महिला सोलो ट्रैवलर के लिए सबसे सुरक्षित है हिमाचल की यह खूबसूरत जगहें, एक बार जरूर एक्सप्लोर करे

Female Solo Traveller: अक्सर महिलाये अकेले ट्रेवल करने से घबराती है। क्योकि उन्हें अपनी सुरक्षा की चिंता लगी रहती है, ऐसे में सोलो ट्रेवल करना कुछ महिलाओ का सपना मात्र बन कर रह जाता है। ऐसे अगर आप सोलो ट्रिप करने का प्लान करने की सोच रही हैं, तो हम आपको बताएँगे हिमाचल प्रदेश की उन जगहों के बारे में जो सोलो ट्रेवलिंग के लिए सेफ हैं।
धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश में बहुत सारी घूमने की खूबसूरत जगह है। अगर आप अकेले घूमने का सोच रही हैं तो यह आपके लिए बहुत ही सुरक्षित जगह है। इसी वजह से ज्यादातर महिलाएं सोलो ट्रिप के लिए धर्मशाला और मैक्लोडगंज को चुनती हैं। यहां से हिमालय का नजारा यहां देखने लायक होता है।
योगा के शौक़ीन लोग को पहाड़ों पर योग करते हुए देखा जाता हैॅ। अगर आप योग के शौकीन हैं, तो अपना ये शौक भी यहां पूरा कर सकती हैं। यहां घूमने के दौरान पैराग्लाइडिंग, कैम्पिंग, डल झील की यात्रा, त्रिउंड ट्रेक, ग्यूटो मठ में ध्यान, करेरी झील ट्रेक, ज्वालामुखी देवी मंदिर, चाय बागानों की यात्रा, कांगड़ा का किला जैसी जगह आपका दिल जीत लेंगी।
कसौली
कसौली हिमाचल प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। कसौली हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित है, यह जगह अपने रहस्यमय माहौल और सुरक्षा के कारण, कसौली इन दिनों महिलाओं के बीच सोलो ट्रिप के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन्स बन चुका है। यहां पर आप मॉल रोड, मंकी पॉइंट, सनसेट पॉइंट, गिल्बर्ट ट्रेल घूम सकती हैं।
डलहौजी
डलहौजी सोलो ट्रिप के लिए एक शानदार जगह है। यह हिल स्टेशन अपने पहाड़ों के बीच बहती नदियों और ब्रिटिश काल के दौरान बनाए गए चर्च के लिए प्रसिद्ध है। इसकी खूबसूरती के कारण इसे मिनी स्विट्जरलैंड भी कहते हैं।
अगर आप सोलो ट्रिप करना चाहती हैं तो डलहौजी आपके लिए बिल्कुल सही जगह है। यहां देखने के लिए कालाटोप खज्जियार सैंचुरी, खज्जियार, पंचकूला और सेंट जॉन चर्च है। मार्च से जून के बीच आप यहां जा सकती हैं। यहां घूमने के दौरान राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग, रिवर क्रॉसिंग करने का मौका आपकाे मिल जाएगा।
जिभी
आप सोलो ट्रैवेलिंग के लिए जीभी को भी एक विकल्प के रूप में चुन सकती हैं। आने वाले समय में इसे बेस्ट डेस्टिनेशन माना जाएगा। यह छोटा सा गांव मुख्य रूप से अपनी संस्कृति के लिए जाना जाता है।
जिभी की सड़कों पर अभी भी विक्टोरियन और देसी स्टाइल के पत्थर और लकड़ी के कॉटेज और झोपड़ियां हैं, जो पुराने समय की याद दिलाती हैं।