मध्य प्रदेश के शहर भोपाल को सन 1956 में राजधानी बनाया गया था । चारो ओर से झीलों से घिरे होने के कारण भोपाल को झीलों का शहर भी कहा जाता है। भोपाल में इतिहास से जुड़ी भी बहुत की जानकारी देखने को मिलती है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। भोपाल शहर का इतिहास 30,000 साल पुराना है। भोपाल को देश के ग्रीनेस्ट सिटी के नाम से भी जाना जाता है। अपनी खूबसूरत तालाब, हरियाली और भव्य मस्जिदों के लिए पहचाने जाने वाले भोपाल शहर में जो भी आया वो इस शहर की सुन्दरता को देखकर दंग रह गया। भोपाल हमेशा पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा है ।
भोपाल में घूमने की जगह। Bhopal me Ghoomne ki Jagah
#ट्राइबल म्यूजियम
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में देश का एकमात्र जनजातीय संग्रहालय है। भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी ने इसका उदघाटन किया था। यह संग्रहालय भोपाल में श्यामला पहाड़ी पर स्थित है। इस संग्रहालय को बनाने का मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश के सामान्य लोगो और एनी पर्यटकों को मध्य प्रदेश कि जनजातियों और उनकी जीवनशैली से अवगत कराना है।

#भीमबेटका की गुफाएं
भोपाल से लगभग 46 किलोमीटर दूर भीमबेटका की गुफाएं मध्य प्रदेश के रायसेन ज़िले में स्थित है। इन गुफाओं में ये तस्वीरें प्राचीन काल के बारे में बताती है, जिन्हे सफेद और लाल रंग से बनाया गया है। ये गुफाएं चारों ओर से विंध्य पर्वत से घिरी हुईं हैं। इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया है।

#भोजपुर का शिव मंदिर
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह मंदिर भोजपुर शिव मंदिर या भोजेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता हैं। इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि अपने-आप में अनूठे और विशाल आकार वाले इस शिवलिंग इसे उत्तर भारत का सोमनाथ भी कहा जाता है। ये शिवलिंग चिकने लाल बलुआ पाषाण के बना हुआ है। यह विश्व का सबसे बड़ा और प्राचीन शिवलिंग माना जाता है।

#बिरला मंदिर
भोपाल के मालवीय नगर क्षेत्र में, अरेरा पहाड़ियों के निकट बनी झील के दक्षिण में एक चोटी पर बिरला मंदिर बना हुआ है। यहां संग्रहालय में कई प्रकार की कला और सामग्री है। लोग बड़ी तादात में इस मंदिर में घूमने आते हैं। यहां 13 वीं और 7 वीं सदी के बीच कई मूर्तियों को भी रखा गया है।

#वन विहार नेशनल पार्क
यह एक अद्भुत नेशनल पार्क है। हरे भरे मैदान और ऊँचे पहाड़ को घेरते हुए यह लगभग 5 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है । यह स्थान चिड़ियाघर के कारण प्रसिद्द है परन्तु यहाँ आपको एनिमल रेस्क्यू भी देखने को मिलता है । यहां आप बाघ जैसे जानवरों से लेकर से लेकर मगरमच्छ ओए एनी जीव आसानी से देखने को मिल जाते है ।

# ताज उल मस्जिद
यह मस्जिद भारत की सबसे विशाल मस्जिदों में एक है। भोपाल में स्थित इस मस्जिद की गिनती विश्व की तीसरी बड़ी मस्जिद में होती है। इसमें महिलाएं भी नवाज अदा कर सकती है। पर्यटकों के लिए यहां आना ये एक शानदार अनुभव हो सकता है।

#अपर लेक
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पश्चिमी हिस्से में स्थित अपर लेक भोपाल के मूल नागरिको और बाहर से आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बना हुआ है । इस स्थान पर एक बहुत बड़ी कृत्रिम झील बनी हुई है जिसे बड़ा तालाब के इम से जाना जाता है और अंग्रेजी में लोग इसे अपर लेक के नाम से भी जाना जाता है ।
यह झील एशिया की सबसे बड़ी और सबसे सुन्दर झील मानी जाती है । इस स्थान लोग शाम के समय ज्यादा आते है क्योंकि शाम के समय यहाँ का नज़ारा देखने लायक होता है । यहाँ की प्राकृतिक सुन्दरता अत्यंत रमणीय है

#गौहर महल
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बड़े तालाब के किनारे वी आई पी रोड पर बना हुआ गौहर महल बहुत प्रसिद्द पर्यटक स्थल है । एसा माना जाता है कि इस महल का उपयोग नवाब खानदान की रानियाँ सैर करने लिए किया करती थीं । वे रानियाँ सुबह और संध्या के समय इस महल में इकट्ठे होकर चर्चाएँ व बातचीत करतीं थीं ।
महानगर भोपाल की रियासत में बना हुआ यह पहला महल माना जाता है । इस महल में दीवान-ए-खास और दीवान-ए- आम भी स्थित है ।

#लोअर लेक
इस झील का निर्माण भोपाल शहर की सुंदरता और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए 1794 में किया गया था। इस झील का दृश्य अत्यंत सुंदर है । पर्यटक यहां आकर पैडल और मोटरबोट को चला सकते है। यहां का वातावरण शालीन, शांत और मन को सुकून देने वाला है।

#शौकत महल
यह महल इस्लामिक और यूरोपियन शैली का मिश्रित रूप है। जिसका इतिहास 180 साल पुराना है। शौकत महल के हरे-भरे बाग-बगीचे इस सुंदर इमारत को चार चाँद लगा देते है। यहां कई बार शाम को बगीचों में विशेष रूप से कव्वाली कार्यक्रम का भी आयोजित किया जाता है। ये महल एक बेहतरीन स्थापत्य शैली के कारण भोपाल शहर का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक मील का पत्थर है।

#शौर्य स्मारक
भोपाल शहर के श्यामला हिल्स स्थित शौर्य स्मारक लगभग 12 एकड़ में फैला हुआ है । पर्यटन की दृष्टि से देखा जाये तो यह स्थान केवल भोपाल का ही नहीं बल्कि पूरे भारत का एक महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल बन गया है ।
यह स्थान भोपाल घुमनेआने वाले पर्यटकों को हमारे अमे शहीदों की शौर्य गाथा से अवगत कराता है । इस सग्रहालय में तीनों सेनाओं की यादोंसे जुड़े परमवीर चक्र, महावीर चक्र जैसे शौर्य पुरस्कारों को रखा गया है ।
यह स्थान देश प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है ।

#डीबी सिटी मॉल
डीबी सिटी मॉल मध्य भारत का सबसे बड़ा शॉपिंग मॉल है। जहां आपके लिए घूमने और खरीदारी करने के लिए सबसे प्रसिध्द स्थान है। डीबी सिटी मॉल में कई अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों की दुकानें है। यहां पांच रेस्तरां, एक फूड कोर्ट, फैमिली एंटरटेनमेंट एरिया और भी कई मनोरंजक स्थान है, जो लोगों के मन को आनंद देता हैं। यहां हमेशा ही लोगो का तांता लगा रहता है।

यह जानकारी थी भोपाल शहर के कुछ पर्यटक स्थलों की । यदि जानकारी पसंद आई हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें ।