अयोध्या में घूमने की जगह। Places to visit in Ayodhya 

Shikha Sahu

फैजाबाद जिले का नगर निगम अयोध्या है। अयोध्या को हिंदी महाकाव्य श्री रामचंद्र के जन्म भूमि के रूप में भी जाना जाता है, इसके साथ ही अयोध्या भारत का एक प्राचीनतम शहर है। अयोध्या उत्तर प्रदेश के गंगा नदी के तट पर स्थित है। हिंदू धर्म में अयोध्या का नाम सात सबसे पवित्र शहरों में शामिल किया जाता है, ऐसा भी माना जाता है कि अयोध्या का इतिहास लगभग 9000 साल पुराना है। भले ही राम जी के जन्म भूमि के नाम से अयोध्या को जाना जाता है।

यदि बात की जाए अयोध्या की तो यहां श्री राम जन्म भूमि के साथ यहां पर रामायण महाकाव्य से संबंधित सारी ऐतिहासिक स्थल मौजूद है। और ऐसे कई ऐतिहासिक स्थल, प्रसिद्ध मंदिर और दर्शनीय स्थल शामिल है जिनकी यात्रा करने हर साल कई पर्यटक आते है।

अयोध्या में घूमने की जगह। Places to visit in Ayodhya


गुप्तार घाट

इस घाट की यह विशेषता है कि यहां भगवान श्रीराम ने जल समाधि की थी और भगवान श्रीराम ने यहां पर ध्यान किया था और नदी में ही समाधि भी ले ली थी। यह सरयू नदी के तट पर स्थित हिंदू धर्म का एक पूजनीय और पवित्र स्थल है। यहां पर हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा होती है। और इस घाट पर नदियों की तरफ जाने के लिए सीढ़ियां भी बनी हुई है।

इसी घाट पर अयोध्यावासियों ने भगवान श्री राम के पीछे पीछे जल समाधि ले ली थी और वह सभी बैकुंठ को प्राप्त हो गए थे, भगवान विष्णु के रूप में स्वर्गीय निवास के लिए रवाना हो गए थे, तभी से गुप्तार घाट को एक तीर्थ स्थल के रूप में माना जाना है।

गुप्तार घाट - अयोध्या
गुप्तार घाट – अयोध्या

राम जन्मभूमि

अयोध्या का सबसे पवित्र स्थान राम जन्मभूमि माना जाता है। यहां पर भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था और यहां एक मंदिर भी बनवाया गया था। लेकिन आपको बता दे कि राम जन्मभूमि मुगल शासक बाबर के आदेशों पर ख़तम कर दिया गया था। लेकिन मोदी सरकार के आने के बाद इस विवाद को पूरी तरीके से खत्म कर दिया गया राम जन्म भूमि पर एक भव्य और विशाल मंदिर बनवाया जा रहा है।

राम जन्मभूमि - अयोध्या
राम जन्मभूमि – अयोध्या

हनुमान गढ़ी मंदिर

ये मंदिर अयोध्या का सबसे पवित्र और प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है, हर मंगलवार को लाखों भक्त हनुमानगढ़ी मंदिर में इकट्ठा होते है। मुख्य रूप से हनुमान जी को समर्पित इस मंदिर का एक धार्मिक महत्व है। पहले अवध के नवाब का यह महल था, जिसे मंदिर के निर्माण के लिए दान किया गया था। इस मंदिर को 10 वीं शताब्दी में बनवाया गया था जो कि पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। जहां लगभग 76 सीढ़ियां है।

यहां हनुमान जी की एक भव्य मूर्ति स्थित है, यह मूर्ति आकर्षण का रूप माना जाता है। इस चोटी ज पहाड़ियों में बहुत ही शानदार नज़ारा देखने को मिलता है।

हनुमान गढ़ी मंदिर - अयोध्या
हनुमान गढ़ी मंदिर – अयोध्या

त्रेता के ठाकुर का मंदिर

सरयू नदी के तट पर स्थित त्रेता के ठाकुर का अयोध्या में एक ऐतिहासिक और उत्तम मंदिर है। जहां इसी मान्यता है कि श्री राम जी ने इस स्थान पर अश्वमेध यज्ञ करवाया था। इस मंदिर में भगवान श्री राम की मूर्तियों को प्राचीन समय में काले रेट के पतियों से उकेरी गई थी, जिन्हे मंदिर में रखा गया है।

त्रेता के ठाकुर का मंदिर - अयोध्या
त्रेता के ठाकुर का मंदिर – अयोध्या

कनक भवन

अयोध्या में दार्शनिक स्थलों में से सबसे भव्य और प्रसिद्ध मंदिर मना जाता है।इस मंदिर को एक बहुत ही शानदार तरीके से बनवाया गया है। इसी मान्यता है कि भगवान श्री राम की सौतेली मां कैकेई ने विवाह के बाद माता सीता को दिया था।

