खंडवा में घूमने की जगह। Places to visit in Khandwa

यहां पर सौलानियों के देखने के लिए कई आकर्षक स्थान है। खंडवा में कई प्राचीन कुंड है, और घंटाघरों को घेरे हुए चारों ओर 4 कुंड हैं। खंडवा में देखने के लिए और भी कई सारे तीर्थस्थान और प्राचीन मंदिर है। हिंदुओं के लिए पूजा का एक महत्वपूर्ण स्थान भवानी माता मंदिर है। एक अन्य प्रमुख मंदिर दादाजी का दरबार है। हर साल यहां हजारों श्रद्धालु नव चंडी देवा धाम के दर्शन करने आते हैं।

खंडवा में घूमने की जगह। Places to visit in Khandwa


ओमकारेश्वर मांधाता

खंडवा से 75 कि.मी दूर स्थित जैनियों और हिन्दुओं के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण तीर्थस्थान है। इसी स्थान पर ममलेश्वर और सिद्धवरकूट स्थित हैं। पहला स्थान हिन्दुओं का महत्वपूण धार्मिक स्थान है जबकि दूसरा जैनियों का धार्मिक स्थान है।

ओमकारेश्वर मांधाता - खंडवा
ओमकारेश्वर मांधाता – खंडवा

 

असीरगढ किला

खंडवा का एक प्रमुख आकर्षण है। जिसे डेक्कन के नेत्र के रुप में माना जाता है। दुनिया भर से हर साल
हजारों सैलानी इस किले को देखने आते हैं। यह खंडवा पर्यटन का एक मुख्य कारक यह किला है। यहां आए सैलानी किशोर कुमार की स्मारक गौरी कुंज को भी देखते हैं। खंडवा शहर में कई सारे बांध हैं।

असीरगढ किला - खंडवा
असीरगढ किला – खंडवा

 

दादाजी धूनीवाले

प्राचीन कथाओं के अनुसार ऐसा बताया जाता है कि दादाजी धूनीवाले मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव साईं खेड़ा में एक पेड़ के द्वारा अवतार लिए थे। इसके बाद दादाजी ने इस गांव में अपने शक्ति और
ज्ञान से यहां पर कई सारी लीलाएं दिखाई थी। खंडवा के रेलवे स्टेशन से लगभग 2 से 3 किलोमीटर की दूर दादाजी धूनीवाले का एक विशाल मंदिर है जहां पर हर साल गुरु पूर्णिमा पर लाखों लोग उनके दर्शन के लिए जाते हैं।

दादाजी धूनीवाले - खंडवा
दादाजी धूनीवाले – खंडवा

तुलजा भवानी मंदिर

यह मंदिर माता तुलजा भवानी को समर्पित है। यह मंदिर धर्म का प्रतीक यह खंडवा शहर में घूमने फिरने का सबसे बेहतरीन स्थान माना जाता है। नवरात्रि के पावन अवसर पर हर साल कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है इन कार्यक्रमों में शहर ही नहीं बल्कि आसपास के छोटे-छोटे गांव के लोग भी शामिल होते हैं।

तुलजा भवानी मंदिर - खंडवा
तुलजा भवानी मंदिर – खंडवा

नवचंडी माता मंदिर

यह मंदिर माता नवचंडी को समर्पित है जो एक अद्भुत और विशाल मंदिर है जो खंडवा शहर का सबसे आकर्षण का केंद्र माना जाता है। यह नवचंडी माता मंदिर खंडवा शहर के रामेश्वर नगर में मौजूद है। यहां पर सप्ताह के सातों दिन भक्तों का आना जाना लगा रहता है। अक्सर लोग यहां पर एक लंबा समय गुजारने के लिए आते रहते हैं।

नवचंडी माता मंदिर - खंडवा
नवचंडी माता मंदिर – खंडवा

हनुवंतिया टापू

मध्यप्रदेश में छोटा गोवा के नाम से भी जाना जाने वाला हनुवंतिया टापू है। यह खंडवा जिले का एक उभरता हुआ पर्यटक स्थल है। यह खंडवा शहर से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित है। इस स्थान पर हर साल जल महोत्सव का आयोजन किया जाता है जिसमें शामिल होने के लिए दूर-दूर से पर्यटक यहां पर आते हैं।

हनुवंतिया टापू - खंडवा
हनुवंतिया टापू – खंडवा

संत सिंगाजी मंदिर खंडवा

भारत के महान संतों में से एक संत सिंगाजी महाराज को समर्पित जिसे पशु रक्षक देवता के रूप में भी जाना जाता है। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में संत सिंगाजी महाराज का जन्म हुआ था। उन्होंने अधर्म के खिलाफ कई बड़े लड़ाइयां लड़ी और उन पर विजय प्राप्त की। इसके बाद संत सिंगाजी महाराज जी सन्यासी बन गए थे और उन्होंने 40 वर्ष की उम्र में ही समाधि भी ले ली थी।

संत सिंगाजी मंदिर - खंडवा
संत सिंगाजी मंदिर – खंडवा

 

नागचून डेम

नागचून डेम खंडवा शहर से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ प्रकृति प्रेमियों की सबसे पसंदीदा जगह में से एक हैं। यहां अक्सर आसपास के लोग यहां पर छुट्टियां बिताने के लिए आते हैं क्योंकि इसकी प्राकृतिक सुंदरता इसको बेहद खास बनाती है। पर्यटकों के लिए यहां पर पिकनीक मनाने के लिए कई बेहतरीन जगह मौजूद है और फिरने के लिए भी कई बेहतरीन जगह मौजूद है जो इस जगह को और भी खास बनाती है।

नागचून डेम - खंडवा
नागचून डेम – खंडवा

 

पुनासा डैम

मध्य प्रदेश के सबसे खास पर्यटक स्थलों में से एक इंदिरा सागर बांध है, जिसे सबसे खास पर्यटक स्थलों में से एक माना जाता है। थी.पुनासा डैम चारों तरफ से विशालकाय पहाड़ों से घिरा हुआ बेहद खूबसूरत है। इंदिरा सागर बांध के सभी गेट बरसात के दिनों में खोल दिए जाते हैं तब यहां की खूबसूरती देखने लायक होती है और इसलिए यहां पर दूर-दूर से पर्यटक आना पसंद करते हैं।

पुनासा डैम - खंडवा
पुनासा डैम – खंडवा

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