हमारा देश भारत एक ऐसा राष्ट्र है जिसमे आप पर्यटन के लिहाज़ से प्रकृति के अनेक और लगभग सभी तरह के प्रारूपों को देख सकते हैं जैसे की रेगिस्तान, बर्फीले पहाड़, हरियाली से भरी पहाड़ी वादियाँ, बहती नदियाँ, खूबसूरत झीलें, अनेक सुन्दर समुद्रतट, प्राचीन गुफाएं, अनेकों खूबसूरत द्वीप और इनके साथ ही बहुत से मानव निर्मित आधुनिक और प्राचीन बहुत सी इमारतें और न जाने क्या क्या…. आप बस नाम बोलें और हाँ वो मिल जायेगा आपको हमारे देश में।
साथ ही इस देश में धार्मिक तौर पर भी अनेकों प्राचीन स्थान हैं, उन्ही में से ऐसे कई स्थान हैं जहाँ आपको हज़ारों साल पुरानी शिवलिंग के दर्शन होंगे।
महाभारत काल में पांडवों के द्वारा देश के कई हिस्सों में शिवलिंगो की स्थापना की गयी थी और उन्ही में से एक जगह जहाँ पांडवों के 5 शिवलिंग आज भी उपस्थित हैं, के बारे में हम आपको आज बताने वाले हैं। एक साथ एक ही जगह 5 शिवलिंगों का होना और वो भी इतने प्राचीन, अपने आप में इस जगह के धार्मिक महत्त्व को समझा देती है लेकिन इस पवित्र स्थान की महिमा के बारे में हमें आपको ये भी बताना चाहते हैं की यहाँ आज भी इन पांच शिवलिंगो का जल-अभिषेक खुद समुद्र देव करते हैं।
जी हाँ हम बात कर रहे हैं दमन-दीव केंद्र शासित प्रदेश के दीव में स्थित गंगेश्वर महादेव मंदिर के बारे में, तो चलिए बताते हैं आपको हमारी इस यात्रा के बारे में…
हम बना रहे थे हमारी दीव यात्रा का प्लान और हमारे रिसर्च में सबसे खूबसूरत जगहों में से एक हमें ये जगह लगी तो हमने बिना सोचे यहाँ जाने का निश्चय किया। दीव शहर एक छोटा सा शहर है और हर तरफ रोड की कंडीशन काफी अच्छी हैं तो दीव सिटी से करीब 4 किलोमीटर दूर गंगेश्वर महादेव मंदिर तक का सफर चुटकी में पूरा हो गया लेकिन मंदिर पहुंचने से कुछ दूर पहले समुद्र के बगल में बनी खूबसूरत रोड अपने आप आपकी गाडी की स्पीड स्लो करवा देती है और आखिर क्यों नहीं, ये रास्ते हैं ही इतने खूबसूरत !
मंदिर पहुँचने पर हमने देखा की पार्किंग के लिए काफी अच्छी व्यवस्था है और पार्किंग से भी आपको खूबसूरत सागर के नज़ारे देखने को मिलते हैं जिसे देखकर हमारी बेटी इहाना भी बड़ी खुश हो रही थी।
फिर हम मंदिर की तरफ अंदर गए और मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार के बाद कुछ सीढ़ियां हैं जहाँ से नीचे जाने के बाद आपको इन पांच शिवलिंगो के दर्शन होते हैं। साथ ही इन पांच शिवलिंगो का जब बार-बार समुद्र अपने पानी से जलाभिषेक करता हैं तो वो नज़ारा सच में बेहद अद्भभूत होता है जिसे शब्दों में बता पाना सच में मुश्किल है।
साथ ही आपको बता दें की ये जगह मंदिर एकदम शांति भरी जगह स्थित है जिसके कारण जब समुद्र की लहरें जब मंदिर में शिवलिंगो का जलाभिषेक करती है तो वो आवाज़ सुनकर आपका मन सच में सुकून और शांति से भर जायेगा। जैसा कि किसी ने सच ही कहा है कि “इस धरती पर अनेकों संगीत मौजूद हैं बस उन्हें सुनने वाला होना चाहिए”।
इन पांच शिवलिंगों के अलावा इस मंदिर में भगवान गणेश, भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी माता की भी मूर्ति स्थापित हैं। और धार्मिक दृष्टि से ये स्थान एक पवित्र तीर्थ स्थल के रूप में जाना जाता है।
यहाँ भगवान के दर्शन करने के बाद हम बाहर कि तरफ गए और यहाँ से समुद्र का नज़ारा सच में बेहद अद्भुत था।
फिर मंदिर के बाहर जाने के बाद हम मंदिर के पीछे की ओर गए जहाँ वैसे तो कोई भी टूरिस्ट नहीं जा रहा था लेकिन कुछ नया ढूंढ़ने के इरादे से हम आगे गए और वहां हमें कुछ अलग तरह की पहाड़ियां दिखी और साथ में इन अनोखे पत्थरों से समुद्र का जल जब टकराता है तो सच में बेहद खूबसूरत नज़ारा आपकी आँखों के सामने होता है। हम कुछ देर वहां घूमे और एक सुकून भरा समय बिताया।
तो जब भी आप गुजरात आयें तो हम आपको दिउ जरूर जाने की सलाह देंगे और दिउ की यात्रा में गंगेश्वर महादेव को मिस बिलकुल भी न करें। अगर आप इस जगह के बारे में और अगर दीव की और भी खूबसूरत जगहों के बारे में जानना चाहते हैं तो आप नीचे दिए हुए लिंक से हमारे Youtube चैनल WE and IHANA पर भी जा सकते हैं।
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जल्दी ही हम दीव की और भी जगह के बारे में अपने ब्लॉग लेकर आएंगे। अगर आपको हमारा ये आर्टिकल अच्छा लगा तो कृपया इसे लाइक करें और ज्यादा से जयादा शेयर करें।