उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित शाहजहांपुर शहर का ऐतिहासिक महत्त्व भी है। और साथ ही काकोरी काण्ड का भी भारत को स्वंत्रतता दिलाने में एक मुख्य योगदान रहा है। इस जाने माने काकोरी कांड का हिस्सा रहे ठाकुर रोशन सिंह, अशफ़ाक उल्ला खां और राम प्रसाद बिस्मिल तीनो का ही महत्वपूर्ण योगदान रहा। इन वीरो ने शाहजहांपुर का नाम पूरे भारत देश में इन वीरो ने अपना योगदान दे कर रोशन किया है। साथ ही इस शहर का अपना पौराणिक महत्त्व भी है।
शाहजहांपुर में घूमने की जगह। Places to visit in Shahjahanpur
बाबा विश्वनाथ मन्दिर
यह मंदिर शाहजहांपुर शहर का बेहद प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिर है। यह मन्दिर भगवान भोलेबाबा को समर्पित एक बहुत ही सुंदर, साफ-सुथरा और भव्य मंदिर है। श्रावण महीने में और नवरात्र में इस मन्दिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है। शहर के बीचो-बीच स्थित इस मन्दिर में भगवान् शिव की प्रतिमा के साथ साथ राम-लक्ष्मण-सीता, राधा कृष्ण और दुर्गा की भी भव्य प्रतिमाओ के दर्शन आप यहां आ कर कर सकते है।

शहीद उद्यान
यह शहीद उद्यान एक हरा भरा पार्क है जो कि बाबा विश्वनाथ मन्दिर के समीप ही स्थित है। बाबा विश्वनाथ मंदिर के सामने ही एक स्मारक बनी हुई है।इस स्मारक चोक में देशभक्त अशफ़ाक उल्ला खान, पंडित रामप्रसाद बिस्मिल और ठाकुर रोशन सिंह जैसे वीरो की प्रतिमाये भी यहां है, जो कि हमें बहुत ही गौरान्वित महसूस करवाती है और यह रात में तो बहुत ही आकर्षक लगता है।

गुरुद्वारा कुटिया साहिब
इसी स्थान पर सिख समुदाय के गुरु बाबा सुखदेव जी महाराज ने ताप किया था, और यहां की खास विशेषता है कि सन 1956 से लेकर अब तक एक अखंड दीप यहाँ लगातार प्रज्वलित हो रहा है। इस स्थल का शाहजहांपुर शहर में एक विशेष महत्व है।

कालीबड़ी मन्दिर
यह मंदिर देवी काली को समर्पित एक बहुत ही प्राचीन मन्दिर है। इसके आलावा इस मंदिर के प्रांगण में ही अन्य प्राचीन छोटे -छोटे मंदिर भी मौजूद है जो की महादेव और माँ शीतला देवी के है। यह मंदिर खिरनी बाग में स्थित कालीबड़ी मन्दिर है। और इसी मन्दिर के पास में ही श्री राम जानकी मंदिर भी है, आप यहां आ कर भी इस मंदिर के दर्शन कर सकते है।

बहादुर खां का मकबरा
यह मकबरा एक बहुत ही ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है जो की काली बड़ी मन्दिर से महज 400 मीटर की दूरी पर ही स्थित हैं। इस किले कि स्थापना बहादुर खां का शाहजहांपुर होने के बाद में विशेष योगदान रहा है। अब यह मकबरा जीर्ण शीर्ण की हालत में है, लेकिन फिर भी यह मकबरा अभी भी देखने में शानदार दिखाई देता है।

खाटू श्याम मन्दिर
खाटू श्याम के नाम से जाना जाने वाला यह मंदिर हनुमत धाम से थोड़ी ही दूरी पर स्थित हैं। इस मंदिर के दर्शन करने के लिए आपको दिन में 12 बजे से पहले ही पहुंचना पड़ेगा। तब ही आप इस मंदिर के दर्शन कर पाएंगे इसके अलावा आप शाम को भी मंदिर के दर्शन के लिए जा सकते है, जो अपने आप में एक बेहद ही खूबसूरत मंदिर है।

सिटी पार्क / श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर
यह पार्क शाहजहांपुर शहर का सबसे बड़ा पार्क है, जो कि अत्यंत ही रमणीय, सुंदर और मनोरम है। इसके साथ ही इस पार्क में श्री लक्ष्मीनरायण मंदिर भी बना हुए है, जो कि यहां की खूबसूरती में चार चांद लगा देता है और लोगो के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

हनुमत धाम
यह पवित्र स्थल शाहजहांपुर शहर का सबसे बड़ा धार्मिक पर्यटन स्थल है। यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है। यहां हनुमान जी की प्रतिमा देखते ही बनती है जो कि 104 फिट ऊंची है। हनुमत धाम शाहजहांपुर सदर से लगभग 4-5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।

परशुराम मंदिर जलालाबाद
यहाँ भगवान् परशुराम का एक बहुत प्राचीन मन्दिर है, परशुराम जी का मंदिर शहर मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित है। और यही वह स्थान है जो कि भगवान परशुराम जी की जन्म स्थली भी था। और इसके साथ ही यहाँ आप परशुराम जी के फरसे के भी दर्शन कर सकते है। इसके साथ ही ऋषि जमदग्नि का आश्रम भी जलालाबाद में ही स्थित है, साथ ही इस मन्दिर को अब शाहजहांपुर का एक विशेष पर्यटन स्थल का दर्जा मिल चुका है।

जली कोठी
बहादुर खां के मकबरे से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर जली कोठी स्थित हैं, जो कि एक ऐतिहासिक कोठी है। अहमद उल्लास शाह एक सच्चे देशभक्त थे जो कि शाहजहांपुर निवासी थे, जिन्होने स्वंत्रतता की लड़ाई में एक मुख्य भूमिका निभाई थी। साथ ही जली कोठी से लगभग 100 मीटर की दूरी पर बाबा वनखंडी नाथ का एक प्रसिद्ध मंदिर भी है, यहां आ कर आप इस मंदिर के दर्शन भी के सकते है।

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