मध्यप्रदेश में स्थित मुरैना शहर के आस पास कई छोटे बड़े घूमने योग्य स्थान है जिसे देखने लोग यहां दूर दूर से आते हैं। स्थानीय विश्वास के मुताबिक, मुगल काल के दौरान राजमार्ग पर छोडा, नूरबाद, पोर्स और मोरेना इत्यादि जैसी जगह थी।
मुरैना में घूमने की जगह। Places to visit in Muraina
बटेश्वर मंदिर मुरैना
मुरैना शहर की सबसे प्राचीन धरोहर में से एक बटेश्वर मंदिर हैं। यहां पर लगभग 200 से भी ज्यादा मंदिर है। इनमें से अधिकतर मंदिर भगवान शिव जी को समर्पित है। यह मंदिर हजारों साल पुराने हैं। मगर बहुत सारे मंदिर नष्ट हो गए हैं। अभी आपको करीब 100 मंदिर ही देखने के लिए मिल जाएंगे। यह मंदिर पूरी तरह पत्थर से बने हुए हैं और इन मंदिरों में नक्कशी गई है, जो बहुत ही खूबसूरत है।

गढ़ी पड़ावली मुरैना
यह मंदिर पदावली गांव के पास में ही स्थित है। गढ़ी पड़ावली एक प्राचीन शिव मंदिर है। यहां पर आप शिव भगवान जी का मंदिर देख सकते हैं और मंदिर में शिवलिंग विराजमान है। मंदिर की दीवार में ब्रह्मा, विष्णु, महेश, सूर्य, गणेश, काली और विष्णु के अवतारों का अंकन किया गया है। यहां पर गार्डन बना हुआ है, जहां पर आप बैठ सकते हैं।

इकत्तरसो महादेव मंदिर, मितावली
यहां पर प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलतें हैं। यह मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। यह मंदिर पूरी तरह पत्थरों से बना हुआ है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यहां पर आपको शिवलिंग देखने के लिए मिल जाता है।यहां पर प्राचीन मूर्तियां भी पाई गई थी, जो ग्वालियर संग्रहालय में संग्रहित कर के रखी गई है।

शनिश्चर मंदिर बारह्वाली
यह बारहवली गांव में स्थित एक प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर में शनि देवता की प्राचीन मूर्ति विद्यमान है, यह मंदिर एक पहाड़ी पर बना हुआ है। और कहा जाता है कि इस मूर्ति की स्थापना राजा विक्रमादित्य के द्वारा की गई थी। इस मंदिर को लेकर हनुमानजी और शनि देवता जी की एक कहानी प्रचलित है।

नूराबाद पुल
यह पुल मुरैना शहर के नूराबाद नगर में स्थित है। नूराबाद पुल मुरैना शहर का प्राचीन स्मारक है। पुल मुरैना ग्वालियर हाईवे रोड के बाजू में ही स्थित है। इस पुल का निर्माण मुगल सम्राट जहांगीर ने 16वीं शताब्दी में अपनी रानी नूरजहां की याद में कराया था। पुल के दोनों ओर अष्टकोणीय गुंबददार छतरियां बनी हैं।

कुंतलपुर बांध या कोतवाल बांध
यह बांध आसन नदी पर बना हुआ है। कुंतलपुर बांध या कोतवाल बांध मुरैना जिले में स्थित एक बांध है। इस बांध तक आप अपने वाहन से आ सकते हैं। यह बांध बहुत सुंदर है यह बांध मुरैना शहर से करीब 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बरसात के समय इसका दृश्य बहुत अच्छा होता है।

सूर्य मंदिर कुंतलपुर मुरैना
कुंतलपुर का संबंध महाभारत से माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि कर्ण का जन्म कुंतलपुर के इस जगह पर हुआ था। यहां पर आसन नदी बहती है। यहां पर एक शिव मंदिर भी है। शिव मंदिर में शिवलिंग विराजमान है। यह जगह बहुत खूबसूरत है और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। साथ ही ऐसा कहा जाता है कि कहा जाता है कि यह शिवलिंग का आकार दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहा है।

शहीद स्मारक मुरैना
शहीद स्मारक मुरैना में घूमने वाली एक प्रमुख जगह है। यहां पर देश के वीर सिपाही जिन्होंने अपने प्राणों के बलिदान दिए हैं, उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए स्मारक बनाया गया है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। यहां पर गार्डन बना हुआ है और बैठने की व्यवस्था है। आपको यहां पर आकर अच्छा लगेगा। शहीद स्मारक मुरैना जिले में हाईवे रोड के पास ही में स्थित है। आप यहां पर आसानी से पहुंच सकते हैं।

ककनमठ मंदिर मुरैना
यह मंदिर अद्भुत इसलिए है, क्योंकि यह मंदिर बिना किसी भी सपोर्ट के खड़ा हुआ है। सिर्फ इसमें पत्थरों को बैलेंस करके रखा गया है और यह मंदिर अभी तक खड़ा हुआ है। इस मंदिर में किसी भी प्रकार के सीमेंट चुने या चिपकाने वाले पदार्थ का इस्तेमाल नहीं किया गया है। कहा जाता है कि यह मंदिर भूतों के द्वारा एक रात में ही बनाया गया था। यह मंदिर बहुत खूबसूरत है और आप इस मंदिर में अंदर जा सकते हैं। यह मंदिर भगवान शिव जी को समर्पित है।

मुरैना संग्रहालय
यहां पर आप आकर मुरैना में स्थित प्राचीन जगह के बारे में जान सकते हैं। यहां पर पुरानी चीजों का कलेक्शन करके भी रखा गया है। आपको यहां पर हमारे देश के लिए शहीद हुए वीरों के बारे में भी जानकारी मिल जाएगी। यहां पर रामप्रसाद बिस्मिल्लाह जी के बारे में आपको जानकारी मिल जाएगी।

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