ऐसा रहस्य्मय वॉटरफॉल जहां नीचे से ऊपर की ओर बहता है झरना, मानसून में में ज़रूर बनाए प्लान

Reverse Waterfall India : हमने अक्सर हमारे बड़े बुजुर्गो को यह कहते हुए सुना है, की कभी उल्टी गंगा बहती देखी है क्या, लेकिन आज हम आपको उल्टी गंगा तो नहीं बल्कि बताने जा रहे हैं,  ऐसे झरने के बारे में जो नीचे से ऊपर की ओर बहता है।

वैसे तो भारत में अनेको एक से बढ़ कर एक झरने हैं लेकिन यह झरना अपने आप में कोतुहल का विषय बना हुआ है। मानसून के दौरान यहाँ हजारों की संख्या में सैलानी पहुंचते है और इसका दीदार करते है। 

यह अनूठा झरना झरना कोंकण समुद्र तट और जुन्नार नगर के बीच में स्थित इस झरने को नानेघाट झरने के नाम से जाना जाता है।

मुंबई से तकरीबन 120 किलोमीटर दूर वही पुणे से इस वॉटरफॉल की दुरी करीब 150 किमी है, इस झरने का पानी का बहाव उल्टा होने के कारण यह रिवर्स वॉटरफॉल के नाम से फेमस है।

लोगों में बना हुआ है आश्चर्य का विषय

झरने का बहाव विपरीत दिशा में होने के कारण यह झरना पर्यटकों के लिए आश्चर्य का विषय बना हुआ है | इस में  पानी नानेघाट के पहाड़ियों से आता है।

 

मानसून के महीने में तो मानो नानेघाट झरने को देखने के लिए सैलानियों में होड़ सी लग जाती है | यह झरना अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और अद्भुत विशेषता के कारण लोगों के बीच में काफी प्रसिद्ध है| झरने को देखने के बाद भी लोगों के मन में झरने का उल्टी दिशा में बहना कोतुहल का विषय बना रहता है|

ऐसा होने का कारण

यह झरना गुरुत्वाकर्षण के नियम को गलत साबित करता है| जैसा की हम सब जानते हैं कि ऊपर से आने वाली वस्तुएं गुरुत्वाकर्षण बल के कारण नीचे गिरती हैं, लेकिन नानेघाट वॉटरफॉल में ऐसा कुछ नहीं होता हुआ दिखाई देता।

बल्कि यह झरना अपनी ऊंचाई से गिरते हुए भी वापस ऊपर की ओर जाता  है | इस झरने को देखने के बाद भी लोग इस पर  विश्वास नहीं कर पाते है |

 

हालंकि वैज्ञानिकों के अनुसार , इस जगह पर हवाएं बहुत तेज चलती हैं, जिसके कारण पानी उल्टी दिशा में बहता है| तेज हवाओं के कारण झरने से नीचे गिरने वाला पानी वापस ऊपर की और आ जाता है।