बारां में घूमने की जगह। Places to visit in Baran
यह राजस्थान का एक जिला है, जो कि सुरम्य पहाड़ियों और घाटियों की भूमि है। यहां आकर आप कई तरह के पुराने खंडहरों को देख सकते हैं। इसके साथ ही राम- सीता मंदिरों के अलावा कई पिकनिक स्पॉट और प्राकृतिक दृश्यों लिए भी जाना जाता है। यह जिला हाडोती प्रांत में स्थित है।
बारां में घूमने की जगह। Places to visit in Baran
मनिहार महादेव मंदिर
यह मंदिर हनुमानजी और महादेव को समर्पित है। 600 साल पुराना यह मंदिर बरन से लगभग 3 कि.मी की दूरी बना हुआ एक प्राचीन मंदिर है। यहाँ बड़े ही धूम धाम से शिवरात्री का त्यौहार मनाया जाता है। इस मंदिर कि प्राकृतिक सुन्दरता और मंदिर के पास के तालाब इसकी खूबसूरती को निखारते हैं।
शेरगढ़ वन्यजीव अभयारण्य
यह अभयारण्य लगभग 98 वर्ग कि.मी में फैला हुआ हैं। यह बरन जिले के शेरगढ़ में स्थित है। पशु प्रमियों के लिए यहाँ जंगली सूअर, शेर, लकड़बगह, भालू और शेर देखने को मिल जाते है।

भांड देवरा मंदिर
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। “राजस्थान का खजूराहो” के नाम से प्रसिद्ध यह मंदिर 10वी सदी में बना। साथ ही इस मंदिर में एक देवी जी विराजमान है जिनकी पूजा मेवा और ड्राई फ्रूट्स चढ़कर की जाती है। इसके साथ ही मंदिर में दूसरी देवी भी विराजमान है जिनकी पूजा में मांस और शराब का चढ़ाव चढ़ता है।

ककोनी
परवान नदी के किनारे स्थित यह स्थान अपने मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ आज भी राजा भीम दियो द्वारा बनाये गए भीमगढ़ किले के अवशेष मौजूद है।8वी सदी में बने जैन, शिव और वैष्णव मंदिर आज खंडर बन चुके है। ककोनी मंदिर की 60% मूर्तियाँ कोटा और झालावार के अजायबघर में रखी गयी है।
शाहबाद किला
यह किला हाडोती का सबसे खूबसूरत, मजबूत और बेहतरीन किला है। इस किले में तोपखाना, बरुदखाना और कई मंदिर बने हैं। जंगलों के बीच छोटी सी पाहडी पर सिद्ध शाहबाद किला काफी प्राचीन है। जंगलों के बीच छोटी सी पाहडी पर सिद्ध शाहबाद किला काफी प्राचीन है।

शाही जामा मस्जिद
लगभग 80 कि.मी की दूरी पर स्थित यह मंदिर बहुत सुन्दर और आकर्षक बनाते हैं जिन्हें देखने सैलानी इनकी और खींचे चले आते हैं। इसका निर्माण मुग़ल सल्तनत के बादशाह औरंगजेब के शासन काल दौरान किया गया।

कपिलधारा
लगभग 50 कि.मी की दूरी पर स्थित कपिलधारा एक बहुत सुन्दर स्थान है। इस प्राचीन किले के अन्दर बने इस मंदिर में, ब्राह्मणी माँ की मूर्ति है, जो बड़ी सी चट्टान के नीचे गुफा में स्थित है। मंदिर में जल रही अखंड ज्योति पिछले 400 सालों से जल रही है।
