डिंडोरी जिले की प्रमुख नदिया पवित्र नर्मदा नदी और बुढनेर नदी हैं | साथ ही यहां घूमने हेतु कई प्राकृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक पर्यटन स्थल हैं।डिंडोरी जिले में तीन तहसील – डिंडोरी, शहपुरा और बजाग है। डिंडोरी जिले में घुमने योग्य कई पर्यटन स्थल हैं |
डिंडोरी में घूमने की जगह। Places to visit in Dindori
घुघवा राष्ट्रीय जीवाश्म उद्यान
राष्ट्रीय जीवाश्म उद्यान घुघवा मध्यप्रदेश का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान है। डिण्डोरी जिले में स्थिल महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। यह 0.27 वर्ग किलेमीटर में फैला हुआ है। घुघवा उद्यान में पौधों के तनो, फल, फूल, बीज के अतिरिक्त डायनोसौर के अंडे और कुछ समुद्री जीवों के जीवाश्म भी मिले हैं।

रामगढ़
यहाँ अब रानी अवन्ती बाई के महल की दीवारों के कुछ अवशेष ही शेष बचे हुए हैं। रामगढ डिंडोरी जिले का बहुत ही महत्वपूर्ण ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल है। यहां पर रानी अवन्ती बाई की समाधी भी है। अब रामगढ में इस महल के पास वाली जगह पर रानी अवन्ती बाई की मूर्ति स्थापित कर एक बड़ा पार्क बना दिया गया है।

रानी अवंतिबाई का बलिदान स्थल ग्राम-बालपुर
बालपुर के इस स्थान पर रानी अवन्ती की प्रतिमा लगाई गई है। डिण्डोरी से लगभग 17 किलोमीटर दूर शाहपुर कस्बे के नजदीक ग्राम बालपुर में रानी अवंतिबाई का बलिदान स्थल है। ग्राम-बालपुर डिन्डोरी जिले का मतवपूर्ण दर्शनीय स्थल है।

करोपानी श्याम मृग संरक्षित क्षेत्र
डिंडोरी जिले में काले हिरणों के लिए संरक्षित क्षेत्र करोपनी गाँव में स्थित है जो एक वनग्राम है। करोपनी में काले हिरनों अर्थात श्याम मृग और धब्बेदार हिरन बड़ी संख्या में पाए जाते हैं। यहाँ बड़ी संख्या में सैलानी भी आते हैं।

लक्ष्मण मडवा रामघाट
स्थान ग्राम -घानाघाट के नजदीक है। डिण्डोरी से सात किलोमीटर दूर माँ नर्मदा नदी के किनारे लक्ष्मण मड़वा रामघाट स्थित है। माँ नर्मदा के एक तरफ लक्ष्मण मडवा और दूसरी तरफ रामघाट है। बहुत से सुन्दर छोटे छोटे झरने है।

कुकर्रामठ (ऋण मुक्तेश्वर ) मंदिर
डिण्डोरी से 15 किलोमीटर दूर कल्चुरी कालीन भगवान शिव का मंदिर है। कहा जाता है की इस मंदिर में पूजा पाठ करने से देव ऋण,पितृ ऋण से मुक्ति मिलती है इसी कारण इस मंदिर को ऋणमुक्तेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। कुकर्रामठ डिंडोरी जिले का महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।

किकरकुंड मेहंद्वानी
किकरकुंड डिंडोरी जिले के मेहंद्वानी ब्लाक में स्थित महत्त्वपूर्ण पिकनिक स्पॉट और बहुत ही सुन्दर स्थान है | इस स्थान पर दनदना नदी बहुत ही आकर्षक और मनमोहक जलप्रपात बनाती है | दनदना नदी का पानी जिस स्थान पर गिरता है वहां एक बहुत ही बड़ा कुंड बन गया है | कुंड के पास ही कई पप्राचीन मंदिर और मूर्तियाँ हैं | किकरकुंड तक पहुँचने के लिये कच्छा पक्का रास्ता है | किकर कुंड की डिंडोरी से दूरी लगभग 75 किलोमीटर है |

कपिलधारा जलप्रपात
कपिलधार जलप्रपात माँ नर्मदा का पहला जल जलप्रपात है। कपिलधारा जलप्रपात डिंडोरी और अमरकंटक की सीमा पर स्थित है। कपिलधारा जलप्रपात के पास ही कपिल मुनि का आश्रम है। कपिलधारा का एक छोर अमरकंटक की सीमा में आता है। कपिलधारा जलप्रपात के पास ही कपिल मुनि का आश्रम है।

देवनाला वाटरफाल
देवनाला में झरने का पानी झरने के नीचे बने शिव लिंग पर गिरता रहता है। इस स्थान पर पहाड़ी v आकार की दिखलाई देती है। यह डिण्डोरी से २२ किलोमीटर दूर मंडला रोड पर स्थित सुन्दर जलप्रपात है। झरने के पास कुछ छोटे-छोटे झरने भी हैं।

दगोना वाटरफाल
यह स्थान बुढनेर नदी पर स्थित है। इस स्थान पर नदी को एक डग अर्थात कदम में पार कर सकते है इसीलिये इस स्थान को दगोना कहा जाता है। यह स्थान साल के जंगलों से घिरा हुआ है। दगोना में मिट्टी के कटाव के कारण एक नाली नुमा संरचना बन गई है और बुढनेर नदी इस नाली रूपी संरचना से बहती है। इस स्थान पर कई छोटे-छोटे सुन्दर जलप्रपात भी है।

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