जन्नत से कम नहीं है उत्तराखंड की 5 माउंटेन लेक्स, जिसके आगे फेल है स्विट्जरलैंड की खूबसूरती

Sweta Patel

वैसे तो उत्तराखंड की हर एक जगह टूरिस्ट के हिसाब से बहोत ही खास है लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसी झीलों के बारे में बारे में बताने जा रहे हैं जो समुद्र तल से काफी ऊंचाई पर स्थित हैं। इन माउंटेन झीलों के बारे में अपने शायद ही सुना होगा। तो चलिए अपनी लिस्ट को शुरू करते है –


रूपकुंड लेक (Roopkund Lake)

Roopkund Trek: A Journey To An Unusual 'Skeleton Lake' That Remains Frozen  In Past - Adventure Nation Blog

उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले, मे समुद्र तल से लगभग 5,000 मीटर, की ऊंचाई पर रूपकुंड झील है।

एक सौ तीस फीट चौड़ी यह झील वर्ष के अधिकांश समय, बर्फीली घाटी में एक अकेला ठंडा जमा हुआ तालाब होती है। लेकिन गर्म दिनों में, बर्फ पिघलते ही, यह सैकड़ों खोपड़ीयां और हड्डियां तैरने लगती है यह एक भयानक दृश्य बन जाता है। जो कि कंकाल झील के रूप में जाना जाता है। यह एक वीरान जगह है और इसमें 500 से अधिक मानव कंकाल हैं। अब यह पर्यटकों का एक मनपसंद पॉइंट बन गया है।

वर्षों से, विभिन्न सिद्धांत यह बताने के लिए सामने आए हैं कि यह कंकाल किस से संबंधित हो सकते हैं, साथ ही कब और कैसे यह इस झील मे पहुंच गए। और कब यह रूपकुंड झील से “कंकाल झील” बन गयी। परन्तु कंकाल झील का रहस्य वैसे ही बना हुआ है।

केदार ताल (Kedar Tal)

Kedartal Trek

उच्च हिमालय के क्षेत्र में यह अलौकिक झील प्रकृति की अद्भुत संरचना है, निर्मल नीले जल वाली केदार ताल झील के बारे में जनश्रुति है कि समुद्र मंथन से निकले विष को पीने के बाद भगवान शिव ने अपने कंठ की भीषण ज्वाला को केदार ताल का जल पीकर ही शांत किया था। लोग इसे ‘अछराओं का ताल’ भी कहते हैं।

केदार ताल से थलयासागर चोटी को आसानी से देखा जा सकता है, गंगोत्री से तीस कि.मी. दुर्गम हिम शिखरों में केदार ताल झील अपने दिव्य सौंदर्य के लिए विख्यात है।

हेमकुंड झील (Hemkund Lake)

Gurudwara Shri Hemkund Sahib - Wikipedia

हेमकुंड झील को पवित्र झील माना जाता है, जो वर्ष के 8 महीनों जमा रहता है।

मान्यताओं के अनुसार, सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह ने इस झील के किनारे तप किया था, ऐसे में इस झील को धार्मिक रूप से काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। यह भी माना जाता है कि इस पवित्र जगह में मेधासा के साथ अन्य प्रचारकों की ने भी तप किया है।

सातताल झील (Satpal)

सत्ताल घूमने की जानकारी और इसके प्रमुख पर्यटन स्थल - Places To Visit In  Sattal Tourism In Hindi

सात झीलों का एक समूह सुनने में आपको जितना मनोरम लग रहा है शायद देखने में उससे भी अधिक। हालाँकि इन सातों में से कुछ झीलें अब सूख चुकी हैं लेकिन यहां पर पक्षियों की आवाज आपको भी मंत्रंमुग्ध कर सकती है।

नैनीताल से 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस स्थान की तुलना इग्लैंड के वैस्ट्मोरलैण्ड से की जाती है । सातताल पहुंचने पर सर्वप्रथम झील नल दम्यंती ताल के रूप में मिलती है । आगे बढ़ने पर एक अमेरिकी मिशनरी स्टैनले जॉन्स का आश्रम है। आगे की झील पन्ना या गरुड झील है। जैसे हम नीचे जाते हैं, वहां तीन झीलों का एक समूह है, इन झीलों को राम, लक्ष्मण और सीता झील के रूप में जाना जाता हैं।

देव ताल (Deo Taal)

Go to Top Bottom Page 6 of 8 « First < Prev Page 6 of 8 Next > Last » Old  16th November 2015, 11:51 motomaverick's Avatar motomaverick Senior -  BHPian Location: Toronto, Canada Posts: 1,898 Thanked: 988 Times Nice, so  whats the story of no camera ...

उत्तराखंड के गढ़वाल जिले में स्थित देवताल झील को देवताओं के ताल के नाम से जाना जाता है, ऐसी मान्यता है कि यहाँ देवता स्नान करते थे।

यह जगह माना पास के जीरो पॉइंट से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर है. यह ताल चारों तरफ से बर्फ के पहाड़ों से घिरा हुआ है।

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