एक धार्मिक स्थल के रूप में प्रचलित स्थान पांवटा साहिब एक प्रचलित स्थान है, जो कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में यमुना नदी के तट पर स्थित है। गुरुद्वारा पांवटा साहिब सिख नेता बंदा बहादुर और सिख धर्म के दसवें सिख गुरु गोबिंदसिंह जी को समर्पित है। जिसे पौंटा साहिब के नाम से भी जाना जाता है जो पावंटा का ही अपभ्रंश रूप है।
पांवटा साहिब में घूमने की जगह। Places to visit in Poanta Sahib
पांवटा साहिब का इतिहास (History of Poanta Sahib)
कहा जाता है कि आनन्दपुर में प्रस्थान करने से पहले गोबिंदसिंह जी पांवटा साहिब पर ही रुके थे। और यही पर उन्होंने दसम ग्रंथ की रचना भी की थी। साथ ही यहां पर सोने से बनी एक पालकी भी है जिसे एक भक्त ने भेंट भी की थी।
कटासन देवी मंदिर, पांवटा साहिब (Katasan Devi Temple, Poanta Sahib)
कटासन देवी का यह मंदिर एक प्राचीन मंदिर है, साथ ही `उत्तम वाला बारा बन` भी यहां के लोकप्रिय स्थानों में से एक हैं। कटासन देवी मंदिर से पौंटा साहिब लगभग 30 किमी की दूरी पर स्थित है। जहां पर आसानी से पहुंचा जा सकता हैं।

नागनौना मंदिर, पांवटा साहिब (Nagnauna Temple, Poanta Sahib)
पौंटा साहिब से नागनौना मंदिर लगभग 16 किमी की दूरी पर स्थित हैं। यह एक बहुत ही खूबसूरत मंदिर है। जो कि सिरमौर के शासकों को समर्पित है। यह पुरूवाला गांव में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
अस्सान झील, पांवटा साहिब ( Assan Jheel, Poanta Sahib)
पौंटा साहिब से लगभग 4 किमी की दूरी पर स्थित अस्सान झील हिमाचल प्रदेश के पर्यटक केन्द्र के रूप में विकसित एक बहुत सुंदर और आकाशक झील है। जहां पर पर्यटकों के लिए पाल नौका विहार, गति नौका विहार, तैरने और नौकायन जैसी मनोरंजक जल क्रीड़ाओं की सुविधा मौजूद हैं। साथ ही यहाँ पानी होवरक्राफ्ट और स्कीइंग की सवारी का भी आन्नद ले सकते हैं।

राम मंदिर, पांवटा साहिब (Ram Temple, Poanta Sahib)
यह एक हिंदू धार्मिक स्थल है जो कि पौंटा साहिब में स्थित यमुना पुल के पास बना हुआ मंदिर है। यह राम मंदिर अपने संगमरमर की वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध हैं।

बाबा गरीब नाथ तीर्थ, पांवटा साहिब (Baba Gareeb Naath Teerth, Poanta Sahib)
पौंटा साहिब से लगभग 8 किमी की दूरी पर स्थित बाबा गरीब नाथ तीर्थ का यह स्थान विशेष रूप से निःसंतान महिलाओं के लिए एक पवित्र स्थान है, जो संतानों के लिए प्रार्थना करती हैं। यह बाबा गरीब नाथ तीर्थ हरे भरे साल जंगलों से घिरा हुआ एक प्राकृतिक सुंदरता को भी दिखाता है और शानदार दृशयों के साथ पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं।

गुरुद्वारा शेरगढ़ साहिब, पांवटा साहिब (Gurudwara Shergarh Sahib, Poanta Sahib)
पौंटा साहिब से लगभग 12 किमी की दूरी पर गुरुद्वारा शेरगढ़ साहिब स्थित है। यह एक लोकप्रिय सिख तीर्थ केंद्र है। यह गुरुद्वारा उस स्थान पर बना हुआ माना जाता है जहाँ पर सिखों के 10वें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह, ने एक आदमखोर बाघ से एक आदमी को बचाया था, और तलवार के एक वार से बाघ को मार दिया था।

यमुना मंदिर, पांवटा साहिब
पौंटा साहिब का एक प्राचीन मंदिर यमुना मंदिर है जो पौंटा साहिब गुरुद्वारा के नीचे स्थित है। स्थानीय लोगों के अनुसार सूर्य की बेटी, सूर्य देवता और मंदिर की इष्टदेवी देवी आज भी यमुना की पूजा के लिए यहां इस मंदिर में आते हैं।

सहस्त्रधारा, पांवटा साहिब ( Sahastradha)
सहस्त्रधारा में यमुना नदी और टोंग नदी आपस में मिलती हैं। इस जगह को शांति के लिए भी जाना जाता है। यह सहस्त्रधारा, पौंटा साहिब से लगभग 25 किमी की दूरी पर स्थित एक आकर्षक स्थान है।

शिव मंदिर, पांवटा साहिब ( Shiv Temple, Poanta Sahib)
पौंटा साहिब से लगभग 4.5 किमी दूर पर पटलियन में स्थित शिव मंदिर एक प्राचीन मंदिर है जो हिंदू देवता भगवान शिव को समर्पित है, साल के पेड़ों और हरे धान के खेतों घिरा हुआ यह मंदिर इस मंदिर की सुंदरता को और भी बढ़ा देता हैं।

देई का मंदिर, पांवटा साहिब (Dei Temple, Poanta Sahib)
यह एक ऐतिहासिक मंदिर है, यह मंदिर हिंदू देवता राम, सिरमौर के सूर्यवंशी शासकों के परिवार के देवता को समर्पित है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार राम को विष्णु, हिंदू संरक्षण देवता, का सातवाँ अवतार माना जाता है।