राजस्थान के सबसे खूबसूरत शहरों में से एक पिंक सिटी के नाम से पुरे विश्व में प्रसिद्ध जयपुर का इतिहास काफी पुराना है। इसके साथ यह जगह टूरिज्म के लिहाज से काफी समृद्ध है। हर वर्ष लाखों देश विदेश के पर्यटक यहाँ घूमने आते है।
ऐसे में अगर आप भी जयपुर जाने की सोच रहे है या वहा का कोई ट्रिप प्लान कर रहे है तो यह पोस्ट आपके लिए ही है, वैसे तो जयपुर में घूमने लायक इतनी सारी जगह है कि आप घूम-घूम कर ही थक जायेंगे लेकिन आज बात होगी उन गिने चुने 6 जगहों की जहाँ की यात्रा किए आपकी जयपुर की यात्रा बिलकुल अधूरी सी रहेगी।
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1. हवा महल (Hawa Mahal)

राजस्थान में घूमने हुए आपको कई एक अजूबे देखने को मिलेंगे और जयपुर का हवा महल उन्ही अजूबों में से एक है। हवा महल जयपुर का एक आकर्षक स्थल है, जो अपनी गुलाबी रंग की बालकनियों और जालीदार खिड़कियों के लिए लोकप्रिय है।
यहां पर लाखो पर्यटक घूमने आते हैं, हवा महल के अंदर कदम रखते ही लोगों को यहां की राजपुताना और इस्लामी मुगल वास्तुकला का मेल देखने को मिलता है।
यह पांच मंजिला इमारत है, लेकिन ठोस नींव की कमी के कारण यह घुमावदार और 87 डिग्री के कोण पर झुकी हुई है। इसके अलावा, इसका विशिष्ट गुलाबी रंग, जो प्राकृतिक बलुआ पत्थर की वजह से है, जयपुर को इसका उपनाम, यानी गुलाबी शहर इसी की वजह से मिला है।
2. आमेर किला (Amber Fort)

जयपुर से करीब 10 किलोमीटर दूर आमेर का किला राजस्थान के जयपुर क्षेत्र के प्रमुख पर्यटक आकर्षण में से एक है, आमेर किला एक यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है और इसे राजा मान सिंह I ने एक उच्च पहाड़ी में बनाया था।
यह किला अपने भव्य वास्तुकला और समृद्ध अतीत के लिए जाना जाता है। लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर की पूरी तरह से निर्मित, महल की भव्यता आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर देता है जो की चित्रकारी और नक्काशियों, कीमती पत्थरों और दर्पण से भरा पड़ा है ।
अम्बर किला चार भागों में बना हुआ हैं जिन्हें दीवान-ए-आम, शीश महल, सुख मंदिर व केसर क्यारी के नाम से जाना जाता हैं। इसका खुलने का समय सुबह 9 बजे से शाम के 6 बजे तक है।
3. जयगढ़ किला (Jaigarh Fort)

