छिंदवाड़ा में घूमने की जगह | Places to Visit in Chhindwara

हमारे देश भारत के ह्रदय राज्य मध्य प्रदेश का एक खूबसूरत शहर छिंदवाड़ा है । यह शहर प्राकृतिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है ।
शिवालिक पहाड़ियों की तलहटी में मौजूद खजूर के पेड़ों की अधिकता छिंदवाड़ा शहर बसा हुआ है। छिंदवाड़ा शहर के नाम का शाब्दिक अर्थ कुछ इस तरह है, “छिंद” का अर्थ खजूर से है और “वाड़ा” का अर्थ स्थल से है। इस तरह दो शब्दों को मिलाकर इस शहर का नाम बना छिन्दवाड़ा ।
वहीं अपने उत्कृष्ट स्थानों के कारण छिंदवाड़ा शहर राज्य के एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल के रूप में उभर कर सामने आया है। छिंदवाड़ा शहर समुद्र तल से लगभग 675 मीटर की ऊंचाई के साथ 11,815 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। वहीं पर्यटन के लिहाज से छिंदवाड़ा एक आकर्षक गंतव्य है जो विभिन्न आकर्षणों की पेशकश दर्शाता है। इस लेख के माध्यम से जानिए कि मध्यप्रेदश का यह खूबसूरत शहर आपको किस करने से आनंदित कर सकता है।
छिंदवाड़ा में घूमने की जगह, Chhindwara me Ghumne ki Jagah
पातालकोट
छिंदवाड़ा की पहाड़ी की खूबसूरती को देखने के लिए यहां के पातालाकोट को देखने पर्यटक दूर – दूर से यहां घूमने के लिए आते है। छिंदवाड़ा शहर के तामिया की पहाड़ियों में यह क्षेत्र बसा हुआ है। साथ ही यह क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और खास भौगोलिक स्थिति की वजह से काफी ज्यादा लोकप्रिय है। पातालकोट लगभग 1200 से 1500 फीट की गहराई के साथ एक आकर्षक भूखंड का केंद्र है। इस भूखंड का आकर अंग्रेजी के अक्षर U के जैसा है । अगर आप घाटी के शीर्ष पर बैठकर इस स्थल को देखते है तो यह आपको कुछ घोड़े की नाल जैसा दिखाई देगा। इस स्थल से एक पौराणिक कहानी भी जुड़ी हुई है।
ऐसा माना जाता है कि राजकुमार मेघनाथ भगवान शिव की पूजा करने के बाद इसी स्थान से पाताल लोक गए थे। साथ ही ‘पातालकोट’ अपनी स्थानीय संस्कृति और कुदरती सुंदरता के बल पर पर्यटकों को आकर्षित करता है।

देवगढ़ का किला
यहां के ऐतिहासिक देवगढ़ किले से आप छिंदवाड़ा भ्रमण की शुरुआत कर सकते है। साथ ही इस किले की दूरी मुख्य शहर से 39 कि.मी की है। गहरी घाटियों और घने जंगलों के साथ इस प्राचीन किले को एक पहाड़ी पर बनाया गया था। साथ ही सुगम पहाड़ी रास्तों की सहायता से ऊपर तक पहुंचा जा सकता है। जानकारी के मुताबिक देवगढ़ किले का निर्माण गोंड के राजा जाटव के द्वारा किया गया था। वहीं यह गोंडवाना राजवंश की राजधानी के रूप में 18 वीं शताब्दी तक सक्रिय था। वहीं मुगल शैली से इस किले की वास्तुकला प्रभावित होती है। यह एक काफी विशाल किला है जिसकी खूबसूरत इमारते पयर्टकों को काफी ज्यादा प्रभावित करती है। साथ ही इतिहास को जानने के लिए इच्छुक पयर्टकों के लिए यह स्थान बेहतर है।

