राजस्थान, एक ऐसा राज्य जो अपने रेत के टीलों, महलों, किलों और अपने शाही इतिहास के लिए जाना जाता है लेकिन ऐसी अनेक जगहें हैं जो राजस्थान की अनमोल विरासत है और जहाँ टूरिज्म की अपार संभावनाएं भी है लेकिन वो अभी तक पर्यटकों की नज़रो से दूर है और कहीं न कहीं ऐसी जगहों की खूबसूरती में भी इसी वजह से अभी तक कोई कमी भी नहीं आयी है।
अगर सफ़ेद रण या फिर सफ़ेद रेगिस्तान की बात करें तो हर किसी के दिमाग में पहले गुजरात के कच्छ का रण ही आता है लेकिन क्या आप जानते हैं की राजस्थान में भारत की सबसे बड़ी इनलैंड साल्ट वाटर लेक है। जी हाँ अगर आप दिल्ली या जयपुर के पास हैं तो आपको व्हाइट डेजर्ट देखने के लिए गुजरात जितना दूर जाने की जरुरत नहीं है।
राजस्थान के फुलेरा जिले में स्थित सांभर झील जो मानसून के बाद और सर्दियों के मौसम में देशी विदेशी पक्षियों से गुलजार हो जाती है और तो और यहाँ बॉलीवुड की ढेर साडी मूवीज की शूटिंग भी हुई है जैसे की रामलीला, P K , और डीजे वाले बाबू जैसे गाने की शूटिंग भी यही हुई है। और आपको बता दें की यहाँ प्रसिद्द और बेहद प्राचीन शाकम्भरी माता का मंदिर भी है। तो चलिए ले चलते हैं आपको हमारी सांभर लेक की यात्रा पर…..
अगर आप दिल्ली की तरफ से जाना चाहते हैं तो दिल्ली से करीब 330 किलोमीटर दूर फुलेरा सिटी पहुंचने के बाद आपको करीब 30 किलोमीटर दूर शाकम्भरी माता मंदिर पहुंचना होगा जो की एक बेहद मान्यता प्राप्त प्राचीन मंदिर है और यहाँ पहुंचने से पहले ही आपको दूर दूर तक सफ़ेद रेगिस्तानी चादर दिखने लगेगी।
जैसे ही हमारी नज़र इस सफ़ेद रण की ओर पड़ी हम सच में इस खूबसूरत और बेहद विशाल सफ़ेद और सपाट मैदान को देखकर स्तभ्ध थे। रोड से कुछ रास्ते अंदर लेक की तरफ जाते दिखे जहाँ कार्स एंड बाइक के टायरों के निशान देखकर हमने भी अंदर जाने की सोची। यहाँ बारिश के समय दल दल हो सकता है इसलिए हम सावधानी से सिर्फ सूखे इलाके में ही गए।
वहां हमें बहुत सारे कार और बाइक्स के टायरों के निशान दिख रहे थे और पता लग रहा था की यहाँ बहुत सारे लोगों ने अपनी कार और बाइक से ड्रिफ्ट जैसे स्टंट को अंजाम दिया है। और सामने इतना बड़ा मैदान देखकर किसी भी राइडर का मन भी कर ही जायेगा लेकिन यहाँ झील के पानी के पास दल दल होने का खतरा हमेशा रहता है तो अगर आप वहां जा रहे है तो इस बात का जरूर ध्यान रखें।
हमने भी बिना स्टंट मारे कार ड्राइव का आनंद लिया और फिर शाम के वक़्त वहां से सनसेट का नज़ारा सच में बेहद खूबसूरत था और अगर आपको लेक के बैकग्राउंड व्यू के साथ उगते सूरज का खूबसूरत नज़ारा देखना है तो आप यहाँ सुबह के वक़्त जरूर आएं।
दूसरी तरफ इस बेहद विशाल मैदान के किनारे दिख रही एक पहाड़ी की छोटी और शाकम्भरी माता का मंदिर बहुत खूबसूरत दिख रहा था। फिर हम मंदिर की ओर निकल पड़े और मंदिर के बाहर कार पार्क करके हम ऊपर माता के दर्शन करने गए। माता के पहले दर्शन से ही माता का तेज देखकर इस मंदिर के महत्त्व को आसानी से समझा जा सकता है।
दर्शन करने और प्रसाद व चरणामृत लेने के बाद हम मंदिर के बाहर ऊपर से ही बाहर का नज़ारा देखने लगे और यहाँ से बाहर का नज़ारा सच में अद्भुत था। दूर तक दिख रहा सफ़ेद रण और अंत में दिख रही सांभर लेक का पानी एक बेहद अनोखा दृश्य दे रहा था जैसा हमने अपने जीवन में पहली बार देखा था।
यहाँ पहुंचने के लिए आपको बता दें की गूगल पर आपको ” शाकम्भरी देवी मंदिर, सांभर लेक ” सर्च करना होगा जो आपको इस लोकेशन पर पंहुचा देगा।
सांभर झील जाने का बेस्ट टाइम:
सांभर लेक आप साल में किसी भी वक़्त जा सकते हैं। बारिश के दिनों में ये झील किनारे तक पानी से भरी मिल सकती है जो सूखने के बाद विशाल सफ़ेद रण में बदल जाती है। सर्दियों में आपको यहाँ देशी विदेशी पक्षी भी देखने को मिलेंगे।
अगर आप इसके बारे में या ऐसी ही और भी खूबसूरत जगहों के बारे में जानना चाहते हैं तो आप हमारे यूट्यूब चैनल WE and IHANA पर नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके जा सकते हैं।
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सांभर झील कैसे पहुंचे ?
हवाई मार्ग के लिए राजस्थान के जयपुर और किशनगढ़ एयरपोर्ट सांभर लेक से निकटतम हवाई अड्डे हैं जहाँ के लिए आप देश के प्रमुख शहरों से आसानी से फ्लाइट ले सकते हैं।
अगर आप रेल मार्ग या सड़क मार्ग से आना चाहते हैं तो भी आप जयपुर, किशनगढ़, अजमेर स्टेशन आ सकते हैं और फिर वहां से आसानी से सांभर लेक टैक्सी या बस द्वारा पहुँच सकते हैं।