राजस्थान के सबसे पुराने शहरों में जाना जाने वाला शहर है भीलवाड़ा। करीब 900 साल पुरानें इस शहर में कई खूबसूरत पर्यटक स्थल है, यह राजस्थान का एक छोटा सा शहर है जो हरित शहरों की सूची में पहले नंबर पर शामिल हैं। इसके साथ ही भीलवाड़ा
राजस्थान के सबसे पुराने शहरों में से एक है।
भीलवाड़ा में घूमने की जगह। Places to visit in Bheelwara
बदनोर फोर्ट
छोटी पहाड़ी पर स्थित बदनोर फोर्ट स्थान है जो सात मंजिला किला हैं। भीलवाड़ा से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बदनोर फोर्ट भीलवाड़ा के आसींद रोड पर है। बदनोर किले में मध्यकालीन भारतीय वास्तुकला का एक बहुत ही उत्कृष्ट उदाहरण देखने को मिलता है।

क्यारा के बालाजी
क्यारा के बालाजी का मंदिर पवन पुत्र हनुमान जी को समर्पित है, जो कि भीलबाड़ा के दर्शनीय स्थलों में शुमार हैं। इसके अलावा यहां पर घाट रानी मंदिर, बीदा के माताजी मंदिर, नीलकंठ महादेव मंदिर और पटोला महादेव मंदिर भी देखने योग्य है। आप यहां आ कर इन मन्दिरों के भी दर्शन के सकते है।

मंडल
भीलवाड़ा शहर से लगभग 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मंडल है जो कि भीलवाड़ा की देखने लायक जगहों में से एक है। इसके साथ ही यहां का जग्गनाथ कच्छवाहा के किला योग्य है, जिसे बत्तीस खंबन की छतरी के रूप में जाना जाता है। इस छत्री में बलुआ पत्थर के बने 32 स्तम्भ लगे हुए हैं। जो कि यह छत्री एक विशाल शिवलिंग को घेरे हुए हैं।
हरणी महादेव मंदिर
राजस्थान के डारक परिवार के पूर्वजों द्वारा स्थापित किया गया हरनी महादेव मंदिर भगवान शिव मंदिर को समर्पित हैं। यह दर्शनीय स्थल सुरम्य पहाड़ियों से घिरा हुआ है, जो कि दर्शनीय स्थल पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध हैं। यह मंदिर शहर से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

गायत्री शक्ति पीठ
यह मंदिर गायत्री जो को समर्पित मंदिर है। जोकि हिंदू धर्म की महिला प्रमुख और शक्ति संप्रदाय के मुख्य देवी के रूप में जानी जाती हैं।

धनौप माता जी मंदिर
भीलबाड़ा में संगरिया से 3 किलोमीटर की दूरी पर धनौप माता जी का मंदिर एक छोटे से गांव में स्थित है। मंदिर में खूबसूरत संगमरमर के फर्श के साथ काले पत्थर के रूप में देवी शीतला माता (देवी दुर्गा) की मूर्ति स्थापित है। साथ ही मंदिर में रंगीन चमकदार लाल दीवारें और खंभे हैं।

श्री चारभुजा नाथ मंदिर
भीलबाड़ा में कई मंदिरों के बीच स्थित है श्री चारभुजा नाथ का मंदिर। भक्तो और पर्यटकों के लिए एक पवित्र स्थान हैं। यह मंदिर भीलबाड़ा के राजसमंद में कोटड़ी तहसील पर स्थित एक बहुत ही सुंदर मंदिर है। और यह मंदिर त्रिलोकीनाथ भगवान विष्णु को समर्पित हैं। जो कि पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं। इस मंदिर के दर्शन के लिए श्रद्धालु यहां दूर-दूर से आते है।

बागोर साहिब
यह स्थान सिखों के 10वें गुरु श्री गुरु गोविन्द सिंह जी की यात्रा का गवाह बना हैं। भीलबाड़ा का यह गुरुद्वारा एक ऐतिहासिक गुरुद्वारा है। और यह मंडल शहर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

गणेश मंदिर दर्शन
भीलबाड़ा का यह मंदिर भगवान श्री गणेश मंदिर को समर्पित हैं। और साथ ही गणेश चतुर्थी या विनायक चतुर्थी को पूरे राजस्थान में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। जिसके चलते यहां यहां गणेश उत्सव में गणेश मेले का भी आयोजन किया जाता है।
