भारत का एक प्रमुख प्राचीन शहर मथुरा युमना नदी के किनारे बसा है, मथुरा शहर का वर्णन प्राचीन हिंदू महाकाव्य रामायण में भी मिलता है। मथुरा भारत में पर्यटकों और तीर्थ यात्रियों के सबसे पसंदिदा धार्मिक स्थल माना जाता है जहां पर कई धार्मिक तीर्थस्थल और मंदिर भी हैं। उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित और दिल्ली से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर भगवान कृष्ण के जन्मस्थान के रूप में मथुरा को जाना जाता है। इसके साथ ही इस पवित्र जगह के अपने कई धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व भी हैं। मथुरा शहर प्राचीन, परंपरा और संस्कृति के चलते पर्यटकों के लिये आकर्षण का केंद्र बना है।
मथुरा में घूमने की जगह। Places to visit in Mathura
कृष्ण जन्म भूमि मंदिर मथुरा
कृष्ण जन्म भूमि मन्दिर को भगवान श्री कृष्ण के जन्मस्थान के रूप में जाना जाता है, जो कि मथुरा में स्थित हैं। भगवान कृष्ण विष्णु जी के 8 वें अवतार थे, और भगवान श्री कृष्ण ने मथुरा में एक जेल की कोठरी में जन्म लिया था। अब उस जेल की कोठरी वाले स्थान पर एक मंदिर है, जहाँ पर हर साल लाखों पर्यटक और श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। कृष्ण जन्म भूमि मंदिर मथुरा के सबसे प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक हैं यहाँ पर हर साल हॉकी और जन्माष्टमी के त्योहार के समय बहुत भारी संख्या में तीर्थ यात्रियों की भीड़ होती हैं।

द्वारकाधीश मंदिर
मथुरा शहर का एक नया मंदिर है द्वारकाधीश मंदिर। जिसे लगभग 150 साल पहले भगवान श्री कृष्ण के एक भक्त ने बनवाया था। इसके साथ ही यह मंदिर मानसून की शुरुआत में अपने अद्भुत झूले उत्सव के लिए भी जाना जाता है। “द्वारका के राजा” रूप में इस मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति को सजाया गया है और साथ ही भगवान श्री कृष्ण को यहाँ बिना बांसुरी और बिनाबमोर के पंख के साथ दिखाया गया है।

कुसुम सरोवर मथुरा
मथुरा में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली जगहों में से एक कुसुम सरोवर है, जो कि राधा कुंड और गोवर्धन के बीच स्थित है। यह सरोवर एक बहुत ही सुंदर जलाशयों में एक है। इस सरोवर का निर्माण राजसी बलुआ के पत्थरों से किया गया है। तालाब में उतरने के लिए जलाशय में सीढ़ियां भी लगी हुई है, जिसे तालाब में उतरने के लिए उपयोग किया जा सकता है। कुसुम सरोवर बांध में यहां मथुरा आने वाले पर्यटक तैराकी और डुबकी भी लगाते हैं। साथ ही इस बांध के पास कई सारे मंदिर भी स्थित है।

रंगजी मंदिर मथुरा
मथुरा मार्ग पर स्थित रंगजी मंदिर वृंदावन में स्थित हैं। जो कि यह मंदिर भगवान श्री गोदा रणगामणार जी को समर्पित है। यह भगवान विष्णु के एक अवतार है। रंगजी मंदिर की वास्तुशिल्प दक्षिण भारतीय पैटर्न पर आधारित है। लेकिन इस मंदिर का बाहर का डिजाइन उत्तर भारतीय पैटर्न पर आधारित है।

बरसाना मथुरा
मथुरा जिले में बरसाना एक नगर पंचायत और एक ऐतिहासिक शहर है। बरसाना शहर राधा जी का जन्म स्थान है, बरसाना में श्री राधा रानी जी का मंदिर स्थित है। जिसे लाखों संख्या में लोग देखने के लिए आते है।

मथुरा के घाट
मथुरा शहर उत्तर प्रदेश राज्य में एक ऐसी जगह है जहां पर पहले के समय में कई घाट हुआ करते थे, लेकिन अब मथुरा में यमुना नदी के तट पर स्थित आज के समय में कुल 25 घाट ही स्थित है। इन घाटों का संबंध भगवान कृष्ण के समय से बताया जाता है। ऐसा माना जाता है कि यहां स्नान करने से भक्तों के पुराने पाप धुल जाते हैं। मथुरा आने वाले तीर्थयात्री यहां के घाट पर पवित्र नदी यमुना में स्नान करना अपना सौभाग्य मानते हैं।

राधा कुंड मथुरा
मथुरा का एक बहुत ही प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है राधा कुंड, इस कुंड को भारत में वैष्णवों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थान के रूप में माना जाता है। साथ ही यह शहर मथुरा के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में से एक हैं। इस कुंड का इतिहास भगवान श्री कृष्ण और राधा के दिनों का है जो उनके प्रेम को दर्शाता है। यहाँ पर हर साल हजारों की संख्या में लोग घूमने के लिए आते हैं।

कंस किला
मथुरा में स्थित एक बहुत प्राचीन किला कंस किला हैं, यह किला भगवान श्री कृष्ण के मामा को कंस समर्पित है। इस प्राचीन किले को अकबर के नवरत्नों में से एक राजा मानसिंह प्रथम ने बनवाया था। यह एक बहुत ही प्राचीन किला है जो मथुरा का एक बहुत ही लोकप्रिय पर्यटक स्थल भी है।

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