछ देर बाद हम वहां कुछ लोगों से पूछकर देव सोमनाथ मंदिर पहुंचे क्योंकि गूगल मैप पर जो लोकेशन थी उसने हमें मंदिर के पास तो पंहुचा दिया लेकिन मंदिर तक नहीं पहुंचा पायी। फिर हमने कार पार्क की और मंदिर के अंदर की तरफ गए। मंदिर बाहर से ही बेहद खूबसूरत दिख रहा था और पीछे की ओर बहती सोम नदी के साथ ये लोकेशन सच में बेहद खूबसूरत थी।
मंदिर में हमारा स्वागत वहां घूमते बंदरों ने किया और हाँ अगर उन्हें आपके हाथ में कोई भी खाने की चीज दिख गयी तो बस समझ लीजिये की वो चीज बन्दर अगले कुछ ही पलों में ले जायेंगे। मंदिर के अंदर जाते ही हम इस मंदिर की अनोखी रचना से मंत्रमुग्ध हो गए।
मंदिर के बारे में आपको बता दें की क्योंकि ये मंदिर “देव” गाँव में सोम नदी के तट पर स्थित है इसीलिए इसका नाम देव सोमनाथ पड़ा था। फिर हम मंदिर के अंदर गए जहाँ हमने देखा की ये मंदिर कुल 108 स्तम्भों पर खड़ा था और इन सभी स्तम्भों पर सुन्दर नक्काशी भी की गयी है और साथ में कहीं भी सीमेंट या फिर गारे जैसी चीज का इस्तेमाल नहीं था जो हमारे लिए एक और आश्चर्य की बात थी।
फिर हम मंदिर के अंदर गए और भोलेनाथ के दर्शन किये। मंदिर में शिवलिंक धरातल से कुछ नीचे है और शिवलिंग के पास से दर्शन के लिए आपको सीढ़ियों से कुछ नीचे उतरना पड़ेगा। वहां मंदिर की वास्तुकला मंदिर के अंदर भी बेहद शानदार थी। ये पूरा मंदिर सच में प्राचीन भारतीय वास्तुकला का एक बेहद शानदार उदारहण है।
फिर हम मंदिर के बाहर आ गए और वहां मंदिर के पीछे की ओर हमने कुछ प्राचीन मूर्तियों के अवशेष दिखे और साथ में हर तरफ इधर उधर भागते बंदरों की टोली। यहाँ हमें कुछ पर्यटक तो दिखे लेकिन फिर भी जितनी खूबसूरत ये जगह हैं और जितना अद्भुत ये मंदिर हैं उसके अनुसार बहुत से पर्यटकों को इसकी जानकारी बिलकुल भी नहीं है।
तो अगर आप राजस्थान में डूंगरपुर या फिर उदयपुर के आस पास है तो हम आपको इस मंदिर में जाने का सुझाव जरूर देंगे। मंदिर का रास्ता अच्छी स्थिति में हैं तो आपको यहाँ जाने में कोई परेशानी नहीं आएगी।
तो अगर आप इस मंदिर और डूंगरपुर के और भी पर्यटन स्थलों के बारे में जानना चाहते है और साथ ही ऐसी और भी छिपी हुई अद्भुत पर्यटन स्थलों के बारे में जानना चाहते है तो आप नीचे दिए हुए लिंक के द्वारा हमारे Youtube चैनल WE and IHANA पर भी जा सकते हैं।
यूट्यूब चैनल लिंक :
https://youtube.com/c/WEandIHANA
यहाँ कैसे पहुंचे?
अगर आप यहाँ हवाई मार्ग से आना चाहते है तो आप उदयपुर एयरपोर्ट पर आ सकते है जो डूंगरपुर से करीब 125 किलोमीटर दूर है। या फिर अहमदाबाद एयरपोर्ट जो की डूंगरपुर से करीब 150 किलोमीटर दूर हैं वहां भी आप आसानी से पहुंच सकते है क्योंकि अहमदाबाद एयरपोर्ट देश के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह हवाई मार्ग से जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग के लिए आपको बता दें की डूंगरपुर में ही रेलवे स्टेशन हैं जो की राजस्थान के साथ साथ देश के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा है। और साथ ही सड़क मार्ग के द्वारा आप राजस्थान के साथ साथ देश के अनेक शहरों से आसानी से डूंगपुर पहुंच सकते हैं। और डूंगरपुर से देव सोमनाथ की दुरी करीब 25 किलोमीटर हैं जहाँ आप टैक्सी आदि लेकर आसानी से पहुंच सकते हैं।