केजरी नंदन हनुमान जामसांवली
जैसा कि ये हम सभी जानते है कि जिले या प्रदेश में हर प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रीतिनिधि पीड़ित जनता की समस्याएं सुलझाने के लिए सप्ताह जनसुनवाई करते है। पर कभी आपने ऐसा सुना है कि भगवान भी जनसुनवाई करते हैं। और इतना ही नहीं, यहां पर लिखित आवेदन के रूप में भी अपने भक्तों की समस्या को लेते है। आपको बता दें कि महाबली हनुमान का यह दरबार छिदवाड़ा में लगता है, जहां पर प्रत्येक मंगलवार और शनिवार के दिन भक्त अपनी समस्या केसरी नंदन हनुमान जी को देते है। वहीं इस मंदिर के बारे में ऐसा भी कहा जाता है नहीं यह मंदिर अयोध्या के बाद यह दूसरा पूर्व मुखी हनुमान मंदिर है जहां पर भक्त अपनी अपनी समस्याएं लेकर आतें है।
वही इस मंदिर के हर कोने में नारियल ही नारियल दिखाई देंगे, जो लाखों की संख्या में है। साथ ही यहां भक्तों द्वारा मनोकामना पूरी हो जाने पर जितने भी नारियल होते हैं, उन नारियल को रस्सी से बांध दिया जाता है और यही कारण है इस मंदिर की सभी दीवारें नारियल की बनी हुई है। ऐसा कहा जाता है कि यह मंदिर हज़ारों साल पुराना है। यहां पवन पुत्र केजरी नंदन एक नीम के पेड़ के नीचे बैठे हुए हैं। यहां हनुमान मूर्ति बाल रूप में मौजूद हैं। साथ ही इस मूर्ति की एक ये खासियत भी है कि यह अग्नि कुंड मे स्थापित हैं।

तामिया की पहाड़ियां
छिंदवाड़ा से लगभग 45 किमी दूर तामिया एक खूबसूरत पहाड़ी स्थल है, जो पर्यटकों की सैर के लिए काफी ज्यादा पसंदीदा स्थान हैं। साथ ही यहां से आप चौरागढ़ और महादेव पहाड़ी के साथ सतपुड़ा पहाड़ी की श्रृंखला का तथा अद्भुत खूबसूरती का आनंद भी ले सकते हैं। यहां से आप दूर-दूर तक फैले कुदरती आकर्षणों का भी आनंद ले सकते हैं। यहां से सूर्योदय और सूर्योस्त का दृश्य काफी ज्यादा मनोरम दिखाई देता हैं। यहां पर एक गुफा में विराजमान ‘छोटा महादेव’ के दर्शन भी कर सकते है । शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर यह एक सुकून भरा स्थान है, जहां प्रकृति प्रेमियों और पयर्टकों का तांता लगा रहता है।

बादल भोई जनजातीय संग्रहालय
छिंदवाडा स्थित दर्शनीय स्थलों की श्रृंखला में आप यहां के जनजातीय संग्रहालय की भी सैर कर सकते हैं। इस म्यूजियम की शुरुआत 20 अप्रैल 1954 में की गई थी, वहीं इस म्यूजियम को 1975 में राज्य संग्रहालय का दर्जा प्राप्त हुआ। इस म्यूजियम का नाम 8 सितंबर 1997 में बदलकर ‘श्री बादल भोई राज्य जनजातीय संग्रहालय’ कर दिया गया था।
यह जनजातीय संग्रहालय अपने 3 गैलरियों, 14 रूमों और 2 स्वतंत्र गैलरियों के साथ ही राज्य के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। आप यहां छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की जनजातियों के विषय में भी ढेर सारी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही यहां जनजातीय जीवन से संबंधित दुर्लभ प्रानीच वस्तुएं जैसे संगीत, कला, नृत्य, उत्सव, कपड़े, हथियार, गहने, कृषि उपकरण और धार्मिक गतिविधियों से संबंधित वस्तुओं को भी देख सकते हैं। इस संग्रहालय में घुमने के लिए 10 रुपये प्रति व्यक्ति का शुल्क निर्धारित किया गया है ।

अनहोनी [ चवाल्पानी गरम कुण्ड ]
छिंदवाड़ा शहर के तामिया तहसील में स्थित अनहोनी गांव, जहाँ पर कुदरत का एक बहुत ही अद्भुत करिश्मा देखने को मिलता है जो की यहाँ साल भर उबलता हुआ गरम पानी का कुंड है वहीं स्थानीय लोग इसे देवी का रूप बताते है लेकिन वैज्ञानिको का मानना है की मंदिर के नीचे प्रचुर मात्रा में गंधक मौजूद है, जिससे यह पानी उबलता है। ऐसा माना जाता है की इस पानी से चर्म रोग ठीक हो जाते है।

