बिहार राज्य का एक जिला नालंदा है, जो कि एक प्राचीन महाविहार का एक बौद्ध मठ था जो भारत में मगध के प्राचीन राज्य में शिक्षा के एक प्रसिद्ध केंद्र के रूप में कार्य करता था। आज यह UNESCO की विश्व धरोहर स्थल है। यह स्थल बिहारशरीफ शहर के पास पटना से लगभग 95 km दक्षिण पूर्व में स्थित है।
नालंदा में घूमने की जगह (Places to visit in Nalnda)
नालंदा के इतिहासिक स्थल नालंद विश्वविद्यालय
नालंदा जिले में स्थित यह विश्वविद्यालय बिहार में है जो कि दुनिया का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना 450 इस्वी में की गई थी, जिसे गुप्त बंश के शासक कुमार गुप्त द्वारा स्थापित किया गया था। ज्यादातर विदेशी छात्र इसी विश्वविद्यालय में पढ़ने आया करते थे। पटना से लगभग 95 km की दूरी पर स्थित नालंद विश्वविद्यालय के अवशेष फैले हुए है।
नालंदा के इतिहासिक स्थल नालंद विश्वविद्यालय
पावापुरी (Pawapuri)
यह जैनियों का तीर्थस्थल है जो कि नालंदा से करीब 25 km दूर पर स्थित है। पावापुरी में दो मंदिर है समोशरण और जलमंदिर है। कहा जाता है कि जैन धर्म के अंतिम तीर्थकर और सबसे बड़े प्रचारक भगवान महावीर ने पावापुरी में अपना अंतिम उपदेश दिया था और उन्होंने अपनी अंतिम सांस यही ली और पावापुरी में ही उनका अंतिम संस्कार भी किया गया था।
पावापुरी (Pawapuri)
बड़ी दरगाह बिहारशरीफ (Badi Dargah Biharsharif)
नालंदा से करीब 13 km दूर पर स्थित बिहारशरीफ मध्यकालीन इस्लामिक वास्तुकला का अवशेष जैसे की गुफ्कालिन, मकबरा, मस्जिद के लिए प्रसिद्ध हैं यहाँ का सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल मुस्लिम संत मखदूम शाह शरीफ-उद-दीन का मकबरा है।
बड़ी दरगाह बिहारशरीफ (Badi Dargah Biharsharif)
राजगीर (Rajgir)
नालंदा जिला का एक प्रमुख पर्यटन स्थल राजगीर है जो नालंदा से लगभग 34 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
राजगीर (Rajgir)