Top 10+] कोटा में घूमने की जगह। Places to visit in Kota

Shikha Sahu

भारत के सबसे बड़े राज्य राजस्थान में स्थित कोटा शहर कई वजहों से खास है, चम्बल नदी के किनारे बसे इस शहर को सबसे बड़ी पहचान दिलाती है यहाँ स्थित कोचिंग संस्थान।

हर साल लाखों स्कूली बच्चे इंजीनियरिंग (IIT-JEE) और मेडिकल परीक्षा (NEET) में दाखला लेने के इरादे से परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा (Kota) में कदम रखते हैं।

लेकिन कोटा (Kota) शहर में इन कोचिंग सेंटरों के अलावे भी कई चीजें है जहाँ एक घुम्मकड़ आदमी पहुंच सकता है, तो आइए एक-एक करके कोटा में मौजूद घूमने वाले जगहों (Places to Visit in Kota) पर नजर डालते है।

Kota
Kota Photo by: @_2ghumakkar_

कोटा में घूमने की जगह। Places to visit in Kota


सेवन वंडर्स पार्क कोटा (Seven Wonders Park Kota)

कोटा में एक ऐसा पार्क है जहाँ आप एक साथ पूरी दुनिया के सातों अजूबे दिख जायेंगे, जी हाँ कोटा का सेवन वंडर्स पार्क जाकर आप एक साथ दुनियाभर के सात अजूबों को देख सकते है।

यह जगह कोटा में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है जिसमें दुनिया के सभी सात अजूबों के लघु चित्र मौजूद हैं। इस पार्क में ताजमहल, ग्रेट पिरामिड, एफिल टॉवर, लीनिंग टॉवर, क्राइस्ट द रिडीमर ऑफ ब्राजील, कोलोसियम और स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी शामिल हैं।

यह पार्क किशोर सागर झील के किनारे पर स्थित है जो इस जगह की सुंदरता को और भी ज्यादा बढ़ा देती है। पार्क के अंदर खाने के स्टॉल हैं और लोग परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक का आनंद लेने के लिए यहां आते हैं।

सेवन वंडर्स पार्क कोटा
सेवन वंडर्स पार्क कोटा

किशोर सागर और जगमंदिर पैलेस, कोटा

किशोर सागर झील के मध्य स्थित जगमंदिर पैलेस एक सुंदर लाल पत्थर का स्मारक है, जिसे कोटा की एक रानी द्वारा 1740 में बनाया गया था। तब के वक्त में यह पैलेस राजाओं के लिए आनंद का स्थान था लेकिन आज यह एक प्रसिद्ध टूरिस्ट स्थान है।

तीन मंजिला इस महल में कई छोटे छोटे महल है, महल के प्रवेश द्वार के दोनों तरफ सफेद संगमरमर से बनी हाथियों की चार मूर्तियाँ हैं। जगमंदिर पैलेस कोटा की यात्रा के दौरान इसके अन्दर स्थित सुंदर उद्यान भी घूम सकते है, यहां एक प्राचीन फव्वारे के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के फूल और पौधे पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।

Credits @indiansaga21

कोटा में घुमने की जगह कोटा बैराज

चम्बल नदी पर बना कोटा बैराज एक पर्यटक स्थल के रूप में लोगों के बीच पॉपुलर है, वैसे तो इसे जवाहर सागर बांध, गांधी सागर बांध और राणा प्रताप सागर बांध इन तीनो बांधो के पानी को संग्रहीत के करने के उदेश्य से बनाया था।

पानी की वजह से यहां उठने वाला सफेद धुआं लोगो के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहता हैं। पुल के आसपास के इलाकों में घूमने वाले, पिकनिक मनाने वाले और बाहर से आने वाले पर्यटकों का जमघट पूरे साल लगा रहता है।

कोटा में घुमने की जगह कोटा बैराज
कोटा में घुमने की जगह कोटा बैराज

शिव पूरी धाम कोटा (Shiv Puri Dham Kota)

भारत धार्मिक मान्यताओं और पवित्र मंदिरों से बसा देश है, यहां कई सारे प्राचीन और पवित्र मंदिर हैं, इनमें भगवान भोलेनाथ के मंदिरों की महिला ही अपार है।

मान्यताओं के मुताबिक भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंगों में भगवान शिव ज्योति के रूप में स्वयं विराजमान हैं। ये सभी ज्योतिर्लिंग भारत के अलग अलग राज्यों में स्थित हैं।

लेकिन कोटा शहर में स्थित शिवपुरी धाम एक अनोखा मंदिर है, शिवपुरी धाम शिव को समर्पित है और मंदिर परिसर में लगभग 525 शिव लिंग स्थापित हैं।

कहते है कि मंदिर में 525 शिवलिंग है। इनको जोड़ने पर 12 आता है. ऐसे में यहां दर्शन और पूजा करने वाले श्रद्धालुओं को 12 ज्योतिर्लिंग का फल मिलता है।

इस स्थान पर वर्ष भर तीर्थयात्रियों और भक्तों का तांता लगा रहता है और महाशिवरात्रि के दौरान यहां मेले का बहुत बड़ा आयोजन किया जाता है। शिवलिंगों के बीच भगवान पशुपति नाथ की विशाल प्रतिमा भी स्थापित है।

