यहाँ नहीं गए तो कहां गए! ये है भारत के कुछ शानदार वॉटरफॉल, आज ही प्लान कीजिए अपना ट्रिप

प्रकृति ने भारत को हर तरीके से समृद्ध बनाया है, देश के अलग अलग हिस्सों में प्रकृति के अलग अलग रूप हमें देखने को मिलता है। ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं, देश के उन वॉटरफॉल (Waterfalls) के बारें में जहां के कल-कल करते झरने और खूबसूरत वादियां आपको स्वर्ग की सैर कराती हैं।

 

अथिराप्पिल्ली वॉटरफॉल (केरल)

यह बेहद खूबसूरत वॉटरफॉल त्रिशूर के वझुचल के घने जंगलों में मौजूद चलाकुडी नदी से निकलता है, यह झरना करीब 80 फीट ऊंचा है और भारत के सबसे खूबसूरत और मनमोहक नज़ारों वाले झरनों में से एक है।

यह केरल के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है. यहां पर फिल्मों की शूटिंग के लिए भी अलग-अलग फिल्मों की टीमें अक्सर आती रहती हैं।

जोग वॉटरफॉल (कर्नाटक)

कर्नाटक के शिमोगा जिले में मौजूद जोग वॉटरफॉल शरावती नदी से निकलता है, यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा वॉटरफॉल है।

इसे खंडित झरना के रूप में जाना जाता है जो बरसात के मौसम पर निर्भर है, और फिर एक झरना में परिवर्तित हो जाता है। यह भारत के प्रमुख पर्यटक आकर्षण स्थलों में से एक है।

सितंबर-अक्टूबर के महीने में इस जगह पर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है, इतना ही नहीं इसे यूनेस्को ने पारिस्थितिक जगहों की सूची में भी जगह दी है।

नोहकलिकाई झरना (मेघालय)

नोहकलिकाई भारत का दूसरा सबसे बड़ा झरना है, इस झरने की ऊंचाई 1115 फीट यानी कि 340 मीटर है। भारत के सबसे बड़े झरनों में से एक नोहाकलइकाई झरना, मेघालय के चेरपूंजी में स्थित है।

चेरपूंजी भारत के उन जगहों में शामिल है जहाँ सालों भर लगातार बारिश होती है। यहां झरने के पास नजारा दोस्तों अद्भुत और अविश्वसनीय नजर आता है. यहां आने वाला हर पर्यटक यहां की खूबसूरती देखकर हैरान रह जाता है।

तालकोना वॉटरफॉल (आंध्र प्रदेश)

आंध्र प्रदेश की धरती पर मौजूद इस खूबसूरत वॉटरफॉल की ऊंचाई करीब 70 फीट है. यह आंध्र प्रदेश के सबसे ऊंचे झरने के तौर पर भी जाना जाता है. यह झरना चित्तूर में वेंकटेश्वर राष्ट्रीय उद्यान के क्षेत्र में आता है। ऐसा भी माना जाता है कि इस झरने के पानी में कई औषधीय गुण भी मौजूद हैं।

दूधसागर वॉटरफॉल (गोवा)

अगर आकर्षक जलप्रपात देखना हो तो दूधसागर जलप्रपात जा सकते है। यहां नाम के अनुरूप दूध जैसा पानी, सैकड़ों फुट की ऊंचाई से गिरता हुआ बेहद सुंदर दृश्य उत्पन्न करता है। प्राकृतिक नज़ारे के शौक़ीन हों तो दूधसागर जैसे वॉटरफॉल का कोई विकल्प नहीं हैं।

स्वप्नगंधा जंगल में कोलारघाट में स्थित दूधसागर वाटरवाल्स गोवा-कर्नाटक सीमा पर स्थित हैं। पणजी या मडगाव से टैक्सी या बस से यहां पहुंचा जा सकता है। ‘दूध का सागर’ के नाम से जाना जाने वाला यह वॉटरफॉल्स दुनिया में 227 वें स्थान पर लिस्ट है।

मीनमुट्टी जलप्रपात (केरल)

1000 फीट की ऊंचाई से जमीन पर तीन अलग-अलग लेवल पर गिरते पानी को देखना, दूसरी ओर संपूर्ण वर्षावन का अनुकूल माहौल किसी भी पर्यटक को आकर्षित करने के लिए पर्याप्त है।

Meenmutty दो मलयालम शब्दों का एक मिश्रण है जिसका अर्थ मछली है और Mutty जिसका अर्थ अवरुद्ध है। केरल के वायनाड जिले में कलपेट्टा से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित ये अजीब सुंदर फॉल्स हैं।

यहां 2 किमी का कष्टकारक जंगल ट्रेक करने के बाद ही पहुंचा जा सकता है, जलप्रपात के तीनों चबूतरों में से प्रत्येक को देखने का अलग-अलग स्थान हो सकता है और इसके लोकेशन के कारण यह दुनिया के कुछ चुनिंदे प्राकृतिक आश्चर्यों में से एक है जिसे निकट से अनुभव किया जा सकता है।