मंडी में घूमने की जगह। Places to visit in Mandi

Shikha Sahu

कुल्लू और धर्मशाला के जंक्शन पर स्थित मंडी शहर चाय के बागानों के हरे भरे आवरण और देवदार के पेड़ों से घिरा हुआ एक बहुत ही आकर्षक और खूबसूरत शहर है। मंडी शहर को छोटी काशी या वाराणसी की पहाड़ियों के नाम से भी जाना जाता हैं, क्योंकि यह शहर 81 मंदिरों से घिरा हुआ हैं। ब्यास नदी के तट पर स्थित यह शहर औपनिवेशिक वास्तुकला और पुराने महलों के उत्कृष्ट रूप को भी प्रदर्शित करता है। ठंडे और गर्म मिश्रण के साथ इस शहर के बगीचे और झीलें यहाँ आने वाले पर्यटकों को ताजा वातावरण प्रदान करते हैं।

मंडी में घूमने की जगह। Places to visit in Mandi


 

प्रशार झील ट्रेक (Prashar Lake Trek)

हिमाचल प्रदेश के सबसे ऑफबीट जगहों में से एक प्रशार झील ट्रेक है, जो कि मंडी से लगभग 50 किमी की दूरी पर स्थित एक क्रिस्टल क्लियर वाटर बॉडी है। जहां पर ऋषि प्रशार को समर्पित एक तीन मंजिला शिवालय है। कुल्लू की घाटी से नीचे बहती हुई ब्यास नहीं का आकर्षक नजारा दिखाई देता है। यहाँ की बर्फ से घिरी हुई नदियाँ, चोंटियां, झीलें और हरी-भरी घाटियाँ यहां पर आने वाले सैलानियों को एक बेहतरीन ट्रेकिंग अनुभव प्रदान करती हैं। साथ ही यहां पर समुद्र तल से 2730 मीटर की ऊँचाई पर स्थित एक झील है जो कि अपने गहरे नीले पानी के लिए जानी जाती हैं।

प्रशार झील ट्रेक (Prashar Lake Trek)
                     प्रशार झील ट्रेक (Prashar Lake Trek)

 

भूतनाथ मंदिर (Bhutnath Temple)

मंडी में स्थित भूतनाथ मंदिर एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान् शिव को समर्पित है जो कि मंडी शहर के मध्य में स्थित हैं। इस मंदिर की आध्यात्मिकता 1520 के दशक की मानी जाती है। इस मंदिर में शिव रात्रि का त्यौहार पर काफी भीड़ होती हैं।

भूतनाथ मंदिर (Bhutnath Temple)
                   भूतनाथ मंदिर (Bhutnath Temple)

 

रिवालसर झील (Rewalsar Lake)

मंडी शहर की प्रमुख झील रिवालसर झील है, जिसे पेमा लोटस झील के नाम से भी जाना जाता है। चौकोर आकर की यह झील समुद्र तल से लगभग 1,360 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। जो कि मंडी जिले से लगभग 23 किलोमीटर दूर मंडी जिले में एक पहाड़ी पर स्थित है। यह झील हिमाचल प्रदेश की सबसे प्रसिद्ध झीलों में से एक मानी जाती हैं। इस स्थान को द्वारा इसकी प्राकृतिक सुंदरता और इसकी शांत वातावरण के कारण पसंद किया जाता है।

रिवालसर झील (Rewalsar Lake)
                         रिवालसर झील (Rewalsar Lake)

 

कामरू नाग झील (Kamrunag Lake)

मंडी-करसोग मार्ग पर 3334 मीटर की ऊँचाई पर स्थित कामरू नाग झील पर्यटकों और ट्रेकिंग करने के लिए एक बहुत ही खास जगह है। यहां पर बाहु घाटी से घिरी झील और बर्फ से ढके धौलाधार झील बहुत ही आकर्षक दिखाई देती है। साथ ही यह झील यहां स्थित नाग मंदिर के हरे भरे जंगल के घने आवरण से घिरा हुआ है।

कामरू नाग झील (Kamrunag Lake)
                कामरू नाग झील (Kamrunag Lake)

 

शिकारी देवी मंदिर (Shikari Devi Temple)

मंडी से लगभग 15 किमी की दूरी पर स्थित शिकारी देवी मंदिर समुद्र तल से लगभग 3332 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जो कि एक प्रसिद्ध स्थल है। यह ट्रैकिंग के लिए काफी रोमांचक स्थान भी है। यहां से आप सूर्योदय या सूर्यास्त भी देख सकते है, जो कि आपके लिए बहुत खास साबित होगा।

शिकारी देवी मंदिर (Shikari Devi Temple)
                        शिकारी देवी मंदिर (Shikari Devi Temple)

