कभी ब्रिटिश काल के दौरान रीवा एक बड़ी रियासत हुआ करता था। यह एक प्रसिद्ध और ऐतिहासिक विरासत है जो अपने प्राचीन भवनों और किले के साथ प्राकृतिक खजानों नदी-झरने, वन, हरा-भरा परिदृश्य के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। मध्य प्रदेश के बाकी पर्यटन की तरह यह भी सैलानियों के बीच काफी ज्यादा लोकप्रिय है।
रीवा में घूमने की जगह। Places to visit in Reewa
रानी तालाब
रानी तालाब यहां के प्रसिद्ध तालाबों में से एक हैं।
असल में यह एक प्राचीन कुंआ है। और पर्यटक इसे देखना ज्यादा पसंद करते हैं। यह रीवा के प्रसिद्ध काली मंदिर के निकट स्थित है इसलिए यह एक पवित्र जलाशय भी है। दिवाली और नवरात्रि के दौरान यहां भव्य पुजा और मेले का आयोजन किया जाता है। ऐसी मन्यता है कि ये मंदिर की मनोकामनाएं को पूरा करता है, इसलिए यहां बड़ी संख्या में लोग दर्शन करने आते है।

गोविंदगढ़ महल
यहां एक प्रसिद्ध गोविंदगढ़ महल देख हैं। इस महल की भौगोलिक स्थित काफी खास है, क्योंकि यहां महल के साथ-साथ अन्य प्राकृतिक आकर्षक जंगल, झरना और नदी भी देख सकते हैं। इन सबके अलावा यहां गोविंदगढ़ झील भी हैं, जिसके तट पर यह पूरा महल खड़ा हुआ है।

रीवा का किला
गोविंदगढ़ महल के अलावा यहां प्रसिद्ध रीवा का किला भी देख सकते हैं। इस किले का नाम रीवा शहर के नाम पर रखा गया था। राज्य में बेहतरीन किलों में रीवा फोर्ट को गिना जाता है, और यह राज्य की सांस्कृतिक परंपराओं का एक गर्व प्रतीक भी है। यह इतिहास और संस्कृति का एक अनोखा मिश्रण है।

पुरवा जलप्रपात
यहां 70 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सबसे खूबसूरत झरनों में गिना जाने वाला झरना है पुरवा जलप्रपात।ऊंची चट्टानों के साथ गिरता पानी दूर से काफी रोमांचक एहसास दिलाता है। टोंस नदी इस झरने का जल स्रोत है। साथ ही यह एक फैमली पिकनिक स्पार्ट भी है।

क्योंटी जलप्रपात
क्योंटी फॉल को भारत के सबसे ऊंचे झरनों में 24 नंबर की सूची में शामिल किया गया है। इस जलप्रपात का जल स्रोत्र तम्सा की सहायक महाना नदी है। जो कि 98 मीटर की ऊंचाई से इस झरने की मदद से गिरती है। इस झरने को भगवान राम-सीता से भी जोड़ा जाता है, इसलिए कई लोग यहां पूजा अनुष्ठान भी करने भी आते हैं।

पीली कोठी
मध्य प्रदेश के रीवा जि़ले में स्थित यह कोठी धीरज बंधवेश सर गुलाब सिंह ने बनवाई थी। यह रीवा के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से है। इस कोठी का बड़ा ऐतिहासिक महत्व है क्योंकि यह कोठी रीवा के महाराज ने संस्मरण के रूप में बनवाई गई थी। बहुत सारे लोग इस जगह को घूमने का स्थान भी मानते हैं।

चाचय झरना
यह झरना 130 मी. की ऊँचा है। इस झरने का स्रोत बिहाड़ नदी है जो तमसा नदी की सहायक नदी है। झरना नीचे की ओर गिरते हुए आसपास के वातावरण को काफी मनमोहक कर देता है। नदी के खड़े भाग में ढलानों में रुकावटें आती हैं। यह सीधे नीचे की ओर गिरते हुए यह सुंदर झरना बनाता है और चैनल ग्रेडिएंट में एक रुकावट बनाता है। यह झरना रीवा के मुख्य शहर से 40 कि.मी. दूर है। प्रसिद्ध चित्रकूट पहाड़ी के किनारे स्थित होने के कारण यह झरना बहुत प्रसिद्ध है।

रीवा जिले के कुछ खास पर्यटन स्थल ऊपर बताये गये है , इस बारे में यदि आपको जानकारी पसंद आई हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे ।