आंध्र प्रदेश में बसा मछलीपट्टनम शहर एक बहुत ही आकर्षक स्थान है। जहां आप अपने दोस्तो और अपने परिवार के साथ छुट्टियां बिताने आ सकते है। साथ ही यह घूमने के लिए एक बहुत ही मजेदार और रोमांचक स्थान है। इसके साथ ही इस शहर में दूसरे देशों से भी हर साल लोगों का आना जाना लगा होता है। मछलीपट्टनम शहर छुट्टियां बिताने का एक बहुत ही अच्छा विकल्प है, यहां आ कर आप इस पर्यटक स्थल के मज़े ले सकते है।
मछलीपट्टनम में घूमने की जगह। Places to visit in Machelipatnam
मांगीनापुड़ी बीच (Manginapudi Beach)
यह एक बहुत प्रसिद्ध बीच है, जहां भरी मात्र में लोग यहां घूमने के लिए आते है। इस मांगीनापुड़ी बीच की एक खास बात यह है जिसके कारण यह बीच काफी चर्चा में रहता है कि इस समुद्र तट के किनारे पर काले रंग की मिट्टी मौजूद है। इसके साथ ही इसी बीच के पास एक डांसिंग स्कूल भी स्थित है। इसके अलावा इस बीच पर स्विमिंग भी कि जाती है, जिस वजह से यहां पर्यटकों को आने में और भी ज्यादा अच्छा लगता है।
स्थान
मांगीनापुड़ी बीच आंध्र प्रदेश में स्थित हैं। जो कि मछलीपट्टनम शहर से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
समय
इस बीच में फरवरी और मार्च के महीने में कृष्ण उत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसके कारण देश भर से और दुनिया के कोने कोने से कृष्ण भक्त यहां आते हैं, और साथ ही उस समय इस समुद्र तट पर कई अलग अलग तरह के कार्यक्रम को आयोजित किया जाता हैं। यहां संगीत तथा नृत्य रात भर होता है।

पांडुरंगा स्वामी मंदिर (Panduranga Swamy Temple)
यह मंदिर भगवान पांडुरंगा विट्ठल को समर्पित है। जो कि एक खूबसूरत और प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर छह एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां पर पांडुरंगा विट्ठल भगवान की एक मूर्ति है, जो कि 3 फीट ऊंची है। जो कि भगवान कृष्ण के बचपन के रंग-रूप से काफी मिलती जुलती दिखाई देती है। हीरे से बने मुकुट और अन्य आभूषणों के साथ पांडुरंगा स्वामी की मूर्ति को सजाया जाता हैं। इसके साथ ही मंदिर में आपको अभयजन्य स्वामी की मूर्ति भी देखने को मिलेगी। जो कि भगवान पांडुरंगा स्वामी की मूर्ति के सामने ही खड़ी हुई है।
समय
यह मंदिर पूरे साल भक्तों के दर्शन के लिए खुला रहता है। आप यहां कभी भी आ के इस मंदिर के दर्शन कर सकते है।
स्थान
यह मंदिर आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम शहर में स्थित एक लोकप्रिय और प्राचीन मंदिर है।

लाइट हाउस (The Lighthouse)
ये लाईट हाउस मछलीपट्टनम बीच के एकदम पास में ही स्थित हैं, जो कि 1982 में बनवाया गया था। काफी पुराना होने के कारण ये लाइटहाउस काफी ज्यादा प्रसिद्ध भी है। इस लाइट हाउस की एक खास बात यह है कि यह लाइट हाउस ब्लैक एंड वाइट कलर का है, जो की मछलीपट्टनम बीच शोभा को और भी ज्यादा बढ़ा देता है, जिससे बीच कि रौनक में चार चांद लग जाते है।
स्थान
यह लाइट हाउस मछलीपट्टनम शहर के मछलीपट्टनम बीच के पास स्थित हैं।
समय
इस लाइट हाउस को आप कभी भी देखने जा सकते है। लेकिन इस लाइट हाउस को शाम के समय देखने का आंनद अलग होगा जब यह ब्लैक एंड वाइट कलर का प्रतीत होता हुआ दिखाई देता हैं।

भगवान शिव का मंदिर (Temples of Lord Shiva)
भगवान शिव को समर्पित यह मन्दिर करीब 150 साल पुराना है। यहां के लोगों में इस मंदिर को लेकर भी लोगों के मन में अलग-अलग तरह की मान्यताएं भी हैं, साथ ही यहां लोगो का मानना है कि जो कोई भी इस मंदिर में सच्चे मन से आकर प्रार्थना करता है उसकी वह इच्छा ज़रूर पूरी होती हैं। साथ ही इस मंदिर को और ज्यादा सुंदर बनाने के लिए पानी के बीचो बीच भगवान शिव का मंदिर बना हुआ हैं, जो कि यहां आने वाले लोगों को और भी आकर्षित करता हैं।
समय
वैसे तो यह मंदिर साल भर अपने भक्तो के लिए खुला रहता है, लेकिन इस मंदिर में शिवरात्रि के अवसर पर इस मंदिर के अंदर भगवान शिव के दर्शन करना अपने आप में एक अद्भुत अनुभव होगा।
यह शिव मंदिर आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम शहर में स्थित मंदिर है जो कि एक लोकप्रिय और प्राचीन मंदिर है।