माचागोरा बांध छिंदवाड़ा
यह बांध छिंदवाड़ा जिले से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । यह बांध छिंदवाड़ा जिले का एक लोकप्रिय दर्शनीय स्थल है। पेंच नदी पर बना हुआ यह माचागोरा बांध बरसात के समय पानी से भर जाता है। पानी बहुत अधिक होने के कारण यह बांध ओवरफ्लो होता है, जिससे बांध के गेट खोले जाते हैं। बांध बरसात के समय बाकी मौसमों की अपेक्षा और अधिक खूबसूरत दिखाई देता है। पूरे गेट खुले होने पर जो यहां का नजारा रहता है, वह बहुत ही शानदार रहता है। बहुत सारे लोग इस मनोरम और अद्भुत दृश्य को देखने के लिए हर साल बारिश के मौसम पर यहां आते हैं। आप इस स्पॉट पर अपनी फैमिली के साथ पिकनिक मनाने के लिए आ सकते हैं । माचागोरा बांध में आठ गेट लगे हुए है। यह छिंदवाड़ा जिले के चौरई नामक गांव के पास स्थित है।

छोटा महादेव मन्दिर छिंदवाड़ा
पेंच नदी के किनारे स्थित यह मंदिर छोटा महादेव मंदिर के नाम से प्रसिद्द है । यह मंदिर छिंदवाड़ा जिले के जमुनिया गांव में स्थित एक दर्शनीय जगह है। छोटा महादेव मंदिर भगवान शंकर जी का प्रसिद्द मंदिर है। इस मंदी के आस -पास ऊंचे पहाड़, घने जंगल और गहरी घाटियां देखने के लिए मिलते हैं। शिवरात्रि और सावन सोमवार इस मंदिर में आने के लिए उचित समय है । बरसात के समय यहाँ एक बहुत ही सुन्दर झरना देखने को मिलता है । यहां पर आकर आप अपने जीवन का बहुत अच्छा समय व्यतीत कर सकते है । यह जगह प्रकृति की गोद में स्थित है।

अमर जवान स्मृति छिंदवाड़ा

घोघरा जलप्रपात छिंदवाड़ा
यह जलप्रपात छिंदवाड़ा में स्थित जाम सवाली मंदिर से कुछ ही दूरी पर है । यह एक आकर्षक झरना है। यह झरना बरसात के मौसम में आपको देखने के लिए मिलता है जो अत्यंत रोचक लगता है।बारिश के समय यह झरना पूरी तरह से पानी से भर जाता है जो ठण्ड के समय तक रहता है और गर्मी के समय में पूरी तरह से सुख जाता है । आप यहां पर आकर अच्छा और आनंदमयी समय बिता सकते हैं। यह झरना जाम सवाली हनुमान मंदिर से करीब ढाई किलोमीटर की दूरी पर होगा। यह जल प्रपात जबलपुर नागपुर हाईवे के काफी करीब है । यह एक अच्छा फैमिली पिकनिक स्पॉट है ।

हनुमान मंदिर सिमरिया छिंदवाड़ा
यह एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। इस मंदिर में आपको महाबली हनुमान जी की 101 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गयी है । यह प्रतिमा खड़ी अवस्था में है।आप इस मंदिर में आसानी से आ सकते हैं। मंदिर के सामने एक बड़ा सा बागीचा बना हुआ है, जहां पर आप बैठ सकते हैं। मंदिर के बाहर आपको प्रसाद की दुकान देखने के लिए मिल जाती है, जहां से आप प्रसाद वगैरह ले सकते हैं। आपको यहां पर आकर सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी। सिमरिया हनुमान मंदिर छिंदवाड़ा जिले से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित है । यह मंदिर जबलपुर नागपुर हाईवे रोड में स्थित है ।

पातालेश्वर शिव मंदिर छिंदवाड़ा
भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर छिंदवाड़ा में स्थित एक धार्मिक स्थल है। जो कि भगवान शिव की एक भव्य प्रतिमा है। स्वयं उत्पन्न हुआ यह शिवलिंग स्वयंभू है इस शिवलिंग को किसी के द्वारा स्थापित नहीं किया है। इसके साथ ही पातालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि और सावन सोमवार के दौरान बहुत बड़ा मेले का आयोजन भी किया जाता हैं। जिसमें शामिल होने आस पास के इलाकों से भी लोग आकर बहुत बड़ी संख्या में शामिल होते हैं।