जंझली (Janjehli)

मंडी से लगभग 67 किमी की दूरी पर स्थित 3300 मीटर तक की पगडंडी के साथ यह जगह जंझली ट्रेकिंग जैसी गतिविधियों के लिए एक आदर्श जगह है। यहां तक पहुंचने के लिए आप 32 किलोमीटर तक गोहर तक वाहन से आ सकते है।

जंझली (Janjehli)
                                      जंझली (Janjehli)

कमलाह फोर्ट (Kamlah Fort)

मंडी शहर से लगभग 80 किमी की दूरी पर स्थित कमलाह फोर्ट सिकंदर धार पर्वतमाला पर खड़ा हुआ है। 1625 में राजा सूरज सेन ने इस किले का निर्माण 1625 में किया था, जो कि 4772 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक प्राचीन किला है। साथ ही इस किले के प्रवेश द्वार के आसपास के हरे-भरे नजारे देखने लायक होते है।

कमलाह फोर्ट (Kamlah Fort)
                            कमलाह फोर्ट (Kamlah Fort)

भीमा काली मंदिर (Bhima Kali Temple)

देवी भीमा काली को समर्पित यह भीमा काली मंदिर मंडी शहर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। जो कि ब्यास नदी के तट पर स्थित है। यह मंदिर एक संग्रहालय में कई देवी-देवताओं की मूर्तियों को भी दर्शाता है। और यहां एक बहुत ही रोमांचक बात यह है की यहां पर भगवान् कृष्ण ने बाणासुर नाम के राक्षस से युद्ध किया था।

भीमा काली मंदिर (Bhima Kali Temple)
                     भीमा काली मंदिर (Bhima Kali Temple)

 

तत्तापानी (Tattapani)

शिमला शहर से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तत्तापानी एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है जो कई आकर्षणों का केंद्र बना हुआ है। पहाड़ों के बीच बसे इस खूबसूरत पर्यटन स्थल जहां घास के मैदान, तत्तापानी में मंदिर, गर्म पानी के झरने जैसे आकर्षण, गुफाएं रिवर राफ्टिंग और रॉक क्लाइम्बिंग जैसे कई एडवेंचर खेल भी आपको यहां मिल जाते हैं। हरी भरी घाटी और सतलुज नदी के साथ यह एक शांत वातावरण में वाला स्थान है जहां आकर आपको शांति का अनुभव होता है।

तत्तापानी (Tattapani)
                                  तत्तापानी (Tattapani)

 

घूमने का सबसे अच्छा समय (Best Time To Visit)

यह भारत का एक ऐसा शहर है जहाँ पर गर्मियों में गर्मी और सर्दियों में काफी तेजी ठंड होती है। यहाँ पर सर्दियों में गर्म पकड़ें पहनने की सलाह दी जाती हैं। मंडी की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से अक्टूबर का है। क्योंकि यह समय पर्यटकों के घूमने के लिए अच्छा समय है।

 

कैसे पहुंचे (How To Reach)

मंडी शहर का खुद का कोई रेलवे स्टेशन या हवाई अड्डा नहीं है। यहां का सबसे पास का हवाई अड्डा भुंतर में स्थित है और पठानकोट सबसे पास का रेलवे स्टेशन है। इसके साथ ही आप मंडी की यात्रा दिल्ली से एचआरटीसी बस पर सवारी करके भी कर सकते है।

 

फ्लाइट से कैसे पहुंचे (How To Reach By Flight)

भुंतर हवाई अड्डा मंडी शहर का सबसे निकटतम हवाई अड्डा है जो कि 60 किमी की दूरी पर स्थित है। मंडी के लिए आप भुंतर हवाई अड्डे से किराए पर टैक्सी भी ले सकते है और आसानी से अपने पर्यटन स्थल तक जा सकते हैं।

 

सड़क मार्ग से कैसे पहुंचे (How To Reach By Road)

एचआरटीसी की बस सेवा हरियाणा, दिल्ली और पंजाब जैसे शहरों और राज्यों से आसानी से उपलब्ध हो जाती है। दिल्ली शहर से मंडी की दूरी लगभग 400 किमी है।

 

ट्रेन से कैसे पहुंचे (How To Reach By Train)

मंडी के लिए शहर का निकटतम ब्रॉड गेज रेलहेड पठानकोट है जो कि 210 किमी की दूरी पर स्थित है। यह गेज जोगिंदर नगर रेलहेड से जुड़ा और मंडी शहर से 55 किमी की दूरी पर है। इसके बाद कैब या
बस से आप रेलवे स्टेशन से अपने पर्यटन स्थल तक आसानी से पहुँच सकते हैं।

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