ऐतिहासिक इमारतों से घिरा धार जिला मध्य प्रदेश के लिए किसी पुरातत्व स्थल की अहमियत रखता है। यहॉ के लोगों ने अपने आपको नक्काशी, ललित कला, चित्रकारी और संगीत व नृत्य इत्यादि में संलिप्त रखा था। इसीलिए यहां पुरातत्व से संबंधित कई प्रमाण भी मिलते हैं। इस संपूर्ण जिले में बहुत से धार्मिक स्थल हैं, जहां वार्षिक मेलों के आयोजन में हजारों लोग एकत्र होते हैं।
धार में घूमने की जगह। Places to visit in Dhaar
पीथमपुर
धार जिले में एक प्रमुख गंतव्य स्थल जो कि अपने उद्योगो के लिए पहचाना जाता है जो लगभग इंदौर से 22 किमी. की दूर स्थित है। पीथमपुर शहर चार भागों में बंटा हुआ है और यहां एक सेज यानि विशेष आर्थिक क्षेत्र भी स्थित है। पीथमपुर में देश और विदेश के कई छोटे और बड़े उद्योग स्थापित है।

बाघ गुफाएं
ये गुफाएं नौ स्मारकों का एक समूह है इन गुफाओं को चट्टानों को काटकर बनाया गया है। यह गुफा, भित्ति चित्रों के लिए भी खासी प्रसिद्ध है। पूरे भारत में चट्टान में की गई खुदाई का सबसे बड़ा उदाहरण है धार की ये गुफाएं।और इन्हे वास्तुकला का अद्भूत नमूना भी माना जाता है। यह गुफाएं विहारा या मठों की तरह है जिनमें छोटे चैम्बर्स के अलावा एक प्रार्थना हॉल भी है।

रूपमती महल
ऊँची खड़ी चट्टान पर स्थित इस महल का निर्माण बाजबहादुर ने रानी रूपमती के लिए कराया था। साथ ही सैनिकों के लिए मांडू की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखने के बेहतर स्थान के रूप में भी इसी का प्रयोग भी किया जाता था।

हिन्डोला महल
हिंडोला महल, भारत के इतिहास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण चिन्ह् है साथ ही इसकी वास्तुकला भी काफी विख्यात है। इतिहास और स्थापत्य कला में उत्साही लोगों के लिए यह स्थल बहुत ही खास है, यहां आकर पर्यटक दरबार की गूंज को समय की रेत में दफन हुआ देख सकते है। मांडू की शाही इमारतों में से एक है। इसे होसांग शाह के शासनकाल के दौरान बनाया गया था। इस महल का उपयोग मुख्य रूप से दरबार के रूप में किया जाता था जहां राजा बैठकर अपनी प्रजा की समस्याओं को सुनते थे।

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