साईं महाराज देवालयम (Sai Maharaj Devalayam)
मछलीपट्टनम शहर में साईं बाबा का एक बहुत ही लोकप्रिय मंदिर भी स्थित है। यह मंदिर लोगो को अपनी ओर आकर्षित किए हुए है क्योंकि इस मंदिर में 70 फीट ऊंचे साईं बाबा की प्रतिमा बनी हुई है। जिसमें साईं बाबा अपने स्थान पर बैठे हुए हैं। इसके साथ ही साईं बाबा के सिर पर नागराज भी बने हुए हैं। दिखने में यह प्रतिमा बहुत ही ज्यादा सुंदर दिखाई देती है।
स्थान
साईं बाबा का यह मंदिर आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम जिले स्थित हैं।
समय
यह मंदिर साल भक्तों के लिए खुला रहता है, जहां लोग दूर दूर से इस मंदिर के दर्शन करने के लिए आते हैं। जो व्यक्ति आंध्र प्रदेश के अन्य जिलों में भी घूमने के लिए आते हैं, वह भी साईं महाराज के दर्शन करने के लिए यहां पर जरूर आते हैं।

मछलीपट्टनम चर्च (Machilipatnam Church)
पूरे आंध्र प्रदेश में काफी यह चर्च काफी ज्यादा प्रसिद्ध है क्योंकि वहां इस शहर का सबसे पुराना चर्च यही है। जिसे 19वीं शताब्दी के दौरान अंग्रेजों ने बनवाया था। यह एक बहुत ही आकर्षक चर्च है, साथ ही भारत के अलावा बाहर से आने वाले दूसरे देशों के लोग भी इस चर्च को देखने के लिए यहां जरूर आते हैं। क्रिसमस के अवसर पर भी दूसरे देशों से लोग यहां आते हैं। और क्रिसमस के अवसर पर इस चर्च के आसपास के इलाकों को भी काफी आकर्षक तरीके से सजाया जाता है। जिस कारण यह और भी ज्यादा सुंदर दिखाई देता है। और साथ ही ईसाई धर्म के साथ-साथ और भी सभी धर्मों के लोग यहां पर आकर क्रिसमस के दिन एकत्रित होतो है और क्रिसमस के त्यौहार की बड़ी ही धूमधाम से मनाते हैं।
स्थान
यह चर्च आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम शहर में स्थित हैं।
समय
यहां आप दिसम्बर के समय आ सकते है, जो कि यहां क्रिसमस का त्यौहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता हैं। यह एक अच्छा समय है जब आप यहां के क्रिसमस के त्यौहार का आनंद के सकते है। इस दौरान इस चर्च को सजाया जाता है जो कि देखने में बहुत ही सुंदर और आकर्षक लगता है।

मछलीपट्टनम में करें खरीदारी (Shopping in Machelipatnam)
यहां का बाज़ार अपने हाथों की कला के कारण भी प्रसिद्ध है। साथ ही यहां पर आपको अलग-अलग तरह के हाथों के द्वारा बनाए गए कपड़े भी मिल जाते हैं। ये दिखने में बहुत ही आकर्षक और सुंदर होते हैं। इसी कारण यहां पर आने वाले ज्यादातर पर्यटक इन कपड़ों को खरीदते भी हैं। और खास बात यह है कि भारत के अलावा भी जो पर्यटक दूसरे देशों से था घूमने के लिए आते हैं वह इन कपड़ों को बहुत ज्यादा पसंद करते हैं, क्योंकि इन कपड़ों को कुछ अलग ही तरीके से बनाया जाता हैं, जो कि हस्तकला का एक अद्भुत और बेहतरीन प्रदर्शन होता है।
मछलीपट्टनम शहर में घूमने आने का समय
मछलीपट्टनम शहर में घूमने आने के लिए आप नवंबर से लेकर फरवरी के महीने का समय चुन सकते है। क्योंकि यहां मार्च के आखिरी दिनों में और अप्रैल से लेकर अक्टूबर तक के समय में तो यहां बहुत ही ज्यादा गर्म वातावरण होता है, और यहां का टेंपरेचर भी करीब 41 डिग्री तक पहुंच जाता है। इसी कारण आपको यहां ज्यादा गर्मी के मौसम में घूमने का मजा नहीं आएगा। इसीलिए आपको यहां घूमने के लिए नवंबर से मार्च तक के महीने में आना चाहिए, ताकि आप यहां आ कर Beach का भी मज़ा ले सकेंगे।