गुजरात राज्य में स्थित पोरबंदर एक पर्यटन स्थल है जो कि अपने आकर्षित पर्यटन स्थलों के जाना जाता है और साथ ही राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी की जन्म भूमि के रूप में भी इसे जाना जाता हैं। पोरबंदर पर्यटन स्थल आने वाले सैलानियों को गुजरात राज्य की संस्कृति देखने को मिलती हैं। पोरबंदर पर्यटन स्थल में कई ऐतिहासिक महल, आकर्षित बीच और दर्शनीय मंदिर भी यहां स्थित हैं।
पोरबंदर में घूमने की जगह। Places to visit in Porbandar
पोरबंदर का इतिहास (Porbandar History)
इस शहर का इतिहास काफी पुराना है, 16 वीं – 14 वीं शताब्दी ईसा पूर्व का इसका इतिहास माना जाता हैं। साथ ही हड़प्पा सभ्यता के अवशेष भी पोरबंदर के इतिहास में देखने को मिल जाते है। हिन्दू धर्म की पौराणिक कथाओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि पोरबंदर भगवान श्री कृष्ण के परम मित्र सुदामा की जन्म भूमि है और साथ ही राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी की भी जन्म स्थली के रूप में भी पोरबन्दर को जाना जाता हैं।
पोरबंदर बीच (Porbandar Beach)
विलिंगडन मरीना बीच के नाम से भी पोरबंदर बीच को जाना जाता हैं। पोरबंदर समुद्र तट के सबसे आकर्षित स्थानों में से एक हैं पोरबंदर बीच। यह समुद्री तट द्वारका नगरी और वेरावल के बीच स्थित है। जिसे नौका बिहार, लहरों को देखने और मछली पकड़ने के लिए भी जाना जाता हैं।

नेहरू प्लेटिनम (Nehru Planetarium)
पोरबंदर का नेहरू प्लेटिनम पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं, जो कि गुजरत राज्य के प्रमुख आकर्षण में शामिल एक स्थान है। इसकी स्थापना 3 मार्च 1977 को हुई थी। जो कि श्री जवाहर लाल नेहरू द्वारा की गई थी जोकि महात्मा गांधी के द्वारा चलाए गए असहयोग आन्दोलन को समर्पित हैं।

पोरबंदर पक्षी अभयारण्य (Porbandar Bird Sanctuary)
पोरबंदर पक्षी अभ्यारण पर्यटकों के लिए एक घूमने लायक जगह है। जो कि पर्यटकों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय हैं। यह अभ्यारण एक किलोमीटर वर्ग के क्षेत्र में फैले हुए हैं, जहां पर कई प्रवासी पक्षी प्रतिवर्ष दौरा करने के साथ आते है। यहां मुख्य रूप से एवोकेट्स, ग्रीव्स, राजहंस, कॉट्स, डक एंड गीज़, रफ, जैक्स, एग्रेस, टर्न्स, व्हिस्लेट टील्स, रेड शैंक्स, स्टॉर्क, इंडियन रोलर जैसे कई तरह के पक्षियों को इस अभ्यारण में देखा जा सकता हैं।

कीर्ति मंदिर (Kirti Mandir)
कीर्ति मंदिर को महात्मा गाँधी और पत्नी कस्तूरबा गाँधी की याद में बनबाया गया हैं, जो कि पोरबंदर के दर्शनीय स्थलों में से एक हैं। साथ ही मंदिर के पास में ही महात्मा गाँधी का पैतृक निवास स्थान भी हैं। सन 1944 में कीर्ति मंदिर का निर्माण किया गया था। और 73 साल पहले कीर्ति मंदिर का निर्माण हुआ था। जहाँ अब बड़ी संख्या में लोग यहां महात्मा गाँधी से जुड़े इतिहास को जानने के लिए आते हैं।

बर्दा हिल्स वन्यजीव अभ्यारण (Barda Hills Wildlife Sanctuary)
पोरबंदर में स्थित बर्दा हिल्स वन्यजीव अभ्यारण लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं, जो कि पहाड़ी क्षेत्र में स्थित हैं। यह अभयारण्य बंजर भूमि, कृषि क्षेत्र और जंगल से घिरा हुआ हैं। बर्दा हिल्स वन्यजीव अभ्यारण में पाए जाने वाले जीव जंतुओं में गिरगिट, क्रेस्टेड हॉक-ईगल, चिंकारा, मगरमच्छ, तितलियां, भेड़िया, चित्तीदार ईगल, सांभर और शेर आदि जानवरों को इस अभ्यारण में देखा जा सकता हैं। इसके अलावा आप यहां पर पहाड़ियों में ट्रेकिंग का मज़ा भी के सकते है।

मियानी बीच (Miyani Beach)
पोरबंदर से लगभग 36 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह पोरबंदर में घूमने वाली शानदार जगहों में से एक हैं। पानी से सम्बंधित इस बीच में इसके अलावा कीर्ति मंदिर, ब्रह्मा मंदिर सुदामा मंदिर और हरसिद्धि मंदिर भी देख सकते है जो कि यहां के आकर्षण के केंद्रो में शामिल है।

भारत मंदिर (Bharat Mandir)
पोरबंदर शहर से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित भारत मंदिर पोरबंदर के धार्मिक स्थलों में शामिल है। यह मंदिर सुन्दर कलाकृतियों को, आकर्षित मूर्तियों, भारतीय परंपराओं और चित्रों को प्रदर्शित करता है। एक बगीचे में नेहरू तारामंडल के सामने भारत मंदिर स्थित हैं जहां हिन्दू पौराणिक कथाओं के नायको से संबधित देवताओं की प्रतिमा भी स्थापित है।