आमेर और जयगढ़ किले पास में स्थित हैं और इसे एक एकीकृत संरचना माना जाता है, ये दोनों महल एक दूसरे से सुरंग के माध्यम से जुड़े है। अगर आपको वास्तुकला को समझने में रूचि है तो आपको जयगढ़ किला जरूर जाना चाहिए। किले में म्यूजियम और एक शस्त्रागार भी है।
जयगढ़ फोर्ट को 1726 ईस्वी में सावन जय सिंह द्वितीय द्वारा बनाया गया था, जो समुद्र तल से कई सौ फीट ऊपर है। ये किला लगभग विशाल दीवारों से घिरा हुआ है। ऐसा माना जाता है कि किला जयपुर के सबसे मजबूत स्मारकों में से एक है।
किले में ही दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी पहिया वाली तोप भी है जिसका निर्माण किले में ही किया गया था हालाँकि दिलचस्प और हैरत वाली बात तो ये है कि ये तोप चाहे कितनी भी बड़ी क्यों नहीं है, उस समय लड़ाई के दौरान इस तोप का कभी इस्तेमाल नहीं किया गया।
4. सिटी पैलेस (City Palace)
सिटी पैलेस जयपुर के खास पर्यटक स्थलों में से है, यह हर दिन 9:30 से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। सिटी पैलेस पिछले युग के राजा-महाराजाओं से संबंधित शाही लेखों का संग्रह है। सिटी पैलेस जो जयपुर शहर के केंद्र के पूर्वोत्तर स्थित है, अपने विशाल आंगनों, उद्यानों और इमारतों के लिए प्रसिद्ध है।
इसे सवाई जय सिंह द्वितीय, अंबर के शासक द्वारा 1729 और 1732 के बीच बनाया गया था, यहाँ आपको पारंपरिक राजस्थानी और मुगल वास्तुकला शैलियों का एक खूबसूरत मिश्रण देखने को मिलेगा।
महल में एक कलादीर्घा भी हैं जिसमें लघुचित्रों, कालीनों, शाही साजों सामान और अरबी, फारसी, लेटिन व संस्कृत में दुर्लभ खगोल विज्ञान की रचनाओं का उत्कृष्ट संग्रह है जो सवाई जयसिंह द्वितीय ने विस्तृत रूप से खगोल विज्ञान का अध्ययन करने के लिए प्राप्त की थी।
5. अल्बर्ट हॉल (Albert Hall)
दोपहर के भोजन के बाद अल्बर्ट हॉल संग्रहालय जाएँ। इंडो-सारासेनिक वास्तुकला में निर्मित, यह संग्रहालय राजस्थान राज्य में सबसे पुराना है। यह राजस्थान का राजकीय संग्रहालय भी है।
आप यहाँ अपने फ़ोन से तस्वीरें क्लिक कर सकते हैं, लेकिन अपने कैमरे का उपयोग नहीं कर सकते।
जैसे ही आप संग्रहालय देखते हैं, शाही वास्तुकला आपको चौंका देती है। संग्रहालय में कुछ बहुत सुंदर मिट्टी के बर्तन, वस्त्र, पेंटिंग और कलाकृतियाँ हैं।
संग्रह को बेहतर ढंग से समझने में मदद के लिए एक ऑडियो टूर करें। संग्रहालय रात में अद्भुत दिखता है जब यह प्रकाशित किया जाता है। आप रात में इस क्षेत्र को पार करते हुए इसे देख सकते हैं।
संग्रहालय से चलने योग्य दूरी पर, एक सुंदर बगीचा रामनिवास बाग है। आप चाहें तो यहां टहल सकते हैं।
यदि आप थकान महसूस करते हैं, तो आप कुछ खरीदारी के लिए सीधे निकल सकते हैं। अन्यथा, सीधे मंदिर की ओर बढ़ेंI
6. गलताजी मंदिर (Galtaji Temple)
गलताजी मंदिर जयपुर के लोगों के आस्था का एक बड़ा केंद्र है, अरावली की ऊंची पहाड़ियों पर स्थित यह मंदिर कई मान्यताओं के लिए जाना जाता। यह मंदिर भारत के साथ साथ विदेशी पर्यटकों के बीच काफी प्रसिद्ध है।
इस पवित्र स्थल पर आपको हजारों में बंदरों की संख्या देखने को मिल जाएगी। दिलचस्प बात तो ये है कि ये बंदर यहां आने वाले भक्तों को किसी भी तरह का नुकसान भी नहीं पहुंचाते। यही वजह है कि कई बार इसे बंदर मंदिर के नाम से भी लोग जानते है।
मंदिर की मुख्य विशेषता इसके प्राकृतिक झरने हैं, पहाड़ी झरने से झरने का पानी मंदिर में जाता है। 7 अलग-अलग कुंड (पानी की टंकियां) हैं जहां तीर्थयात्री स्नान करते हैं।
इन सभी के अलावे भी जयपुर में घूमने लायक और भी बहुत सारी जगह है जैसे रामबाग महल, बिरला मंदिर, गोविंद देव जी मंदिर, मोती डूंगरी मंदिर, अक्षरधाम मंदिर, जयपुर चिड़ियाघर, एलिफेटासस्टिक फार्म आदि।
जयपुर जाने का सही समय
जयपुर आने का सबसे अच्छा टाइम अक्टूबर से मार्च के बीच का है क्यूंकि इस टाइम ठंड होती है। गरमी में भी आप आ सकते हैं परंतु यहां गर्मी ज्यादा पड़ती हैं तो आपका घूमने का मजा थोडा किरकिरा हो सकता है।
जयपुर कैसे पहुंचे?
जयपुर एक बड़ी सिटी है आप रेल, फ्लाइट, रोडवे किसी से भी बिना किसी रुकावट के आ सकते हैं। यदि आप यहां ट्रेन से आना चाहते हैं तो जयपुर में ही रेलवे स्टेशन हैं। जयपुर के लिए आपको कई सारी फ्लाइट्स भी अवैलेबल होगी।
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