बारिश के मौसम में स्वर्ग से कम नहीं है राजस्थान की ये अद्भुत जगह, क्या आप गए है यहाँ?

WE and IHANA

राजस्थान, एक ऐसा राज्य जो भारत में पर्यटन के नज़रिये से बेहद्द महत्त्वपूर्ण राज्य है लेकिन अगर इसके फेमस पर्यटन स्थलों की बात करें तो सभी के मन में बड़े बड़े किले, महल, रॉयल लाइफ, और रेगिस्तान जैसी चीजें ही पहले आती हैं। लेकिन आज हम राजस्थान की इस रेगिस्तानी राज्य की छवि को बदलने वाले हैं

जी हाँ , आज हम आपको बताने वाले हैं राजस्थान की एक ऐसी छिपी हुई खूबसूरत जगह के बारे में जहाँ आप चारों और घनी हरियाली, माही नदी की बहती सुन्दर धारा और इसी नदी पर बने छोटे छोटे बहुत सारे प्राकृतिक और बेहद खूबसूरत आकार के द्वीपों को बस देखते ही रह जायेंगे और हाँ हम शर्त लगा सकते हैं की यहाँ पहुंचकर आप बिलकुल विश्वास नहीं करेंगे की यह वही रेगिस्तानी राज्य की छवि वाला राजस्थान है। तो चलिए देर किस बात की बताते हैं आपको हमारी चाचा कोटा की यात्रा के बारे में जो की राजस्थान के चेरापूंजी कहे जाने वाले जिले बांसवाड़ा में स्थित है।

तो हम थे हमारी बांसवाड़ा यात्रा पर और सच में इस शहर की खूबसूरती से हम बेहद अचंभित थे और साथ में अफ़सोस भी था की कैसे इतनी अद्भुत जगह को अभी तक भारत के पर्यटन स्थलों में वो स्थान नहीं मिला हैं जिसका यह हकदार है।

चाचा कोटा बांसवाड़ा सिटी से करीब 15 किलोमीटर दूर है और यहाँ आप गूगल मैप को फॉलो करके आसानी से पहुँच सकते हैं। सिटी से कुछ दूर चलने के बाद पूरा 15 क़िमी का रास्ता गाँवों क़ि हरियाली से होकर गुजरता हैं और बीच बीच में हम देख रहे थे कुछ ऐसे नज़ारे जो सच में हमे जन्नत में होने का एहसास दिला रहे थे

करीब आधे घंटे में हम चाचा कोटा पहुँच गए जहा एक माइलस्टोन भी था जिसपर चाचा कोटा – 0 क़िमी भी लिखा था, हमने अपनी कार वहां साइड में पार्क कर दी और चारों तरफ देखा तो हमे सिर्फ हरे भरे खेत और वहां खेती करने वाले लोगो क़ि कच्ची झोपड़ियां दिखी और साथ में कुछ बच्चे खेलते हुए मिले।

हमें यकीन नहीं हुआ क़ि इतनी खूबसूरत जगह कोई भी टूरिस्ट नहीं हैं और हम सोच में पड़ गए क़ि अगर यहाँ टूरिज्म बढ़ जाये तो इससे यहाँ के लोगों क़ि वित्तीय स्थिति पर भी कितना सकारात्मक असर पड़ेगा
हम थोड़ी ऊपर क़ि ओर चले गए ताकि वहां से इस स्वर्ग जैसी जगह का दीदार अच्छे से कर पाएं और जब हम ऊपर पहुँच गए तो जो खूबसूरत नज़ारा हमने देखा वो हमेशा हमारी यादों में हमारे साथ रहेगा।

इतनी शांति के बीच पक्षियों क़ि मधुर आवाज़, सामने कल-कल करती हुई बहती माही नदी और चारों ओर इतने सारे सुन्दर आकार के घनी हरियाली से ढके माही नदी के द्वीप ओर तेज़ चलती हुई एकदम ताज़ी हवा, यह सब मिलकर हमें वो सुकून दे रहे थे जिसकी तलाश में आज हर कोई है। 

सच में अगर राजस्थान में कहीं स्वर्ग जैसे नज़ारे है तो यहीं हैं ओर अगर इसे हम नाम दें तो इसे ” राजस्थान का स्विट्ज़रलैंड ” या फिर राजस्थान का स्वर्ग कहना गलत नहीं होगा ।

हमारी बेटी इहाना भी यहां बेहद खुश हो रही थी ओर बच्चों पर भी प्राकृतिक सुंदरता कितना अच्छा असर डालती हैं यह हमें उसे देखकर साफ़ समझ आ रहा थाइन अद्भुत नज़ारों के साथ कुछ समय बिताने के बाद हमने इन पलों को अपनी यादों के साथ कुछ फोटोज में सेव करने का सोचा जो सच में हमारे जीवन क़ि कुछ सबसे बेहतरीन फोटोज में से है।

अगर आप इसके साथ ही ओर भी ऐसी खूबसूरत ओर छिपी हुई जगह के बारे में जानना चाहते हैं तो आप नीचे दिए गए लिंक द्वारा हमारे Youtube चैनल We and Ihana पर भी जा सकते हैं।

https://youtube.com/c/WEandIHANA


बांसवाड़ा कैसे पहुंचे ?

सड़क मार्ग द्वारा :
बांसवाड़ा शहर कई स्टेट हाईवे ओर नेशनल हाईवे द्वारा जयपुर, उदयपुर, इंदौर और अहमदाबाद शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।

हवाई मार्ग द्वारा :
बांसवाड़ा शहर से करीब 150 किलोमीटर दूर उदयपुर सिटी हैं जिसका उदयपुर एयरपोर्ट सबसे निकटतम एयरपोर्ट हैं जहाँ से आप टैक्सी के द्वारा बांसवाड़ा आ सकते हैं।

रेल मार्ग द्वारा :
मध्यप्रदेश का रतलाम जंक्शन बांसवाड़ा सिटी से सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन हैं जो क़ि बांसवाड़ा से करीब 85 किलोमीटर दूर हैं और रतलाम जंक्शन क़ि देश के बड़े शहरों से काफी अच्छी रेलवे कनेक्टिविटी है। यहाँ पहुंचकर आप आसानी से टैक्सी या बस के द्वारा बांसवाड़ा पहुँच सकते हैं।

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