Unique Hotels In World

जानिए दुनिया के इस अनोखे होटल के बारे में जिसका रूम स्विज़रलैंड में है तो बाथरूम फ्रांस में है!

Unique Hotel in World: दुनियाभर में बहुत सी होटल है जो अपने आप में बहुत अलग हैं। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी होटल के बारे में बताने जा रहे हैं , जो की ना सिर्फ एक शहर बल्कि दो देशो में बसा हुआ है।

 जी हाँ आपको जानकार हैरानी होगी की  स्विट्जरलैंड और फ्रांस की सीमा एक ऐसा होटल है, जहां रूम तो आपको स्विट्जरलैंड में दिखेंगे तो वहीं बाथरूम फ्रांस में होगा।

अगर आप ये सुनकर चौक गए होंगे तो एक बार खुद ही देख लीजिए। इस होटल में जब आप बिस्तर पर महज करवट बदलते ही लोग एक देश से दूसरे देश चले जाते हैं?

सुनकर ही चौक गए होंगे, लेकिन हम मजाक नहीं कर रहे ये सच है। इस होटल का नाम अर्बेज होटल है। जहां गेस्ट के साथ ऐसा होता है। चलिए आपको इस अनोखे होटल के बारे में बताते हैं।

एक होटल के दो एड्रेस

इस होटल को अर्बेज फ्रांको-सुइसे होटल के नाम से जाना जाता है। ये होटल फ्रांस और स्विट्जरलैंड की सीमा पर ला क्योर इलाके में मौजूद है।
आर्बेज होटल दोनों देशों में है, इसलिए होटल के दो-दो एड्रेस हैं।

दो देशों के बीच से गुजरती है इस होटल की सीमा

आर्बेज होटल की खास बात जानकार शायद आप चौक जाए, लेकिन फ्रांस और स्विट्जरलैंड की सीमा इस होटल के बीचों-बीच से जाती है।
होटल के अंदर जाते ही लोग एक देश से दूसरे देश पहुंच जाते हैं। शायद सुनकर आपको यकीन नहीं हो रहा होगा, लेकिन ये सच है।

बाथरूम फ्रांस में

आर्बेज होटल को दोनों देशों की सीमा को ध्यान में रखते हुए विभाजित किया गया है। जानकर शायद हैरानी हो इस होटल का बार स्विट्जरलैंड में पड़ता है, तो बाथरूम फ्रांस में।
आप जब भी इस होटल में जाएं तो दोनों देशों के दीदार आप बाथरूम में रहकर कर सकते हैं। 

दोनों देशों के बनाये गए हैं तकिए

इस होटल में हर कमरों को दो हिस्सों में बांटा गया है, कमरों में डबल बेड कुछ इस तरह से रखे गए हैं कि आधे फ्रांस में तो आधे स्विट्जरलैंड में हैं। साथ ही कमरों में तकिए भी दोनों देशों के हिसाब से अलग-अलग हैं।

जिस जगह पर इस होटल को बनाया गया है, वो साल 1862 में अस्तित्व में आया था। पहले यहां एक किराने की दुकानें होती थी।

बता दें, साल 1921 में जूल्स-जीन अर्बेजे नाम का शख्स इस जगह को खरीदने आया था और फिर उसने यहां होटल बना दिया। अब ये होटल फ्रांस और स्विट्जरलैंड दोनों देशों की पहचान बन गया है।