चंबल उद्यान

चंबल नदी के तट पर स्थित यह स्थान कोटा शहर के सबसे खूबसूरत पिकनिक स्थल में से एक है। चंबल उद्यान में आप पहुंचकर यहाँ हरियाली की गोद में शांति का आनंद ले सकते हैं। यहां का प्रमुख आकर्षण अद्भुत नाव की सवारी है जिससे आप चंबल नदी के आस पास घाट पर जा सकते है।

चम्बल नदी राष्ट्रीय चंबल घड़ियाल अभयारण्य का एक हिस्सा है। अभयारण्य की स्थापना 1983 में दलदली मगरमच्छों और घड़ियालों की तेजी से घटती आबादी के संरक्षण के उद्देश्य से की गई थी, जो एक प्रकार के पतले-पतले मगरमच्छ हैं। यह अपनी विविध पक्षी प्रजाति और प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी प्रसिद्ध है।

चंबल गार्डन धौलपुर कोटा
चंबल गार्डन धौलपुर कोटा

खड़े गणेश जी का मंदिर

कोटा का यह गणेश मंदिर अपने आप में बहुत खास है, यहाँ की अनोखी बात यह है कि भगवान गणेश की मूर्ती खड़ी हैं जो कि पूरे भारत में भगवान गणेश की एक मात्र खड़ी मूर्ती मानी जाती हैं।

माना जाता है यह मंदिर लगभग 600 साल से भी अधिक पुराना है, मंदिर के पास एक झील है जिसके आसपास कई मोरों की मौजूदगी इस स्थान को और भी आकर्षित बनाती हैं।

खड़े गणेश जी का मंदिर

खड़े गणेश जी का मंदिर

गरडिया महादेव, कोटा

गरडिया महादेव वर्तमान में एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट है जहाँ आप जाकर कुछ वक्त बिता सकते है, साथ ही भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर काफी लोकप्रिय है।

यह मंदिर चंबल नदी के तट पर स्थित है जिस के कारण यहां नदी के पानी की वजह से शांति का एहसास तो होता है जो कि पयर्टकों को अपनी ओर खींचता है। निश्चित रूप से इस स्थान पर पहुंचकर आपको भी शांति का आभास होगा।

गरडिया महादेव, कोटा
गरडिया महादेव, कोटा

गोदावरी धाम

हनुमान जी को समर्पित यह स्थान चंबल नदी के तट पर स्थित है, इस मंदिर में होने वाली आरती काफी अलग और प्रसिद्ध है।

गोदावरी धाम
गोदावरी धाम

गैपरनाथ जल प्रपात कोटा

यह एक बहुत ही सुन्दर और मनमोहक देखने योग्य स्थान है। अगर आपको इस झरने को अच्छे से देखना चाहते है तो यहां मानसून के मौसम में जरूर जाए। पर्यटकों के लिए प्रकृति फोटोग्राफी, पिकनिक और छोटे ट्रेक के साथ साथ और भी वजह से लोगो के बीच लोकप्रिय हैं। इस झरने का नजारा देखने जैसा होता हैं। जो कि बारिश के जल से यह झरना को ओर भी आकर्षित करता है।

गैपरनाथ जल प्रपात कोटा
गैपरनाथ जल प्रपात कोटा

राव माधोसिंह संग्रहालय कोटा

राव माधोसिंह संग्रहालय राजस्थान के कोटा में पुराने महल के परिसर में स्थित हैं। जोकि राजस्थान के इतिहास, संस्कृति, कलाकृतियों और दस्तावेजों को संभाले हुए एक समृद्ध अविश्वसनीय संग्रह है। राव माधोसिंह संग्रहालय में चांदी की मूर्तियां, सिक्के, टेराकोटा के आंकड़े इतिहासकारों और पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती है।

राव माधोसिंह संग्रहालय कोटा
राव माधोसिंह संग्रहालय कोटा

कंसुआ शिव मंदिर

कोटा शहर में बूंदी के पास बना यह मंदिर भगवान शिव के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। चम्बल नदी के बिलकुल सामने बने इस मंदिर में एक चतुर्मुख शिवलिंग स्थित है।

इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना है, यह दुष्यंत-शकुंतला के प्रणय प्रसंग और उससे जन्मे महाप्रतापी भरत की क्रीड़ा स्थली है तो दूसरी तरफ माना जाता हैं कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों द्वारा अपने निर्वासन काल के दौरान किया गया था, जब वह अपनी यात्रा करते हुए कोटा पहंचे थे।

कोटा घूमने का सबसे अच्छा समय

वैसे तो राजस्थान के इस शहर में सालों भर लोगों का आना जाना लगा रहता है फिर भी अगर आप एक बेहतरीन मौसम में यहाँ जाते है तो आपका अनुभव कई गुणा हो सकता है।

कोटा शहर घूमने जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के महीने का होता है। क्योंकि कोटा में उच्च तापमान के साथ-साथ अर्ध शुष्क जलवायु रहती है। गर्मियां मार्च के महीने में शुरू हो जाती है जो कि जून तक चलती हैं। इसके बाद मानसून का मौसम तो निम्न तापमान के साथ होता है। लेकिन बारिश की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं।

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