ग्वालियर में घूमने की जगह। Places to visit in Gwalior

Shikha Sahu
ग्वालियर में घूमने की जगह
ग्वालियर में घूमने की जगह

इस शहर को राजा सूरजसेन द्वारा निर्मित किया गया था। साथ ही ग्वालियर शहर महलो, स्मारकों और मंदिरों से घिरा हुआ है, जहां इनकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है। ग्वालियर के किले से पूरे शहर का खूबसूरत और भव्य नजारा देखने को ही इस शहर में तानसेन का मकबरा भी पयर्टकों को आकर्षित करता है।

ग्वालियर में घूमने की जगह। Places to visit in Gwalior


 

#जय विलास पैलेस

ग्वालियर का प्रसिद्ध जय विलास पैलेस भव्यता और
सदियों पुरानी भारतीय संस्कृति का प्रतीक भी माना जाता है। साथ ही इस महल में एक आर्ट गैलरी में 5000 से अधिक पुस्तके रखी है और 30 कमरे हैं। जय विलास पैलेस की एक और प्रसिध्द चीज है, इटली, फ्रांस, चीन तथा अन्य कई देशों की दुर्लभ कलाकृतियां भी यहाँ शामिल है। इसके साथ ही चांदी की रेल जिसकी पटरियां डाइनिंग टेबल पर लगी हैं और विशेष दावतों में यह रेल पेय परोसती हुई चलती हैं।

जय विलास पैलेस - ग्वालियर
जय विलास पैलेस – ग्वालियर

#तेली का मंदिर

9वीं शताब्दी में इस मंदिर का निर्माण किया गया था।तेली का मंदिर ग्वालियर किले में स्थित हैं। ग्वालियर में स्थित एक प्राचीन हिन्दू मन्दिर है। ये मंदिर भगवान शिव, विष्णु और मात्रका को समर्पित है। यह इमारत ग्वालियर की सबसे बड़ी इमारतों में से है, जो 100 फिट ऊंची है। अपनी शानदार और अनूठी वास्तुकला के लिए य इमारत पूरे भारत में प्रसिद्ध है।

तेली का मंदिर - ग्वालियर
तेली का मंदिर – ग्वालियर

#तानसेन का मकबरा

ग्वालियर में मशहूर जगहों में तानसेन का मकबरा भी शामिल हैं। यह मकबरा भारत के प्रसिद्ध सम्राट अकबर के दरबार के मुख्य गायक तानसेन का हैं और यही वो ऐसी जगह है जहाँ अकबर के दरबार के नवरत्नों में से एक मियाँ तानसेन 400 सालों से यंहा दफ़न है।

तानसेन का मकबरा - ग्वालियर
तानसेन का मकबरा – ग्वालियर

#मान मंदिर पैलेस

इस किले में जालीदार दीवारों से बना संगीत का कक्ष है, जिसके पीछे बने जनाना कक्षों में राज परिवार की महिलाएं संगीत सीखतीं थीं और संगीत सभाओं का आनंद लेतीं थी। और औरंगज़ेब ने इसी महल में अपने भाई मुराद को बंदी भी बनाया था। इसके अलावा इल्तुतमिश की सेना से बचने के लिए कई राजपूत महिलाओं की आत्म-हत्या की कहानीयां भी इस महल से जुडी हुई हैं।

मान मंदिर पैलेस - ग्वालियर
मान मंदिर पैलेस – ग्वालियर

#गुजरी महल

इस महल का निर्माण राजा मानसिंह तोमर ने किया था। इस महल को मान सिंह ने सबसे प्रिय पत्नी मृगनयनी के लिए 15वीं शताब्दी में बनवाया था। इस महल में एक पुरातात्विक संग्रहालय बना हुआ है। इस महल के अंदर एक बहुत ही विशाल आंगन है।

गुजरी महल - ग्वालियर
गुजरी महल- ग्वालियर

#सास बहू मंदिर

इस मंदिर का निर्माण 9वीं शताब्दी में किया गया था।यहा आने वाले पर्यटकों और भक्तो को ग्वालियर का सास बहु मंदिर बहुत आकर्षित करता हैं। इस मंदिर के नाम सास-बहू का अभिप्राय भगवान विष्णु के एक अन्य नाम शास्त्री बहू का रूप है। बाद में हुई हिन्दू-मुस्लिम झड़पों में मंदिर को काफी नुकसान पहुंचा और अब इसके खंडहर हैं।

सास बहू मंदिर - ग्वालियर
सास बहू मंदिर – ग्वालियर

#सूर्य मंदिर

ग्वालियर में स्थित यह सूर्य मंदिर सूर्य देवता का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। जो कि मुरार क्षेत्र में स्थित है। यह मंदिर सबसे शानदार मंदिरों में से एक है, इस मंदिर का निर्माण प्रसिद्ध उद्योगपति जीडी बिड़लाके द्वारा किया गया था। इस मंदिर के दर्शन करने के लिए साल भर पर्यटकों की लम्बी कतार लगी रहती हैं। इसके साथ ही इस मंदिर में शानदार वास्तुशिल्प है जो आश्चर्यचकित कर देती हैं।

सूर्य मंदिर - ग्वालियर
सूर्य मंदिर – ग्वालियर

#पदावली और बटेश्वर

ग्वालियर के पदावली और बटेश्वर मंदिर में जटिल नक्काशीयां देखने को मिलती है, इस स्थान को मिनी खजुराहो के नाम से भी जाना जाता हैं। क्योंकि इस मंदिर में कामुक नक्काशी भी देखने को मिलती है। ग्वालियर से लगभग 40 किलोमीटर की दूर स्थित पदावली कई प्राचीन मंदिरों से घिरा हुआ एक शानदार किला है।

पदावली और बटेश्वर - ग्वालियर
पदावली और बटेश्वर – ग्वालियर

#दाता बंदी छोड़ गुरुद्वारा

डेटा बंदी छोड यह गुरुद्वारा 6 वें सिख गुरु हरगोबिंद साहिब की स्मारक है। जो कि 52 राजाओं की रिहाई और उनकी कैद से जुड़ा हुआ है। इसके साथ ही यह गुरुद्वारा आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व से परिपूर्ण हैं। 1970 में गुरु हरगोबिंद सिंह की याद में दाता बंदी छोड़ गुरुद्वारा बनाया गया। देश भर के सिखों के लिए यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण धार्मिक स्थान है।

दाता बंदी छोड़ गुरुद्वारा - ग्वालियर
दाता बंदी छोड़ गुरुद्वारा – ग्वालियर

#सरोद घर

अक्सर सरोद घर में संगीत के शौकीन पर्यटक यहां पर रुख करना पसंद करते है। इसे महान संगीत उस्ताद हाफिज अली खान के पैतृक घर में बनाया हैं। यह संगीत से भरपूर एक संग्रहालय है। इसके साथ ही इस संग्रहालय में पुराने समय के कुछ संगीत वाद्ययंत्र रखे हुए हैं।

सरोद घर - ग्वालियर
सरोद घर – ग्वालियर

यह थी कुछ जानकारी मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों के बारे में , जानकारी अच्छी लगी हो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे ।

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