हिमाचल प्रदेश के कांगडा जिले में स्थित धर्मशाला। जिसके दो हिस्से है और यह बात बहुत ही कम लोग जानते हैं। एक ओर है लोअर धर्मशाला जहां आपको खरीदारी करने के लिए बाजार, रहने-खाने के लिए होटल्स और कोर्ट मिलते है और वहीं दूसरी ओर है अपर धर्मशाला जहां पर बसी हुई है असली खूबसूरती। यह दोनो ही जगह पयर्टकों को अलग अलग तरीके से अपनी ओर आकर्षित करती हैं। यहां पर कुनाल पथरी मंदिर, बौद्ध मठ और इसके अलावा धर्मशाला का चामुंडा देवी मंदिर भी काफ़ी प्रसिद्ध जगहों में से एक है। इसके साथ ही आप यहां की प्राकृतिक खूबसूरती को निहारने के अलावा यहां एडवेंचर स्पोर्ट्स और ट्रैकिंग के भी मजे ले सकते है।
नामग्याल मॉनेस्ट्री
धर्मशाला के हरे-भरे पहाड़ों के बीच बनी ये मोनेस्ट्री मेडिटेशन यहां की शान है। यहां आकर आपको एक अलग ही सुकून का एहसास होगा। जो कि वादियों में बनी बेहद खूबसूरत जगहों में से एक है। इसकी स्थापना दलाई लामा- द्वितीय ने 16 वीं शताब्दी में की थी।
भगसुनाग झरना
अगर आप धर्मशाला गए है तो यहां आकर आप भगसुनाग झरने को देखना न भूलें। यहां तक आने के लिए आपको थोड़ी दूर की पैदल चलना पड़ता है। लेकिन यहां तक आने के बाद इस झरने की खूबसूरती देखकर आपकी सारी थकान दूर हो जाएगी। यहां झरने में आप नहा भी सकते हैं। यह जगह चारों तरफ से पहाड़ों और चट्टानों से घिरी हुई एक बहुत ही बेहतरीन जगहों में से एक हैं।
डल झील
कश्मीर के अलावा डल झील मेक्लोडगंज में भी है। यहां पर आसपास चारो तरफ फैले हरे-भरे देवदार के पेड़ डल झील की खूबसूरती कोनोर भी ज्यादा सुधार बना देते है। यहां पर आपको भगवान शिव का भी मंदिर मिलता है। इसके अलावा आपको यहां बहुत ज्यादा पर्यटकों की भीड़ देखने को नहीं मिलती है, जिससे यहां आकर आप शांति के पल बिता सकते है।