झरने और हरियाली से सजे हुए हैं छत्तीसगढ़ के ये 5 टूरिस्ट प्लेस, एक बार जरूर करें यात्रा

मानसून में किसी भी जगह घूमना अलग अनुभव देता है और खासतौर से नेचुरल ब्यूटी की बात करें तो इन जगहों पर जाने का मजा कई गुना बढ़ जाता है। घूमने के लिहाज से छत्तीसगढ़ एक बेहतरीन जगह है, जहां आप प्रकृति के कई रंग देख सकते हैं। ऐसे में आज हम छत्तीसगढ़ की ऐसी जगहों के बारे में जानेंगे जहाँ आपको प्रकृति का खजाना देखने को मिल जाएगा साथ ही ये जगहें नेचर लवर्स के लिए ये जगहें ‘स्वर्ग’ से कम नहीं हैं –

जगदलपुर (Jagdalpur)

Jagdalpur / India 17 October 2018 Tourist boat in front of Chitrakote Waterfalls located to the west of Jagdalpur in Bastar district Chhattisgarh India

जगदलपुर छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में एक सुंदर और प्राकृतिक रूप से समृद्ध शहर है। जगदलपुर राज्य के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है, यदि आप छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं और इतिहास को जानना चाहते हैं, तो जगदलपुर आपके लिए एकदम सही जगह है।

यह शहर स्मारकों और महलों के साथ-साथ झीलों, झरनों और जंगलों जैसे प्राकृतिक अजूबों के लिए सबसे प्रसिद्ध है, खास बात यह है कि यहां आपको ज्यादा भीड़ भी नहीं मिलेगी। शांतिप्रिय लोगों के लिए यह एक बेहतरीन जगह है, यह राज्य की राजधानी रायपुर और अन्य शहरों से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

चर्रे मर्रे झरना (Charre Marre Waterfalls)

बारिश के मौसम में घूमने के लिए चर्रे मर्रे झरना बेहतरीन जगह है. 16 मीटर ऊंचा यह झरना और ऊंचाई से गिरता हुआ साफ पानी देखने लायक होता है। यहां पानी पहाड़ियों और हरे-भरे पेड़ों से होकर बहता है, जिसे देखना सुकून भरा होता है।

झरने के तल पर बने जलाशय में आप नहा सकते हैं, यहां का ठंडा पानी आपकी आत्मा और शरीर को जीवंत कर देगा.इस जगह की सुरम्य सुंदरता का आनंद लेते हुए शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं। चैरे-मैरे जलप्रपात को देखने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से दिसंबर तक है। मनोरंजन और पिकनिक के लिए यह जगह बहुत आदर्श है।

सिरपुर (Sirpur)

महानदी नदी के तट पर स्थित सिरपुर छत्तीसगढ़ राज्य में एक छोटा सा गांव है, सिरपुर गांव एक पुरातात्विक आश्चर्य है। राजधानी रायपुर से लगभग 78 किमी दूर और महासमुंद जिले से 35 किमी दूर स्थित सिरपुर गांव अपनी मंदिर संस्कृति में समृद्ध है। इस गांव का सम्बन्ध बौद्ध धर्म की दुनिया से काफी गहरा है।

ऐसे कई मंदिर हैं जहां कोई भी जा सकता है, ऐतिहासिक कलाकृतियों और मंदिरों की दीवारों पर गहरी नक्काशी ने दुनिया भर के कई वास्तुकारों को यहां आने के लिए प्रेरित किया है। सिरपुर अजूबों से भरा एक शांतिपूर्ण गांव है।

मडकू द्वीप (Madku Dweep)

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में शिवनाथ नदी के पास स्थित मडकू द्वीप एक बेहद ही खूबसूरत द्वीप है, इस द्वीप का आकार एक मेंढक की तरह है जिस वजह से इसे मडकू कहा जाता है। 24 हेक्टेयर में फैले इस द्वीप की सुंदरता मंत्रमुग्ध करने वाली है।

हरियाली से भरपूर यह द्वीप अपने प्राचीन मंदिरों और उनके ऐतिहासिक व पुरातात्विक महत्व के लिए भी प्रसिद्ध है। पुरातत्वविदों ने इस द्वीप पर प्रागैतिहासिक पत्थर के औजार, पुरालेख और सिक्कों की खोज की है. मडकू द्वीप को केदार तीर्थ और हरिहर क्षेत्र केदार द्वीप के नाम से जाना जाता है।

इंद्रावती नेशनल पार्क (Indravati National Park)

छत्तीसगढ़ में एकमात्र टाइगर रिजर्व इंद्रावती नेशनल पार्क घूमने के लिहाज से शानदार है। आपको यहां कई वन्य जीव देखने को मिल जाएंगे. यहां बड़ी संख्या में लोग वाइल्ड एनिमल देखने के लिए आते हैं. घने वनस्पतियों वाला यह पार्क बेहद खूबसूरत है।

इस नेशनल पार्क में आप नीलगाय, ब्लैक बक, सांभर, गौर, बाघ, तेंदुआ, चीतल, सुस्त भालू और अनगिनत अन्य प्रजातियों के साथ पार्क में दुर्लभ और लुप्तप्राय जंगली एशियाई भैंस मिल सकती है।