जबलपुर शहर पवित्र नर्मदा नदी के तट पर स्थित हैं और इसे एक औद्योगिक शहर के रूप में भी जाना जाता हैं। यह शहर अपने आकर्षित घाटों, झरनों, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संरचनाओं की शानदार चमक और पर्यटन स्थलों के कारण यहां आने वाले पर्यटकों के लिए एक शानदार डेस्टिनेशन बन गया है। यह नर्मदा नदी के उत्तर में निचली पहाड़ियों से घिरे चट्टानी बेसिन में झीलों और मंदिरों के बीच स्थित है।
जबलपुर में घूमने की जगह। Place to visit in Jabalpur
#भेड़ाघाट धुआंधार जल प्रपात
धुआंधार प्रपात मध्य-प्रदेश के जबलपुर जिले में स्थित हैं। धुआंधार जल प्रपात पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय है। पर्यटन की दृष्टि से भी राज्य में इसका अहम स्थान है। यहां के भेड़ाघाट में संगमरमर की चट्टानें पाई जाती हैं, जिससे इसे संगमरमर का शहर भी कहा जाता है। इस झरने का पानी 30 मीटर की ऊंचाई से नीचे गिरता है जिससे इसके आसपास उड़ने वाले पानी की वजह से धुंध फैल जाती हैं, इसलिए इसे धुआधार जल प्रपात कहते हैं।

#सी वर्ल्ड वाटर
यहा वाटर पार्क जबलपुर में केवल बच्चों और युवाओं के लिए एक मजेदार वाटर पार्क है। वर्ल्ड वाटर पार्क एक शानदार स्थान हैं। यहां बच्चे और युवाओं के लिए एक मजेदार वाटर पार्क है।

#मदन महल किला
जबलपुर के मदन महल में स्थित यह किला जमीन से लगभग 500 किलोमीटर की उंचाई पर है । पुरातत्व विभाग का मानना है कि यह किला काफी पुराना है । इस शानदार भव्य मदन महल किले का निर्माण एक गोंड शासक राजा मदन शाह ने सन 1116 में करवाया था। इस किले की बनावट और संरचना में अनेक छोटे-छोटे कमरों को देखने से ऐसा लगता है कि यहाँ रहने वाले शासक के साथ सेना का निवास भी रहा होगा ।

#ट्रेजर आइलैंड मॉल
ट्रेजर आइलैंड मॉल जबलपुर का जाना माना और सबसे प्रसिद्ध मॉलों में से एक है। ट्रेजर आइलैंड मॉल जबलपुर शहर के भीम नगर में स्थित हैं। बच्चो और युवाओं के लिए यहां मनोरंजन के लिए भी बहुत अच्छी जगह है।

#बैलेंसिंग रॉक
जबलपुर में देखने के लिए यहां की अधभुत बैलेंसिंग रॉक हैं। जिस स्थान पर ये चट्टान दूसरी चट्टान पर टिकी हुई है उससे कुछ ही दूरी पर के माता शारदा का भव्य प्राचीन मंदिर स्थित हैं। इसे देखने के लिए विदेशों से भी पर्यटक आते हैं। साथ ही शोधकर्ता अब तक इसकी खूबियों को जानने के प्रयास में लगे हैं।

#चौसठ योगिनी मंदिर
यह भारत के कई चौसठ योगिनी मंदिर में से एक है। यह मंदिर असाधारण है, क्योंकि जहाँ लगभग सभी चौसठ योगिनी मंदिरों में 64 छोटे मंदिर सम्मिलित होते हैं। चौसठ योगिनी मंदिर भेडाघांट के नजदीक ही स्थित हैं और यहां के सबसे पुराने मदिरों में शामिल हैं। मंदिर में माता गौरी की मूर्ती और भगवान भोले-नाथ हैं साथ में ही नंदीस्वर महाराज की मूर्ती भी हैं।

#बरगी डैम
बरगी बांध मध्य प्रदेश में जबलपुर के पास नर्मदा नदी पर बना हुआ एक विशाल बांध है। मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी पर बनने वाले 30 प्रमुख बांधों की श्रृंखला में से पहले पूर्ण किए गए बांधो में से है। पर्यटन के लिए भी यह बांध बहुत मनमोहक हैं। साथ ही यहां नौका सवारी जैसी गतिविधियां भी देखने को मिलती हैं।

#रानी दुर्गावती संग्रहालय
रानी दुर्गावती संग्रहालय भी पर्यटकों को बहुत ही आकर्षित करता हैं। जिसमें चौसठ योगिनी मंदिर की मूर्तियों को और महात्मा गांधी की कुछ तस्वीरे को रखा गया हैं। इसकी स्थापना 1964 में की गई थी। इसे रानी दुर्गावती के सम्मान रानी दुर्गावती संग्रहालय नाम दिया गया।

#पिसनहारी की मढ़िया
पिसनहारी की मढ़िया दिगंबर जैन पंथ का एक जाना-माना तीर्थ स्थल है। यह 500 साल पुराना पर्यटन स्थल सर्वाधिक घूमे जाने वाले जगहों में से एक है। इस मंदिर में 150 सीढ़ियाँ बनी हुई हैं जिन्हें चढ़कर भक्तगण मंदिर तक पहुंचते हैं। एक पौराणिक कथा के अनुसार इस मंदिर का निर्माण एक गरीब महिला द्वारा एक पवित्र जैन संन्यासी की वाणी सुनने के बाद किया गया था।

जबलपुर शहर परिवार और दोस्तों के साथ घुमने के लिए बेहद अच्छी जगह मानी जाती है । जबलपुर शहर के बारे में जो जानकारी इस आर्टिकल में बताई गयी है , यह जानकारी आपको कैसी लगी इस अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे ।