भूतों में किया था इस मंदिर का निर्माण, दिलचस्प है उस एक रात की कहानी
हमारे देश में ऐसे लाखों मंदिर हैं जहां दर्शन के लिए लाखों भक्त पहुंचते हैं, उन लाखों मंदिरों में से कुछ मंदिरों के निर्माण और बनावट की कहानी और उसकी चर्चा खूब होती है।
ऐसा ही एक मंदिर है जिसके बारे में ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण कोई व्यक्ति ने नहीं बल्कि भूतों ने किया था वो भी केवल एक रात में। तो आइए जानते हैं इस मंदिर के बारे में।

जी हाँ हम जिस मंदिर के बारे में बात कर रहे है वह मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के सिहोनियां कस्बे में स्थित है। मंदिर का नाम ककनमठ मंदिर (Kakanmath mandir Madhya Pradesh) है।
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मंदिर को देखने से ऐसा लगता है मानो यह कभी भी गिर जाए लेकिन लेकिन हजारों वर्ष से लेकर आज भी यह मंदिर वैसे ही खड़ा है। आंधी-तूफान में भी मंदिर का कोई भी हिस्सा हिलता-डुलता नहीं है। निश्चित रूप से यह मंदिर मध्य प्रदेश का एक अजूबा मंदिर है।

इस मंदिर को लेकर यह मान्यता है कि इसे एक रात में भूतों ने तैयार किया था यह कहा जाता है कि मंदिर का निर्माण एक रात में भूतों ने मिलकर किया और इसे बनाते-बनाते सुबह हो गई जिस कारण निर्माण उतना ही छोड़ना पड़ा। जिस वजह से इसे भूतों का भी मंदिर कहते हैं।
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कई लोगों का मानना है कि ककनमठ मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में हुआ था और उस समय इसे कछवाहा वंश के राजा कीर्ति ने अपनी पत्नी के लिए बनवाया था।
कहते है कि राजा कीर्ति की पत्नी ककनावती भगवान शिव की बड़ी भक्त थी और आसपास एक भी शिव मंदिर नहीं था इसलिए इसका निर्माण करवाया था।

मंदिर में काफी पुराना शिवलिंग है और श्रद्धालु यहां पूजा-अर्चना के लिए आते हैं. मंदिर में चारों तरफ सैलानियों को हिंदू देवी-देवता दिख जाएंगे. मंदिर के कई अवशेष ग्वालियर के एक म्यूजियम में भी रखे गये हैं।
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