बिहार स्थित गया घूमने के लिहाज़ से एक शानदार जगह है। यहां हर साल हज़ारों बौद्ध धर्म के अनुयायी दर्शन और शिक्षा प्राप्त करने आते हैं। गया में मौजूद महाबोधि टेंपल हो या फिर थाई मठ, इन जगहों पर आपको साकारात्मक ऊर्जा का आभास होगा।
हिंदू मान्यताओं के लिहाज़ से भी मोक्ष प्राप्ति के लिए गया एक अहम स्थान है। आज हम आपको बताते हैं गया की उन जगहों के बारे में, जहां घूमकर आपका मन शांत और आनंदित महसूस करेगा।
गया का सबसे मशहूर टूरिस्ट स्पॉट महाबोधि टेंपल

गया का सबसे मशहूर टूरिस्ट स्पॉट है महाबोधि टेंपल। दुनियाभर से बौद्ध अनुयायी इस मंदिर में अपनी आस्था लिए आते हैं। यह स्थान इसलिए भी खास है, क्योंकि यहां महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इस मंदिर का परिसर बेहद शांत है. यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर घोषित किया है।
महात्मा बुद्ध की ध्यानमय मूर्ति

गया शहर पूरी तरह से गौतम बुद्धमय है। ग्रेट स्टैचू ऑफ बुद्धा एक ऐसी, जगह है जहां महात्मा बुद्ध की ध्यानमय मूर्ति स्थापित है। 25 मीटर ऊंची इस मूर्ति पर गौतम बुद्ध कमल पर बैठे नज़र आ रहे हैं। इस मूर्ति को बनाकर तैयार करने में 7 साल लग गए।
रॉयल भूटानी मठ

बेहद शांत वातावरण लिए रॉयल भूटानी मठ उन लोगों के लिए आदर्श जगह साबित होगी, जो बौद्ध धर्म को जानना-समझना चाहते हैं। भगवान बुद्ध की मूर्ति स्थापित इस मठ में बौद्ध धर्म की सीख दी जाती है।
भारत में एकमात्र थाई मठ

यह मठ इसलिए खास है, क्योंकि इसे थाईलैंड के राजा ने बनवाया था। इस मठ में आपको थाई कला के नमूने देखने को मिलेंगे। थाई मठ के बारे में माना जाता है कि भारत में यह एकमात्र थाई मठ है।
दुंगेश्वरी माता का मंदिर

दुंगेश्वरी माता का मंदिर सभी धर्म के लोगों के लिए अत्यंत महत्व रखता है। बौद्ध अनुयायी मानते हैं कि इस गुफा में रहते हुए महात्मा बुद्ध ने सालों-साल तप किया है।
बराबर गुफा

देश की प्राचीनतम गुफाओं में एक बराबर गुफा को देश की प्राचीनतम गुफाओं में से एक माना जाता है। यहां अशोक काल के शिलालेख मौजूद हैं। ये खूबसूरत गुफाएं चट्टानों को काटकर बनाई गई है।