हिमाचल प्रदेश में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल और स्वान नदी के किनारे स्थित ऊना शहर कई पर्यटन स्थलों के लिए मशहूर हैं। वहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि सिखों के पांचवें गुरु श्री गुरु अर्जन देव द्वारा ऊना शहर का नाम रखा गया था, जो की ऊना शब्द का मतलब “प्रगति” से है। ऊना में घूमने के लिए बहुत से खूबसूरत पर्यटन स्थल मौजूद हैं, लोग यहां दूर-दूर से घूमने के लिए आते हैं।
ऊना में घूमने की जगह। Places to visit in Una
पोंग बाँध ऊना (Pong Dam Una)
पौंग झील अभयारण्य वनस्पतियों और जीवों की एक विस्तृत श्रृंखला से भरपूर जगह है। यह डेम ब्यास नदी पर बना हुआ हैं जो कि उना के प्रसिद्ध आकर्षणों में शामिल है। समुद्र तल से 450 ऊंचाई पर स्थित यह बांध पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं। साथ ही यहां अभयारण्य में आपको नीलगाय, बार्किंग डियर, तेंदुए, क्लॉलेस ओटर और वाइल्ड बियर जैसे जानवर देखने को मिल जाते हैं। इसके अलावा आपको यहां विभिन्न प्रजातियों के पक्षी भी देखने को मिल जाते है। यह स्थान पिकनिक मनाने के लिए एक बहुत अच्छी जगह है।

थानेक पुरा ऊना (Thanek Pura Una)
ऊना में चिंतपूर्णी देवी मंदिर से लगभग 3 किमी की दूरी पर स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल थानेक पुरा है, जो कि यह स्थान गुगा जहाँ पीर, महिया सिद्ध और राधा कृष्ण मंदिर जैसे पवित्र तीर्थस्थलों से चारो ओर से घिरा हुआ है। इसके साथ ही लगभग 60 सीढ़ियों वाला एक प्राचीन कुआँ है, जिसकी पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रियता है।

डेरा बाबा भरभाग सिंह ऊना (Dera Baba Bharbhaag Singh Una)
ऊना से लगभग 40 किमी की दूरी पर स्थित डेरा बाबा भरभाग सिंह का गुरुद्वारा एक बहुत ही लोकप्रिय धार्मिक स्थल है। जिसे मांजी साहिब गुरुद्वारा के नाम से जाना जाता है। पहाड़ी की चोटी पर स्थित यह गुरुद्वारा सुंदर नीलगिरी के पेड़ों से घिरा हुआ बहुत ही आकर्षक लगता है। बाबा भरभाग सिंह लोगों के बीच अपनी चमत्कारी शक्तियों के लिए जाने जाते थे।

पीर निगाह ऊना (Peer Nigah Una)
ऊना के बसोली गांव में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक केंद्र पीर निगाह है जो कि ऊना शहर से लगभग 8 किमी की दूरी पर स्थित हैं। यहां हर गुरुवार को पीर निगाह का मेला आयोजित किया जाता है। लोग यहां बड़ी संख्या में दर्शन करने के लिए आते है।

कुटलहर किले ऊना (Kutalhar Fort Una)
कुटलहर किले को फॉर्ट ऑफ सोलह सिंघी के नाम से भी जाना जाता है, इसे ऊना के प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षणों में शामिल किया जाता है। कांगड़ा के राजा संसार चंद्र ने इन किलों का निर्माण करवाया था, जो कि समुद्र तल से 4500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं। सिख राजवंश के पहले महाराजा रणजीत सिंह ने 1809 में इन किलों का जीर्णोद्धार कराया था। विशाल पत्थर की शिलाओं से हुई इन किलों की छतें आकर्षित करती हैं। साथ ही किले के पास स्थित अन्य पर्यटक आकर्षण में कुटलहर वन, पिपलू, बंगाना, बिलासपुर और रायपुर पैलेस शामिल हैं।

बाबा रुद्रानंद आश्रम ऊना (Baba Rudranand Aashram Una)
ऊना जिले के अमलेहर गांव में स्थित बाबा रुद्रानंद आश्रम एक बहुत ही महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। इस आश्रम को वार्षिक उत्सव के लिए जाना जाता है, इस आश्रम में आवास की भी सुविधा है, जहाँ पर भक्त अपनी यात्रा के दौरान आराम भी कर सकते हैं। यहाँ ‘अखाड़ा धुआँ’ भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां 1850 से जल रही राख को
एक पवित्र राख माना जाता है।
ऊना घूमने का सबसे अच्छा समय
ऊना भारत के उन गंतव्यो मे से एक है जहां का तापमान पूरे वर्ष एक सा रहता है|
कैसे पहुंचे ऊना
सड़क मार्ग द्वारा
पर्यटको के लिए हिमाचल प्रदेश से हमीरपुर के लिए बसें और टैक्सी उपलब्ध है।
रेल मार्ग द्वारा
ऊना शहर का अपना रेलवे स्टेशन है। जहां से यात्री यात्रा कर सकते हैं
हवाई मार्ग द्वारा
अमृतसर में स्थित अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है जो कि लगभग दो घंटे की दूरी पर स्थित है।