श्री हरि मंदिर (Sri Hari Mandir)
पोरबंदर के प्रसिद्ध मंदिरों में शामिल श्री हरि मंदिर यहां का प्रमुख आकर्षण केन्द्र हैं। यहां गुरुकुल होने के साथ ही साथ श्री लक्ष्मी नारायण, भगवान गणेश, राधा कृष्ण, करुणामयी देवी और हिन्दू धर्म से संबधित अन्य देवी देवताओं के मंदिर भी यहां मौजूद है, जिसके लिए भी श्री हरि मंदिर प्रसिद्ध हैं।

भूतनाथ महादेव मंदिर (Bhutnath Mahadev Temple)
पोरबंदर आने वालो भक्तो की आस्था केंद्र यहां का तीर्थ स्थल भूतनाथ महादेव मंदिर है, जो कि छोटी जगह पर स्थित एक बहुत ही शांत वातावरण का स्थान है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर लिंगम के लिए प्रसिद्ध है। शिवरात्रि के अवसर पर भूतनाथ महादेव मंदिर में पर्यटकों की काफी भीड़ होती है।

कृष्ण सुदामा मंदिर (Krishna Sudama Mandir)
यह मंदिर भगवान श्री कृष्ण और उनके बाल सखा सुदामा जी को समर्पित हैं, जो कि पोरबंदर का एक दार्शनिक स्थल है। जेठवा राजवंश के श्री राम देवजी जेठवा ने इस मंदिर का निर्माण 1902 और 1907 के बीच किया था। यह आकर्षित मंदिर सफेद पत्थर से बना हुआ हैं जो कि पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं।

जदेश्वर मंदिर (Jadeshwar Temple Porbandar)
शहर के ऐतिहासिक शिव मंदिरों में से एक जदेश्वर मंदिर है। इस मंदिर में भगवान शिव का कोई भी लिंगम स्थित नही हैं, जबकि यहां भगवान शिव की मूर्ति स्थापित हैं। यह एक बहुत ही शांत वातावरण वाला स्थान है।

खिमेश्वर मंदिर (Khimeshwar Temple)
खिमेश्वर मंदिर पोरबंदर के कुचडी गांव में स्थित हैं। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। पांडवो के निवास स्थान के रूप में भी इस मंदिर को जाना जाता हैं। इसके साथ ही इस मंदिर में जून-जुलाई के महीने में मेला आयोजित किया जाता हैं।

रामधुन मंदिर (Ramdhun Mandir)
लगभग 5 दशक पहले भिक्षुजी महाराज ने इस मंदिर का निर्माण किया था। यह पोरबंदर का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है जहां भगवान राम के अतिरिक्त हनुमान जी, देवी सीता और लक्ष्मण जी की मूर्ती भी स्थापित हैं। इस मंदिर में मधुर राम धुन चलने के कारण इस मंदिर का नाम रामधुन मंदिर रखा गया है।

बिलेश्वर शिव मंदिर (Bileshwar Shiva Temple)
बिलेश्वर शिव मंदिर भगवान शिव को समर्पित मन्दिर है, जो कि चरण और रब्रिस के पडोसी समुदाओ के लिए एक पूजनीय स्थल माना जाता हैं। यहां पर शिवरात्रि के अवसर पर बिलेश्वर शिव मंदिर में भक्तो का तांता लग जाता हैं।

दरिया राजमहल (Daria Rajmahal)
यह एक ऐतिहासिक महल है, जो कि पोरबंदर में स्थित है। जिसका निर्माण 19 वीं शताब्दी के दौरान महाराजा भवसिंहजी ने किया था। इस महल की वास्तुकला अरबी शैली, गोथिक और इतालवी शैली का खबसूरत मिश्रण यहां देखने को मिलता हैं। इस महल में कलाकृतिया, यूरोपीय फर्नीचर और आकर्षित पेंटिंग भी देखने को मिलती हैं। लेकिन वर्तमान समय में अब इस महल को कॉलेज के रूप में बदल दिया गया है।

कैसे जाये (How To Reach Porbandar Gujarat)
आप पोरबंदर घूमने आने के लिए बस, फ्लाइट या ट्रेन में से किसी का भी साधन का आसानी से कर सकते हैं।
फ्लाइट द्वारा (How To Reach Porbandar By Flight)
यदि आपने पोरबंदर आने के लिए हवाई मार्ग है तो आपको बता दें देश के प्रमुख शहरो से पोरबंदर हवाई अड्डा जुड़ा हुआ हैं। साथ मुख्य पोरबंदर शहर से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर पोरबंदर हवाई अड्डा स्थित हैं।
ट्रेन द्वारा (How To Reach Porbandar By Train)
रेलवे स्टेशन पोरबंदर शहर को गुजरात और अपने पास के कई प्रमुख शहरो को जोड़े हुए हैं। अगर आप ट्रेन से यहां आना चाहते है तो आप आसानी से आ सकते है। यहां से आपको मुंबई, राजकोट और सोमनाथ के लिए नियमित रूप से ट्रेने आपको मिल जाएगी। इसके अलावा पोरबंदर से राजस्थान, दिल्ली और कोलकाता के लिए भी समय-समय पर ट्रेनें मिल जाती हैं।
बस द्वारा (How To Reach Porbandar By Bus)
यदि आप बस से पोरबंदर आना चाहते है तो भी आ सकते है, पोरबंदर सड़क मार्ग के माध्यम से अपने आसपास के सभी शहरो से अच्छी तरह जोड़े हुए हैं। पोरबंदर जाने के लिए आपको नियमित रूप से बसें भी मिल जाएगी।