ज्यादातर लोगों को घूमने के लिए पहाड़ या फिर बीच पसंद आते हैं। लेकिन नेचर और एनिमल लवर रुख करते है नेशनल पार्क की तरफ. इन पार्कों में जंगल सफारी या कहें तो जीत सफारी का अलग ही आनंद होता है।
जंगल सफारी के दौरान अक्सर जीप का इस्तेमाल होता है, जीत कई बार बंद होते तो कई बार खुले भी। लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर इन खुली जीप पर सफारी के दौरान शेर और बाघ जैसे बड़े जानवर अटैक क्यों नहीं करते है।
ऐसे में अगर आप भी यह जानना चाहते है तो आइए जानते है गिर यात्रा करने वाले एक यात्री से इसका अनुभव :-
हमने दो बार गिर का भ्रमण किया .एक बार सासन गिर गेट से और दूसरी बार देवलिया गेट से.
सासन गिर गेट से खुली जीप उपलब्ध थी
लेकिन देवलिया गेट से जीप कवर थी
जब मैंने इसका कारण जानना चाहा तो गाईड ने बताया कि सासन गेट बहुत पुराना है लेकिन देवलिया गेट को कुछ ही वर्ष हुये है हो सकता है शेर आदि अभी पूरी तरह जीपों के आवागमन से अभ्यस्त न हों इसलिए इस रास्ते पर कवर्ड जीप ही चलाई जाती है.
सासन वाले रास्ते के जानवर जन्म से ही यह आवागमन देखते रहते है और समझने लगते है यह जीपें उनके लिये खतरा नही है और वन रक्षक भी शत्रु नही है न ही भोजन। भोजन और शिकार के लिये जंगल में पर्याप्त संख्या में जानवर है.
और अधिकतर सफारी के रास्ते बहुत पुराने है जहां यह स्टेज आ चुकी है कि जानवर समझने लगे है कि जीपें और मनुश्य उनके लिये खतरा नही है इसलिए हमला नही करते।