सतपुड़ा पठार के उत्तर पश्चिमी भाग पर स्थित सिवनी लगभग 8758 वर्ग किलोमीटर के एक विशाल भौगोलिक क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इस जगह के नाम के पीछे एक अनोखी कहानी है, कहा जाता है कि, जगत गुरू एक बार केरल की यात्रा कर रहे थे और अपनी इस यात्रा के दौरान वह इस खूबसूरत सी जगह से होकर गुजरे और उन्होने इस जगह का नाम शिरोनी रख दिया जो कि बाद में शिव नगरी या सिवनी के नाम से विख्यात हो गया था। इतना ही नहीं इस खास जगह का विवरण मशहूर जंगल बुक में भी किया गया है।
सिवनी में घूमने की जगह। Places to visit in Seoni
भीमगढ़ संजय सरोवर बांध
इस क्षेत्र में इस बांध के कारण ही सिंचाई का काफी विस्तार हुआ है और कृषि के व्यवसाय को नया आयाम मिला है। हाल ही में इस बांध ने विद्युत ऊर्जा उत्पादन शुरू कर दिया है और आसपास के इलाकों को बिजली की सप्लाई भी दे रहा है। आपको जानकर हैरत होगी कि, यह बांध एशिया के सबसे बड़े मिट्टी के बांधों में से एक है।

महाकालेश्वर मंदिर
भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर में सैकड़ों की संख्या में यहां पर्यटक भगवान के दर्शन करने और आर्शीवाद लेने के लिए आते है। सिवनी से 20 किमी की दूरी पर स्थित दिगहोरी नाम के गांव में महाकालेश्वर मंदिर स्थित है। इस मंदिर तक पर्यटक सार्वजनिक परिवहन के साधनों के माध्यम से आसानी से पहुंच सकते हैं। बताया जाता है कि, इस मंदिर का निर्माण करीबन 8 वीं सदी में भारत के महान दार्शनिक आदि शंकराचार्य ने किया था।

आमोदगढ़
यह खूबसूरत जगह सिवनी – मंडला राज्य राजमार्ग पर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि रूडयार्ड किपलिंग ने अपनी किताब ” जंगल बुक ” में इसी जगह का वर्णन किया है, यह वही बुक है जिसका छोटा सा नायक ”मोगली” है। इस खूबसूरत जगह की सैर करते हुए पर्यटक सोना रानी महल के खंडहर भी निहार सकते हैं।

पेंच राष्ट्रीय उद्यान
इस स्थान का नामकरण पेंच नदी के कारण हुआ है जो कि पेंच नेशनल पार्क के साथ-साथ उत्तर से दक्षिण की और बहती है। यहाँ पर पौधों की 1200 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं। सिवनी से करीबन 61 किमी की दूरी पर पेंच राष्ट्रीय उद्यान सतपुड़ा की पहाड़ियों के दक्षिणी भाग में स्थित है। पार्क में अनेक पक्षी भी बहुतायत में पाए जाते हैं, जिनमें देशी और प्रवासी दोनों प्रकार के पक्षी शामिल हैं।

अंबा माई सिवनी
यह सिवनी जिले के बरहट तहसील के अम्मा माई गांव में स्थित है। यहां पर शंकर भगवान जी की बहुत ही भव्य प्रतिमा भी आपको देखने के लिए मिलती है और यहां अंबा मां की मूर्ति भी विराजमान है। अंबा माई एक धार्मिक स्थल होने के साथ-साथ प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। यह घने जंगलों के बीच में पहाड़ों पर स्थित है। यहां पर खूबसूरत मंदिर बना हुआ है। आपको यहां पर एक नदी देखने के लिए मिलती है।
गुरु रत्नेश्वर धाम मंदिर सिवनी
इस स्थान के बारे में कहा जाता है कि यहां पर श्री शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज का जन्म स्थान है। गुरु रत्नेश्वर धाम सिवनी जिले में स्थित एक धार्मिक स्थल है। इस मंदिर में स्फटिक शिवलिंग रखा गया है। स्फटिक एक प्रकार का पत्थर होता है, जो पारदर्शी होता है, जिसके आर पार देखा जा सकता है। मंदिर के बाहर बगीचा भी है और यह मंदिर साउथ इंडियन स्टाइल में बना हुआ है और बहुत खूबसूरत है।

दीवान महल एवं बावड़ी सिवनी
यहां पर आपको एक महल देखने के लिए मिलता है और एक बावड़ी देखने के लिए मिलती है। यह महल मुख्य सिवनी शहर में स्थित है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। कहा जाता है कि यह महल रानी दुर्गावती के दीवान का था।

बंजारी माता मंदिर सिवनी
यहां पर आपको बंजारी माता की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। बंजारी माता मंदिर सिवनी जिले का एक अच्छी जगह है। यह मंदिर जंगल के बीच में स्थित है। बंजारी माता का मंदिर सिवनी जिले के छपारा ब्लॉक में स्थित एक धार्मिक स्थल है। आप जब भी जबलपुर से नागपुर की यात्रा रहती है। तब आप यह मंदिर घूम सकते हैं। बंजारी माता का मंदिर सिवनी जिले के छपारा ब्लॉक में स्थित एक धार्मिक स्थल है।

मठ घोघरा झरना सिवनी
यह जगह प्राकृतिक स्थल होने के साथ-साथ एक धार्मिक स्थल भी है। यहां पर आपको बरसात के समय एक जलप्रपात देखने के लिए मिलता है। मठ घोघरा झरना सिवनी जिले में लखनादौन में स्थित एक प्राकृतिक स्थल है। यहां पर शिव भगवान जी की एक प्रतिमा भी है। यह जगह प्राकृतिक स्थल होने के साथ-साथ एक धार्मिक स्थल भी है। पहाड़ों से झरना गिरता है, जो पीने योग्य पानी है।

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