वैसे तो उड़ीसा लोगों के बीच जगन्नाथ पुरी मंदिर और अपने समुद्री तटों के लिए खासतौर से मशहूर है लेकिन इसके अलावा भी यहां काफी कुछ है देखने लायक।
उड़ीसा अपनी विविधता, रिच कल्चर और खूबसूरती के लिए जाना जाता है लेकिन यहाँ की ज्यादातर जगहें अभी अनछुई ही हैं। इन जगहों के बारे में आपको मुश्किल से ही कोई जानकारी मिलेगी। इसी लिए तो ओडिशा को आज भी “India’s Best Kept Secret” कहते है।
इन्हीं अनछुई जगहों में से एक नाम है चन्द्रागिरी का जो उड़ीसा के ऑफबीट प्लेसेज में से एक है। यह स्थान उड़ीसा के मिनी तिब्बत के नाम से भी जाना जाता है। यह भुवनेश्वर से लगभग 6 घंटे की ड्राइव पर लगभग 260 किलोमीटर दूर है।
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आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां 200 से ज्यादा तिब्बती निवास करते हैं। खूबसूरत नजारों के बीच यहाँ मोनेस्टी भी है, यहाँ आकर ऐसा सुकून का एहसास होता है कि यहां से जाने का ही मन नहीं करता।
लोकल में इस स्थान को जिरंगा भी कहते है, यह ओडिशा के गजपति जिले के मोहोना ब्लॉक के लोबरसिंग ग्राम पंचायत में स्थित है। यह दक्षिण एशिया के सबसे ऊंचे बौद्ध मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। 2010 में इसका उद्घाटन दलाई लामा ने किया था।
यह एक बहुत ही शांत और अलग तरह का जगह है जहां तिब्बती लोगों ने इसे अपना बनाया है, यहाँ पहुंचकर आप इस जगह की ठंडक, शांति और ताजगी को महसूस कर सकते है।
यह बेहद साफ-सुथरी जगह है और कोई विश्वास नहीं कर सकता कि यह ओडिशा राज्य में है, यह आपको उत्तर पूर्व का अहसास कराता है। मठ के अलावा, यहां एक आध्यात्मिक उद्यान भी है जहां कोई भी व्यक्ति तरोताजा होने के लिए कुछ समय बिता सकता है।
खरीदारी या भोजन के अधिक विकल्प नहीं हैं, इसलिए बेहतर होगा कि आप अपना भोजन स्वयं ले जाएं लेकिन सुनिश्चित करें कि वहां गंदगी न फैलाएं। रास्ते में लुगागुड़ी नाम का गांव पड़ता है जहां ढाबे में अच्छा और स्वादिष्ट खाना मिलता है।
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ऐसे में अगर आप ओडिशा जाने की प्लानिंग बना रहे हैं, तो यहां की इन जगहों को देखने के लिए भी थोड़ा वक्त निकाल लें। जो आपके उड़ीसा ट्रिप को और भी मजेदार और हमेशा के लिए यादगार बना सकती है।