गुजरात में स्थित जूनागढ़ शहर सबसे सुंदर और आकर्षक जिलों में से एक है। साथ ही जूनागढ़ शहर गुजरात राज्य का 7 वां सबसे बड़ा शहर है। गिरनार पहाड़ियों के तल पर बसा यह शहर राजधानी गांधीनगर और अहमदाबाद से लगभग 355 किमी की दूरी में स्थित है। जूनागढ़ नाम का मतलब पुराना किला से है। इसके अलावा शहर को “सोरठ” के नाम से भी जाना जाता है, जो कि जूनागढ़ शहर की रियासत का नाम भी है। जूनागढ़ में पर्यटकों के लिए भी कई मुख्य आकर्षण के केंद्र हैं।
जुनागढ़ में घूमने की जगह। Places to visit in Junagadh
गिरनार पर्वत (Girnar hills)
जूनागढ़ की एक पवित्र और प्राचीन पहाड़ी गिरनार है, जो 3672 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। साथ ही गिरनार पहाड़ियाँ पर 866 जैन और हिंदू मंदिर फैले हुए हैं। और इस पहाड़ के शिखर तक पहुँचने के लिए लगभग 9,999 सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं जो गिरनार तलेटी से शुरू होती हुई जाती है। जैन धर्म और हिंदू धर्म के लोग अक्सर इन मंदिरों में आते है।सुबह की सैर गिरनार हिल में एक आनंद का अनुभव करता है, जो कि यहां आने वाले लोगों को जीवनभर याद रहता है।
समय
यहां आप शाम 5:00 तक आ सकते हैं।
प्रवेश शुल्क:
नि: शुल्क

मोती बाग (Moti Baug)
मोतीबाग प्रकृति प्रेमी के लिए देखने लायक प्रमुख स्थानों में से एक है। मोतीबाग में कई झाड़ियाँ और पौधों के साथ साथ एक तालाब भी है। यदि आपको हरे भरे बगीचों से बहुत प्यार हैं तो आप के लिए मोती बाग एक अविश्वसनीय स्थान है।
स्थान
मोती बाग वांथली रोड पर जूनागढ़ में स्थित है।
प्रवेश शुल्क
यहां कोई प्रवेश शुल्क नहीं है, यह एकदम फ्री है।

स्वामीनारायण मंदिर (Swaminarayan Mandir)
1828 में स्वामीनारायण मंदिर का निर्माण पूरा हुआ था, तभी से यह मंदिर जूनागढ़ में एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक हैं। स्वामी नारायण मंदिर में कई मूर्तियां है और इस मंदिर में 5 मीनार भी हैं।
स्थान
यह मंदिर जवाहर रोड पर स्थित हैं। जो कि श्रीनाथ नगर m स्थित है।
समय
आप यहां सुबह 7:00 से शाम 8:30 बजे तक घूमने आ सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
यहां कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।

सूरज फन वर्ल्ड (Suraj Fun world)
आप जूनागढ़ सूरज फन वर्ल्ड में आ कर भी यहां मज़े ले सकते है। लोग ज़्यादातर यहां पर त्योहारों में आते है।
स्थान
यह सूरज फन वर्ल्ड जूनागढ़ के कॉलेज रोड पर स्थित हैं।
समय
आप यहां पर दिन के 2 बजे से रात के 11 बजे तक आ सकते है।
प्रवेश शुल्क:
यहां प्रवेश शुल्क 20 रुपये है

नरसिंह मेहता लेक (Narsinh Mehta lake)
जूनागढ़ के केंद्र में स्थित नरसिंह मेहता झील स्थित है जो कि 15 वीं शताब्दी के गुजरात के संत और कवि नरसिंह मेहता के नाम पर रखा गया है।

मोहब्बत मकबरा (Mahabbat Makbara)
इस मकबरा में बहारुद्दिन हुसैनभाई की कबर है, जो कि एक समय जूनागढ़ के नवाब हुआ करते थे। इस मकबरे को 1851 और 1882 के बीच बनावाया गया था। इस मोहब्बत मकबरा की संरचना इंडो इस्लामिक, यूरोपीय और नियो-गोथिक की शैलियों का मिश्रण है। इस मक़बरे की मीनारें और गुंबद इस्लामिक शैली में बनी हुई हैं और गोथिक शैली के इसके स्तंभ है। यह जगह इतिहास प्रेमियों के लिए एक बहुत ही आकर्षित स्थान है।
स्थान
मोहब्बत मकबरा जूनागढ़ के चिता खाना में स्थित हैं।
समय
यह मकबरा 24 घंटे खुला हुआ होता है।
प्रवेश शुल्क
यहां आने का कोई शुल्क नहीं है।

