देवास में घूमने की जगह। Places to visit in Dewas

Shikha Sahu
देवास में घुमने की जगह
देवास में घुमने की जगह

मध्य प्रदेश राज्य में स्थित देवास जिला भारत का एक प्रमुख शहर है जो कि इंदौर शहर से सिर्फ 35 किलोमीटर की दूरी पर है। देवास एक औद्योगिक शहर है । इसी के साथ -साथ यहां पर नोट छापने का कारखाना भी है।  इसके अलावा देवास जिले  में कई प्रसिद्ध मंदिर भी स्थित है। एक पहाड़ी में स्थित माता मंदिर भी है जिसकी वजह से भी देवास काफी प्रसिद्ध है। देवास के इस मंदिर को कई  अलग अलग नामों से भी जाना जाता है। ये मंदिर भारत के शक्ति पीठों में से एक है जो चामुंडा देवी और तुलजा भवानी को समर्पित है।

 

देवास में घूमने की जगह। Places to visit in Dewas


देवास वाली माता जी का मंदिर

देवास में स्थित माता मंदिर को देवास माता मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में दो देवी विराजमान है, जिनमें से एक को तुलजा भवानी और दूसरी को चामुंडा देवी के नाम से जाना जाता है। साथ ही यह मंदिर टेकरी पर स्थित है जो कि बहुत ही प्रसिद्ध हैं। चामुंडा देवी को बड़ी मां और तुलजा भवानी को छोटी मां कहा जाता है। इन दोनों देवी के बारे के बारे में कहा जाता हैं कि इसके बीच बहनों का रिश्ता था।

देवास वाली माता जी का मंदिर - देवास
देवास वाली माता जी का मंदिर – देवास

गिदीया खो

ऐतिहासिक स्थलों एवं प्राकृतिक सुन्दरता से मालवा क्षेत्र परिपूर्ण है। यहां की सांस्कृतिक और रंगारंग पृष्ठभूमि तथा पर्यावरण पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते है। इसके साथ ही यहां के आदिवासी क्षेत्र में बहुत पुराना स्थान  भी है जिसे खुडैल देवता के नाम से जाना जाता  जाता है। इसके पास ही एक सुन्दर झरना भी है। बारिश के समय बहुत से लोग इस दृश्य को देखने के लिए आते रहते है ।

गिदीया खो - देवास

गिदीया खो – देवास

पंवार छत्री

देवास शहर में स्थित मीठा तालाब के पास देवास के पूर्व  शासको (पंवार) की छत्रियां स्थित है । ये छत्रिया मराठा स्थापत्य का  एक बहुत  सुन्दर नमूना है । इन छत्रियों की भीतर के हिस्से में बहुत सुंदर कारीगरी की  गई है, और बाहरी स्वरूप भी बहुत भव्य है। देवास के पूर्व शासको के कला प्रेम के  स्वरूप को ये छत्रिया प्रस्तुत  करती है ।

पंवार छत्री - देवास
पंवार छत्री – देवास

कावड़िया हिल्स

जिले की बागली तहसील से लगभग 10 कि.मी. धाराजी नामक स्थान के पास ये पहाड़िया स्थित है। यहां सात पहाड़ियों के रूप में है जिनमे लाखो की संख्या में खंबेनुमा पत्थर की रचनाये बनी हुई है । जो
चतुष्कोण, त्रिभुजाकार, षटकोण और पंचकोण आकृतियों के पत्थरो से बने हुए है। ज्वालामुखी विस्फोट से निर्मित हुए इन पथरीले स्तम्भो से धातुओ के समान ध्वनि भी निकलती है ।

कावड़िया हिल्स- देवास
कावड़िया हिल्स- देवास

देवास की माँ चामुंडा टेकरी

देवास माता मंदिर का अपना एक धार्मिक महत्व है। देवास में टेकरी पर आज भी दोनों माता अपने उसी स्वरुप में विराजमान है। माता के दर्शन करने के साथ भैरो बाबा के दर्शन करना जरुर है क्योंकि उनके दर्शन बिना भक्तों की प्रार्थना पूरी नहीं होती। लेकिन नवरात्री के समय यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ती है और इन दिनों यहां विशेष पूजा का आयोजन भी होता है।

देवास की माँ चामुंडा टेकरी -देवास
देवास की माँ चामुंडा टेकरी -देवास

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