सतपुड़ा की पहाड़ियों से घिरा बैतूल नर्मदापुरम संभाग के अंर्तगत आता है। बैतूल की दूरी मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 178 किलोमीटर है। बैतूल जिलें में घूमने के लिए बहुत सारी दर्शनीय स्थल मौजूद है, जहां पर जाकर आप बहुत अच्छा समय बिता सकते है।
बैतूल में घूमने की जगह। Places to visit in Betul
माँ ताप्ती उदगम
यहां लोग दूर-दूर से दर्शनों के लिए आते है । यहां एक बहुत ही सुन्दर मंदिर है । ताप्ती नदी की महिमा की जानकारी स्कंद पुराण में भी मिलती है। म.प्र. की दूसरी सबसे प्रमुख नदी है । इस नदी का धार्मिक ही नही आर्थिक सामाजिक महत्व भी है। इसके साथ ही यह नदी पूरे देश मे पुण्य सलिला माँ ताप्ती के उदगम के रूप मे प्रसिद्ध है।

बालाजी पुरम
भगवान बालाजी के विशाल मंदिर के लिए प्रसिद्ध यह स्थान बैतूल बाजार नगर पंचायत के अंतर्गत आता है। इसकी लोकप्रियता दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। और यही कारण है कि इसे किसी भी मौसम में देखने जा सकते है यहां अक्सर भक्तों का ताता लगा रहता है। इसके साथ ही यहां भगवान श्री राम के जीवन से जुड़ी विभिन्न घटनाओं को भी प्रदर्शित किया है। मूर्तियाँ इस तरह बनाई गई हैं मानो उन्हें बोलना हो। इसके अलावा यहां वैष्णव देवी का मंदिर है।

सालबर्डी
यहां भगवान शिव जी की गुफा है। प्रतिवर्ष यहां शिवरात्रि पर विशाल मेला लगता है एक सप्ताह तक चलने वाले इस मेले में प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते है। यहां पर एक गुफा में भगवान शिव की मूर्ति प्रतिषिठत है। आमतौर पर यह विश्वास किया जाता है कि इस गुफा के नीचे से पचमढ़ी स्थित महादेव पहाड़ी तक पहुंचने के लिये एक रास्ता जाता है। इस शिवलिंग की विशेषता है कि यहां प्रकृति स्वयं भगवान शिव का अभिषेक निरन्तर रूप से करती है। शिवलिंग के ठीक ऊपर स्थित पहाड़ी से सतत जलधारा प्रवाहित होती रहती है।

बुच स्थल विहंगम दृश्य
बुच स्थल कुकरू का एक व्यू पांइट है। यह बैतूल जिला का दर्शनीय स्थल है। आप इस जगह से सतपुडा की हरी भरी वादियों को भी देख सकते है। आपको यहां पर पवन चक्की भी देखने मिलती है। पवन चक्की से बिजली बनाई जाती है। बुच स्थल से सूर्यास्त और सूर्यादय का बहुत अच्छा नजारा देखने मिलता है।

पांडव कालीन गुफाएं सालबर्डी
यहां पर आपको बहुत सारी प्राचीन गुफाएं है। यह गुफाएं पत्थर से बनी हुई है। यहां पर बरसात के समय बहुत ही अच्छा नजारा रहता है। पांडव कालीन गुफाएं सालबर्डी में देखने लायक एक बहुत ही प्राचीन जगह है। यहां पर एक गुफा देखने मिलती है। इन गुफाओं के बारे में ऐसा कहा जाता है, कि यहां पर पांडव अपने वनवास काल के दौरान रुके थे।

मठारदेव बाबा मंदिर
यह मंदिर बैतूल जिले के सारणी में स्थित है। पहाड़ी के शिखर पर स्थित यहां पर भगवान शिव जी का मंदिर स्थित है। मकर संक्रांति के समय यहां पर मेला लगता है, भारी संख्या में यहां लोग इकट्ठे होते हैं। मेलें में कई तरह की दुकानें भी लगती है। शिव भगवान जी का मंदिर पहाड़ी के शिखर पर आपको पैदल चलकर जाना पड़ता है।

सतपुड़ा बांध
बैतूल जिले के सारणी में स्थित सतपुड़ा बांध बहुत खूबसूरत है। चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ यह सतपुड़ा बांध तवा नदी पर बना हुआ है। सतपुड़ा बांध में 14 गेट हैं। बरसात के समय डैम पानी से भर जाता है और इसके गेट खोले जाते हैं। यहां बांध के गेट खोलने पर नजारा बहुत ही खूबसूरत हो जाता है। सतपुड़ा बांध में कुल 14 गेट हैं।

शिव मंदिर भोपाली – छोटा महादेव भोपाली
यह बैतूल की एक रमणीय जगह है। सतपुडा की पहाड़ियों पर स्थित यह शिव मंदिर में एक गुफा देखने के लिए मिलती है, जिसमें शिवलिंग स्थापित है। बरसात में यह स्थान स्वर्ग जैसा हो जाता है। साथ ही चारों तरफ हरियाली देखने मिलती है। बैतूल जिलें से करीब 30 किलोमीटर दूर शिव मंदिर दूर है।सारणी से यह शिव मंदिर की दूरी लगभग 20 किलोमीटर दूर होगा।

बैतूल जिले के कुछ पर्यटन स्थलों की जानकारी ऊपर आपको बताई गयी है , यदि यह जानकारी आपको पसंद आई हो तो इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें ।