राजस्थान के थार रेगिस्तान के बीचों-बीच मौजूद बीकानेर को राजस्थान का दिल कहते हैं, पर्यटन की दृष्टिकोण से बीकानेर काफी समृद्ध है। इतिहास खंगालें तो आपको पता चलेगा कि इस राज्य की स्थापना महाभारत काल में की थी थी, उस दौरान इस शहर को जांगल देश के नाम से जाना जाता था। ये शहर आज भी अपनी राजपुताना सभ्यता, संस्कृति और ऐतिहासिक किलों के पुराने इतिहास के साथ घिरा हुआ है।
ऐसे में अगर आप बीकानेर जाने की प्लानिंग कर रहे है तो आप कई चीजें एक्सप्लोर कर सकते है, तो आइए जानते है कुछ खास चीजें –
ऊंट की सवारी
राजस्थान से जैसलमेर की ओर जाने वाले क्षेत्रों में ऊंट की सवारी का बहुत ही चलन है। यहां आप शाम के समय भी रेत के ऊपर ऊंट की सवारी का मज़ा ले सकते है। यहां आकर आप ऊंट की सवारी का मज़ा ज़रूर लें।
बीकानेर में कई मेले और त्यौहार मनाए जाते हैं। बीकानेर के सबसे प्रसिद्ध त्यौहारों में से एक जनवरी में आयोजित ऊंट महोत्सव है जो राजस्थान भारत पर्यटन, कला और संस्कृति द्वारा किया जाता है। इस त्यौहार के दौरान, ऊंटों की भीड़ लाई जाती है और संभवतः सबसे रंगीन तरीके से सजाए जाते हैं।
लोकल फूड
वैसे तो बीकानेर में कई फूड की वेराइटी देखने को मिल जाती है। यहां पर आपको घी की बाटी और अरहर की दाल का मजा ज़रूर लें। और साथ ही मथानिया मिर्च की लाल चटनी का स्वाद भी ज़रूर लें।
स्काई बर्ड वॉटर पार्क
अगर आप बीकानेर जाने का सोच रहे है तो आपको यहां के स्काई बर्ड वॉटर पार्क ज़रूर जाना चाहिए। यहां आप अपने दोस्तों, बच्चों या परिवार के साथ आ कर आनंद लें सकते है।
लालगढ़ पैलेस
1902 से 1926 के बीच बनवाया गया यह ऐतिहासिक पैलेस है, जिसे गंगा सिंह ने बनवाया था जो कि बीकानेर के महाराजा थे। बीकानेर आ कर यहां की ऐतिहासिक इमारत को जरूर देखें।
जूनागढ़ किला
बीकानेर का जूनागढ़ किला एक शानदार संरचना है जिसके चारों ओर बीकानेर शहर पला-बढ़ा है। किले को शुरू में चिंतामणि कहा जाता था और फिर 20 वीं शताब्दी में इसका नाम बदलकर जूनागढ़ या पुराना किला कर दिया गया। जूनागढ़ किले की नींव 1478 में राव बीका ने बनवायी थी। हालाँकि, यह तब एक पत्थर के किले के रूप में मौजूद था।
किले की गैलरी, लॉन और खिड़कियां पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करती हैं। करण महल, अनूप महल, चंद्र महल और फूल महल यहाँ के कुछ प्रमुख आकर्षण हैं।