भर्तादेव पार्क छिंदवाड़ा
यह जगह कुलबेरा नदी के किनारे स्थित है, जो कि छिंदवाड़ा में स्थित यह एक बहुत ही सुंदर पार्क है। इस पार्क के चारो ओर हरियाली है। साथ ही यहां आपको बहुत सारी चट्टाने भी देखने के लिए मिल जाती हैं। यहां का दृश्य बरसात के समय और भी ज़्यादा मनोरम हो जाता है। और इसके अलावा इस पार्क में एक मानव निर्मित झील भी है, जो देखने में बहुत ही अच्छी लगती है। आप यहां पर आकर शांति का अनुभव कर सकते हैं। इस जगह पर आप अपने दोस्तों और फैमिली के साथ भी आ सकते है।

एकता पार्क छिंदवाड़ा
यह पार्क मुख्य छिंदवाड़ा शहर में स्थित एक बहुत खूबसूरत जगह है। जिसे शिवाजी पार्क के नाम से भी जाना जाता हैं। इस पार्क में बच्चों के लिए बहुत सारे झूले मिलते हैं, बच्चों को यहां आकर बहुत अच्छा लगता हैं। साथ ही यहां पर फाउंटेन भी है, जिसे देखने में बहुत अच्छा लगता है। इसके अलावा आपको यहां पर टॉय ट्रेन भी देखने को मिल जाती है। जिसकी असल सैर भी के सकते है। यह पार्क सभी सभी वर्ग के लोगों के लिए एक अच्छी जगह है।

मां हिंगलाज शक्ति पीठ मंदिर छिंदवाड़ा
मां हिंगलाज शक्ति पीठ मंदिर मन्दिर छिंदवाड़ा के गुड़ी अंबाड़ा में स्थित है। जो कि एक कोयलांचल क्षेत्र है। मां हिंगलाज शक्तिपीठ में शारदेय नवरात्र शुरू होते ही भक्तों भी भीड़ उमडऩे लगती है। यहां पर कुछ कलश अजीवन व कुछ कलश घी के भी जलाए जाते हैं। हिंगलाज मंदिर सहित शीतला माता मंदिर, मां दुर्गा मंदिर अंबाड़ा और खेड़ापति मंदिर में मां दुर्गा की मूर्ति को स्थापित किया गया।
पड़ोसी देश पाकिस्तान के बलूचिस्तान राज्य के अलावा छिंदवाड़ा जिले में मां हिंगलाज का मंदिर स्थित है। इस मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक है। मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि राजस्थान के काठियावाड़ इलाके में हिंगलाज देवी की प्रतिमा स्वयं प्रकट हुई थी। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के अलावा छिंदवाड़ा जिले में मां हिंगलाज का मंदिर स्थित है। दूर दूर तक यह मंदिर प्रसिद्ध है।

इनके अतिरिक्त कुछ और भी स्थान है जैसे –
- पातालेश्वर शिव मंदिर छिंदवाड़ा
- भर्तादेव पार्क छिंदवाड़ा
- एकता पार्क छिंदवाड़ा
- दीन दयाल पार्क छिंदवाड़ा
- सुभाष पार्क छोटा तालाब छिंदवाड़ा
- कालीबाड़ी धर्म टेकरी छिंदवाड़ा
- हिंगलाज माता मंदिर छिंदवाड़ा
- जुन्नारदेव विशाला पहली पारी
- कुकड़ी खापा जलप्रपात
- प्रियदर्शिनी पार्क छिंदवाड़ा
- भगवान श्री परशुराम वाटिका छिंदवाड़ा
- अनगढ़ हनुमान मंदिर छिंदवाड़ा
- कन्हरगांवबांध छिंदवाड़ा
- अर्धनारीश्वर महादेव मंदिर मोहगांव छिंदवाड़ा वाघ्यानाला बांध छिंदवाड़ा
- जामलापानी बांध छिंदवाड़ा
दोस्तों , यह थी मध्य प्रदेश के एक जिले छिंदवाडा के बारे में कुछ जानकारी । यह जानकारी अपने दोस्तों के साथ शेयर करे ।
यदि आप छिंदवाडा जाने वाले है तो इन सभी पवित्र स्थानों पर जाना बिलकुल भी न भूले ।