मानसून में कश्मीर सी खूबसूरत लगती है मध्यप्रदेश की ये जगह, झरने के पीछे है एक प्राचीन पवित्र गुफा।

कश्मीर जिसे इस धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है, कौन ही नहीं जाना चाहेगा इस कुदरत के करिश्मे कश्मीर में लेकिन अगर आप कश्मीर जाने का प्लान इतनी आसानी से तो बनता नहीं है तो क्या हो अगर कोई ऐसी जगह मिल जाये जहाँ हरी भरी वादियों के बीच बहती एक खूबसूरत जलधारा जो एक अद्धभुत वॉटरफॉल का रूप लेती है और यही नहीं इस झरने के पीछे भी आप जा सकते हैं जहाँ स्थित है एक पवित्र गुफा और उस प्राचीन गुफा में विराजे है महादेव तो बताइये कौन ही होगा जो यहाँ नहीं जाना चाहेगा? ऐसे में अगर आप भी इस बारिश के सुहाने मौसम में ढूंढ रहे है कश्मीर जैसी कोई जगह तो ये ब्लॉग आप के लिए ही है।
जी हाँ हम बात कर रहे हैं बांसवाड़ा रतलाम रोड पर स्थित कल्याण केदारेश्वर महादेव की जो एक छिपी हुई बेहद खूबसूरत लोकेशन है लेकिन अगर आप मानसून में इस जगह की यात्रा करते हैं तो हम आपको विश्वास दिलाते हैं की ये आपकी जिंदगी की सबसे खूबसूरत यात्राओं में से एक होगी। तो चलिए देर किस बात की, आपको बताते हैं हमारी कल्याण केदारेश्वर महादेव की यात्रा के बारे में।
हम हमारी बांसवाड़ा यात्रा पर थे और बारिश के मौसम में बांसवाड़ा की अद्भुत खूबसूरती देखने के बाद हमें पता लगा रतलाम जिले के सैलाना में स्थित इस जगह का तो बस हम चल दिए इसकी यात्रा पर।
बांसवाड़ा से कुछ दूर चलने के बाद हमें कुछ ऐसे नज़ारे दिखने लगे जिसे देख बिलकुल विश्वास नहीं हो रहा था की इतनी खूबसूरत लोकेशन अभी तक भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों की लिस्ट में नहीं है ।
जहाँ नज़र जा रही थी बस घनी हरियाली, खूबसूरत देसी विदेशी पक्षी ,बहुत सुन्दर दिखती कुछ जलधाराएं और कुल मिलाकर एक ऐसी जगह जिसे प्रकृति ने सिर्फ खूबसूरत प्राकृतिक नज़ारों से भर दिया है।
कुछ देर बाद हम पहुंच गए कल्याण केदारेश्वर मंदिर पर, यहाँ बांसवाड़ा- रतलाम रोड पर ही एक बोर्ड लगा दिखा जहाँ प्राचीन कल्याण केदारेश्वर महादेव मंदिर लिखा हुआ था। यहाँ से अंदर करीब आधा किलोमीटर का रास्ता खराब था तो हमने अपनी कार फाइनल डेस्टिनेशन से 200-300 मीटर पहले ही खड़ी कर दी और पैदल 5-10 मिनट चलकर हम पहुंच गए उस पवित्र गुफा के पास।
यहाँ से चारों ओर हम घनी हरियाली से आच्छादित पहाड़ियाँ दिखाई दे रही थीं और एक बेहद खूबसूरत दूधिया झरना इस लोकेशन की सुंदरता में चार चाँद लगा रहा था । कुछ दुकाने थीं जहाँ आप प्रसाद आदि ले सकते हैं।
फिर हम नीचे गुफा की तरफ गए जहाँ महादेव के दर्शन किये और जल अर्पित किया । यहाँ गुफा के अंदर से एक अनोखा अनुभव हमें मिला जिसमें हम झरने की पीछे मौजूद थे और झरने को पीछे से देखने का हमारा ये पहला अनुभव था जो हमेशा हमें याद रहेगा।
फिर हम ऊपर की तरफ गए और ऊपर एक बेहद खूबसूरत सी जलधारा बह रही थीं जो आगे जाकर उस झरने का रूप लेती है, यहाँ हमने कुछ कभी न भूलने वाली यादों को हमारे मन के साथ अपने कैमेरे में भी इक्कठा कर लिया।
नज़ारा ऐसा था जिसकी हमने बिलकुल भी उम्मीद नहीं की थीं और साथ ही में इतनी खूबसूरत लोकेशन के साथ इतने प्राचीन गुफा मंदिर में महादेव के दर्शन करके मन तृप्त हो गया था ।
तो अगर आप मानसून में अपनी नयी यात्रा का प्लान कर रहे हैं और आप बांसवाड़ा या रतलाम के पास है तो हम आपको इस जगह जाने का प्रबल सुझाव देंगे। और अगर आप ऐसी ही और छिपी हुई खूबसूरत जगहों के बारे में जानना चाहते हैं तो आप हमारे Youtube चैनल WE and IHANA पर नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके जा सकते हैं।
https://youtube.com/c/WEandIHANA
यहां कैसे पहुंचे:
रेल मार्ग द्वारा:
यह स्थान रतलाम-बांसवाड़ा मार्ग पर रतलाम से लगभग 25 किलोमीटर दूर है। रतलाम देश के सभी प्रमुख शहरों से रेल नेटवर्क से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है और इसीलिए रतलाम पहुंचने के लिए रेल मार्ग सबसे आसान विकल्प होगा।
हवाई मार्ग द्वारा:
इंदौर शहर का हवाई अड्डा रतलाम से निकटतम दूरी वाला हवाई अड्डा है और फिर रतलाम से आप 25 किलोमीटर दूर कल्याण केदारेश्वर महादेव मंदिर तक पहुँचने के लिए टैक्सी ले सकते हैं।
सड़क मार्ग द्वारा:
आप इंदौर या उदयपुर जैसे बड़े शहरों से बस या टैक्सी द्वारा आसानी से रतलाम पहुँच सकते हैं। इस खूबसूरत जगह की उदयपुर से दूरी लगभग 210 किलोमीटर है और अगर आप बांसवाड़ा से रतलाम की ओर जा रहे हैं तो यह जगह आपको राजस्थान के बांसवाड़ा शहर से लगभग 58 किलोमीटर की दूरी पर उसी सड़क पर मिल जाएगी।