जामा मस्जिद (Jama Masjid)
ये मस्जिद सुन्नी मुस्लिमो की मस्जिद है। यह मस्जिद भी जूनागढ़ के ऐतिहासिक स्थलों में से एक है जो 1423 ने बना हुआ था। यह सफेद संगमरमर से सजा हुए एक खुला आंगन वाला मस्जिद है। इस मस्जिद के हॉल में 15 गुंबद और 260 स्तंभ शामिल है।
स्थान
चिता खाना, मुल्लावाड़ा
प्रवेश शुल्क
यहां आने कि कोई फीस नहीं है। यह एकदम निशुल्क है।

दरबार हॉल म्यूज़ीयम (Darbar Hall Museum)
यह एक प्राचीन और ऐतिहासिक वस्तुओं का संग्रह है। इस हॉल कई कमरे स्थित हैं, जिनमे आप नवाब चित्रांकन कक्ष, हथियार कक्ष, बर्तनों का कमरा, लकड़ी के सामान कक्ष, हावड़ा, रजत कक्ष और पालकी कक्ष देख सकते हैं।
स्थान
नगर रोड, जूनागढ़
समय
यहां आप सुबह 9-12 और दोपहर में 3-5:15 बजे तक आ सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
2 INR रुपये

उपरकोट किला (Uperkot Fort)
यह किला जूनागढ़ के ऐतिहासिक स्थानों में से एक हैं, जो कि एक प्राचीन किला है। साथ ही यहां पर बौद्ध गुफाएं, मानेक नाम के तोप, नूरी शाह का मकबरा, नीलम, नवघन कुओ, जामा मस्जिद, अडी कड़ी वाव और मानेक नाम के तोप जैसे पर्यटक आकर्षण का केंद्र है। लगभग 2,300 साल पुराने इस किले की दीवारें करीब बीस मीटर तक ऊँची हैं
स्थान
यह उपरकोट किला मुल्लावाड़ा में स्थित हैं।
समय
आप यहां सुबह 8:00 से शाम 6:00 तक आ कर घूम सकते है।
प्रवेश शुल्क
INR 2 प्रति व्यक्ति

दामोदर कुंड (Damodar Kund)
यह कुंड पवित्र झीलों में माना जाता है, जो कि जूनागढ़ के गिरनार पर्वत की तलहटी में स्थित एक पवित्र कुंड है। यह दामोदर कुंड झील करीब 50 फीट चौड़ी, 257 फीट लंबी और 5 फीट गहरी है।

भवनाथ (Bhavnath)
जूनागढ़ शहर के सबसे पवित्र स्थानों में से एक भवनाथ महादेव मंदिर है, जो कि प्राचीन काल से ही गिरनार की पहाड़ियों के नीचे स्थित पवित्र मंदिर है। यह एक उत्कृष्ट और सुंदर जगह है, और यह स्थान मिनी-कुंभ के लिए भी काफी लोकप्रिय है, जो कि महाशिवरात्रि के पर्व पर आयोजित किया जाता है।

दातार हिल (Datar hills)
जूनागढ़ शहर का एक पवित्र स्थल दातार हिल है। और यह हिल एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल होने के साथ ही साथ हिंदू और मुस्लिम दोनों ही धर्म के श्रद्धालुओं लिए एक बहुत ही लोकप्रिय स्थान माना जाता है। बारिश के समय यह स्थान और भी ज़्यादा सुंदर और आकर्षक हो जाता है।
समय
आप यहां सुबह 6:00 बजे से शाम के 6:00 बजे तक घूमने के लिए आ सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
यहां पर जाने का कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।

विलिंग्डन डेम (Willingdon dam)
कालवा नदी पर विलिंग्डन डेम का निर्माण किया गया था, जहां से ये नदियां शुरू होती है। जिसे पीने के पानी के संग्रह के लिए जूनागढ़ के स्थानीय लोगों के लिए बनाया गया था। दातार हिल की सीढ़ियाँ विलिंग्डन डेम से शुरू होती है, जो कि जमियल शाह दातार तक जाती है, ये मुस्लिम और हिंदू दोनों ही धर्मो के भक्तो के लिए एक आस्था का स्थल हैं।
प्रवेश शुल्क:
यहां आने की कोई शुल्क नहीं है।

जूनागढ़ घूमने का सबसे अच्छा समय (Best time to visit Junagadh)
यदि आप जूनागढ़ आकर घूमना चाहते है तो यहां आकर घूमने का सबसे अच्छा मौसम सर्दियों का होता है। आप यहां अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर और जनवरी में घूमने के लिए आए सकते है।