कनक भवन अयोध्या में दार्शनिक स्थलों में से सबसे प्रसिद्ध और भव्य मंदिर माना जाता है, यह बहुत ही शानदार तरीके से बनवाया गया है ,इसके बारे में मान्यता यह है कि इस मंदिर को भगवान श्री राम की सौतेली मां कैकेई ने विवाह के बाद माता सीता को दिया था। बाद में इस मंदिर का पुनर्निर्माण परमारा वंश के राजा विक्रमादित्य ने किया था। जिसे दोबारा 1891 में फिर से बनवाया गया। अयोध्या का सबसे आकर्षक स्थान कनक भवन को माना जाता है। इस स्थान पर भक्त आकर यहां की कलाओं को देखते हुए आकर्षित होते है।

कनक भवन - अयोध्या
कनक भवन – अयोध्या

सीता की रसोई

अयोध्या में बहुत ही रोमांचक और आकर्षक स्थल है, यहां इसी मान्यता यह है कि इस मंदिर माता सीता की रसोई हुआ करती थी, यहाँ प्राचीन रसोई का एक मॉडल है जो मंदिर के कोने में स्थित हैं। जिसमे नकली बर्तन, रोलिंग पिन और रोलिंग प्लेट में रखे हुए है। इसके दूसरे छोर पर चारों भाई श्री राम जी, श्री भरत, श्री लक्ष्मण और शत्रुघ्न की मूर्तियां है। इसके साथ ही और उनकी पत्नी माता सीता, उर्मिला, मांडवी और श्रुति की मूर्ति भी है। इन मूर्तियों को बहुत ही अच्छे से आभूषण और कपड़े से सजाया है।

सीता की रसोई - अयोध्या
सीता की रसोई – अयोध्या

नागेश्वर मंदिर

यह मंदिर अयोध्या में सरयू नदी के तट पर स्थित है, ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर को भगवान श्री राम के पुत्र कुश ने बनवाया गया था। इस प्राचीन मंदिर को देखने लाखों की संख्या में श्रद्धालू आते है।

नागेश्वर मंदिर - अयोध्या
नागेश्वर मंदिर – अयोध्या

दशरथ भवन

यह भवन अयोध्या के फैजाबाद जिले के केंद्र में स्थित है। दशरथ भवन के बारे में ऐसी मान्यता है कि यह स्थान राजा दशरथ का मूल स्थान था, आपको बता दें कि राजा दशरथ श्री राम भगवान के पिता और अयोध्या के शासक भी थे। इस भवन में राजा दशरथ अपने परिजनों और मंत्रिमंडल साथ शासन किया करते थे। यह एक बहुत ही आकर्षक और भव्य महल है।

यह आश्रम सरयू नदी तट पर स्थित एक अद्भुत स्थान है झा इसी मान्यता है कि श्रृंगी ऋषि ने अयोध्या के राजा दशरथ के लिए पुत्र यज्ञ का प्रदर्शन किया था, जिसके बाद ही भगवान श्री राम और उनके तीन भाई लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न का जन्म हुआ था। साथ ही यहां शेरवघाट में श्रिंगी ऋषि का एक मंदिर भी स्थित है। यहां सिंगी ऋषि आश्रम में एक गुफा है, और इसी गुफा के अंदर ही यह यज्ञ हुआ था।

दशरथ भवन - अयोध्या
दशरथ भवन – अयोध्या

अयोध्या कैसे पंहुचा जाए

फैजाबाद होते हुए अयोध्या पहुंचा जा सकता है।
और यहां आने के लिए आप किसी भी मार्ग या साधन से आ सकते है।

 

फ्लाइट से कैसे पहुंचे

अगर आप अयोध्या फ्लाइट से जाना चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको फैजाबाद हवाई अड्डा पर उतरकर अयोध्या के लिए कोई गाड़ी या टैक्सी भी कर सकते हैं।

 

 ट्रेन से पहुंचने के लिए

अगर अयोध्या ट्रेन से आना हैं तो जहां भी आप रहते हैं वाराणसी, लखनऊ, इलाहाबाद, दिल्ली जैसे मुख्य शहरों से आप अयोध्या के लिए सेवाएं ले सकते हैं।और व्हा से अयोध्या के लिए ट्रेन ले सकते है। और काफी आसानी से अयोध्या पहुंचा जा सकता है।

 

सड़क द्वारा कैसे पहुंचे

सरकार की सड़क परिवहन सेवाएं बनारस से इलाहबाद, कानपुर, गोरखपुर, लखनऊ जैसे विकसित शहरों से लगातार बसे चलती है। यहां साधारण बस के अलावा लग्जरी बसों के माध्यम से भी अयोध्या पहुंचा जा सकता है।

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